यहां एक ही मंडप में बेटी के साथ मां ने भी लिए सात फेरे, विवाह देखने वाला हर कोई हैरान

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समग्र समाचार सेवा
गोरखपुर, 11 दिसंबर

यूपी के गोरखपुर में एक अनोखा मामला सामने आया है जहां एक ही मंडप में मां-बेटी दोनों दुल्हन बनीं। जहां बेटी इंदू की शादी हमउम्र नौजवान राहुल से हुई तो वहीं मां बेला देवी ने अपने देवर जगदीश के साथ सात फेरे लिए। मामला गोरखपुर के पिपरौली ब्लॉक का है, जहां मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के इस कार्यक्रम में कुल 63 जोड़े वैवाहिक बंधन में बंधे। इसमें सबसे ज्यादा चर्चित शादी बेला और जगदीश की रही।

पिपरौली ब्लॉक क्षेत्र के कुरमौल निवासी बेला देवी के पति की मृत्यु हो चुकी है। बेला देवी ने मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में अपनी और पुत्री इंदू की शादी का रजिस्ट्रेशन करा रखा था। बेला देवी की जगदीश और बेटी इंदू की शादी शैलेंद्र के साथ तय थी। इस आयोजन में दोनों ने सात फेरे लिए और दांपत्य जीवन की शुरुआत की। इस दौरान ग्रामीणों ने कहा कि एक ही मंडप में मां-बेटी दोनों का विवाह पहली बार देखने को मिला है।

दरअसल पिपरौली ब्लॉक के कुरमौल गांव के रहने वाले 55 साल के जगदीश तीन भाइयों में सबसे छोटे हैं। जगदीश गांव में ही खेती-किसानी करते हैं और अभी तक उन्होंने शादी नहीं की थी। वहीं उनके बड़े भाई हरिहर सिंह का 25 साल पहले निधन हो गया था और उनकी पत्नी बेला भी गांव में ही रह रही थी। बेला के दो बेटे और तीन बेटियां है।

दो बेटे और दो बेटियों की शादी पहले ही हो चुकी है। तीसरी और सबसे छोटी बेटी इंदू की शादी पिपरौली ब्‍लॉक में आयोजित सामूहिक विवाह कार्यक्रम में होना तय हुआ तो जगदीश और बेला ने भी अपने बारे में बड़ा निर्णय लिया। दोनों ने सोचा कि क्यों ने दोनों एक हो जाएं और एक दूसरे का ख्याल रखें। पूरे परिवार ने उनका साथ दिया और एक ही मंडप में जहां मां और चाचा ने फेरे लिए तो वहीं बेटी भी दुल्हन बनी। लोग उन्हें बधाई दे रहे हैं। तो वहीं, अब यह शादी चर्चा का विषय बन गई है।

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