अमित शाह का बड़ा ऐलान, तेलंगाना में BJP की सरकार बनी तो एक बैकवर्ड क्लास के व्यक्ति को बनाएंगे मुख्यमंत्री
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 27अक्टूबर। तेलंगाना में अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं. सत्ताधारी BRS एक बार फिर सरकार बनाने का दावा कर रही है. वहीं, भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस भी अपनी तरफ से कोई कसर छोड़ना नहीं चाहती. इसी कड़ी में गृह मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता अमित शाह (Amit Shah) ने शुक्रवार को तेलंगाना की जनता के सामने बड़ा ऐलान कर दिया. अमित शाह ने एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि हमने यह तय किया है अगर तेलंगाना में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनती है तो हम एक बैकवर्ड क्लास के व्यक्ति को राज्य का मुख्यमंत्री बनाएंगे.
‘BJP का लक्ष्य गरीबों का कल्याण’
अमित शाह ने कहा कि भाजपा का लक्ष्य गरीब कल्याण है और KCR व कांग्रेस का लक्ष्य परिवार कल्याण है. परिवार कल्याण में विश्वास रखने वाली पार्टियां तेलंगाना को आगे नहीं बढ़ा सकती हैं. तेलंगाना को सिर्फ पीएम मोदी के नेतृत्व में भाजपा ही आगे बढ़ा सकती है. उन्होंने कहा कि KCR केटीआर को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं और सोनिया जी राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाना चाहती हैं. दोनों पार्टियां, कांग्रेस और बीआरएस, वंशवादी पार्टियां हैं और इसलिए वे कभी भी तेलंगाना के कल्याण के लिए काम नहीं कर सकती हैं.
TRS गरीब विरोधी पार्टी
अमित शाह ने कहा कि टीआरएस (BRS) गरीब विरोधी, दलित विरोधी और ओबीसी विरोधी है. उन्होंने वादा किया कि वे एक दलित सीएम बनाएंगे. मैं केसीआर से पूछना चाहता हूं कि उनके वादे का क्या हुआ? 2014 में केसीआर ने दलितों को तीन एकड़ जमीन देने का वादा किया था. हालांकि, वह इसे पूरा करने में असमर्थ रहे. उन्होंने अनुसूचित जाति के कल्याण के लिए 50,000 करोड़ रुपये के बजट का वादा किया. क्या आपने बजट आवंटित किया?
तेलंगाना में कब चुनाव कब रिजल्ट?
तेलंगाना की सभी सीटों पर 30 नवंबर को वोट डाले जाएंगे और नतीजे की घोषणा 3 दिसंबर को होगी. तेलंगाना में फिलहाल भारत राष्ट्र समिति सत्ता में है और के चंद्रशेखर राव मुख्यमंत्री हैं. पहले इस पार्टी का नाम तेलंगाना राष्ट्र समिति था. मालूम हो कि तेलंगाना में पिछला विधानसभा चुनाव नवंबर 2018 में हुआ था. इस सरकार का कार्यकाल 3 जनवरी 2024 को खत्म हो रहा है.
तेलंगाना का इस बार का चुनाव मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (KCR) के लिए किसी अग्निपरीक्षा के कम नहीं है. वह लगातार तीसरी बार चुनाव लड़ेंगे. साल 2014 में आंध्र प्रदेश से अलग होकर बने इस राज्य पर बीते 2 साल से BRS का ही शासन है और KCR मुख्यमंत्री हैं.