समग्र समाचार सेवा
फरीदाबाद, 9 दिसंबर
फरीदाबाद पुलिस ने इंश्योरेंस पॉलिसी से संबंधित शिकायतें सुलझाने के नाम पर भोले-भाले लोगों की खून-पसीने की कमाई को धोखे से हड़पने वाले एक गिरोह के दो आरोपियों को गिरफ्तार करके उनके पास से 14 लाख रूपए नगद, 21 मोबाइल फोन व सिम कार्ड बरामद किए है। आरोपियों ने बकायदा कॉल सेंटर बनाकर लड़कियां रखी हुई थी, जो लोगों को कॉल करके पॉलिसी से संबंधित शिकायत सुनने/ समाधान के नाम पर उन्हें अपनी झांसे में लेती थी। डीसीपी मुख्यालय डा. अर्पित जैन ने बुधवार को अपने कार्यालय में पत्रकार वार्ता के दौरान जानकारी देते हुए बताया कि साइबर पुलिस ने पूर्ण हो चुकी लाइफ इंश्योरेंस पालिसी को पुन: चालू करवाने के नाम पर कम समय में लाखों का मुनाफा दिलाने का प्रलोभन देने वाले साइबर अपराधी गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पकड़े गए आरोपियों की पहचान मो0 इकबाल निवासी जगननाथपुर जिला मुजफ्फर बिहार,हाल निवासी ऋषि नगर रानी बाग दिल्ली व आरोपी विनोद कुमार निवासी बादशाहपुर थाना मछली शहर उत्तर प्रदेश हाल निवासी मनसा राम पार्क उत्तम नगर दिल्ली को गिरफ्तार कर 4 दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया था। उन्होंने बताया कि फरीदाबाद पुलिस द्वारा पकडे गए जालसाजो ने इसी तरह खुद को मैक्स लाइफ इंश्योरेंस कर्मी बतलाकर पीडि़त यशपाल निवासी फरीदाबाद को झूठे प्रलोभन देकर अपने झांसे में ले लिया और उसकी पालिसी जो वर्ष 2018 में पूरी हो गयी थी, को पुन: चालू करने का झांसा देकर अलग अलग समय पर अपने भिन्न भिन्न बैंकों के 6 फर्जी बैंक खातो में 22,63,226/- रुपए धोखाधड़ी से हासिल कर लिए, जब पिडि़त को बताई गई समय अवधि समाप्त हो गई और पीडि़त ने अपने पैसो को लौटने के लिए कहा तो गिरफ्तार जालसाज कभी लोकडाउन का बहाना तो कभी फॉर्मेलिटी पूरी करने की बात कहकर बात को टाल देते और बाद में पीडि़त का फोन उठाना भी बंद कर दिया। पूछताछ पर आरोपियों ने बताया कि वह लडकियों से फोन कराते थे ताकि लोग सहज ही विश्वास करें। वह किसी भी फोन की एक सीरिज को सलेक्ट करते थे ओर लास्ट नम्बर बदल-बदल कर अलग-अलग लोगो को फोन करते थे। फोन उठाने वाले लोगो को कहते थे कि वह लाईफ इंश्योरेंस की शिकायत शाखा से बोल रही है अगर उनकी कोई भी पॉलिसी या किस्त टूट गया है या उन्होने किस्त भरनी छोड दी है या फिर पूर्ण हो गई है और अब कोई प्रॉब्लम आ रही है तो आप इस बारे में जानकारी दे। फोन करने वाली लडकियां लोगो को उपरोक्त आरोपियों के नम्बर दे देती थी। आरोपियान लोगो से फोन कर उनकी इंश्योरेंस कंपनी के बारे में पूछते अगर कंपनी मैक्स लाईफ की होती तो उनको इंश्योरेंस प्लान के बारे में बताते और उनको कम समय में ज्यादा फायदे का प्रलोभन देकर अपने अलग-अलग खातों में पैसा डलवा लेते थे। आरोपियों को आज चार दिन का रिमांड पूरा होने पर अदालत मेें पेश कर उन्हें जेल भेज दिया।