शारदीय नवरात्रि के दौरान संध्या काल में प्रत्येक दिन करें मां भगवती के इन 108 नामों का जाप, होगी सुख-समृद्धि और ऐश्वर्य की प्राप्ति
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,16 अक्टूबर। वैदिक पंचांग के अनुसार, रविवार से शारदीय नवरात्रि पर्व का शुभारंभ हो चुका है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, नवरात्रि पर्व के 9 दिनों में माता दुर्गा की विशेष उपासना करने से व्यक्ति को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है और जीवन में आ रही सभी प्रकार की समस्याएं दूर हो जाती है. बता दें कि इन नौ दिनों में मां दुर्गा को समर्पित विशेष मित्रों के जाप का भी महत्व है. नवरात्रि पर्व के दौरान संध्या काल में पूजा के समय मां भगवती के 108 नाम का जाप करने से व्यक्ति को सुख-समृद्धि और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है. साथ ही कई प्रकार की समस्याओं से छुटकारा मिल जाता है.
मां दुर्गा 108 प्रभावशाली नाम:
1) ॐ महाविद्यायै नमः।
2) ॐ जगन्मात्रे नमः।
3) ॐ महालक्ष्म्यै नमः।
4) ॐ शिवप्रियायै नमः।
5) ॐ विष्णुमायायै नमः।
6) ॐ शुभायै नमः।
7) ॐ शान्तायै नमः।
8) ॐ सिद्धायै नमः।
9) ॐ सिद्धसरस्वत्यै नमः।
10) ॐ क्षमायै नमः।
11) ॐ कान्त्यै नमः।
12) ॐ प्रभायै नमः।
13) ॐ ज्योत्स्नायै नमः।
14) ॐ पार्वत्यै नमः।
15) ॐ सर्वमङ्गलायै नमः।
16) ॐ हिङ्गुलायै नमः।
17) ॐ चण्डिकायै नमः।
18) ॐ दान्तायै नमः।
19) ॐ पद्मायै नमः।
20) ॐ लक्ष्म्यै नमः।
21) ॐ हरिप्रियायै नमः।
22) ॐ त्रिपुरायै नमः।
23) ॐ नन्दिन्यै नमः।
24) ॐ नन्दायै नमः।
25) ॐ सुनन्दायै नमः।
26) ॐ सुरवन्दितायै नमः।
27) ॐ यज्ञविद्यायै नमः।
28) ॐ महामायायै नमः।
29) ॐ वेदमात्रे नमः।
30) ॐ सुधायै नमः।
31) ॐ धृत्यै नमः।
32) ॐ प्रीतये नमः।
33) ॐ प्रथायै नमः।
34) ॐ प्रसिद्धायै नमः।
35) ॐ मृडान्यै नमः।
36) ॐ विन्ध्यवासिन्यै नमः।
37) ॐ सिद्धविद्यायै नमः।
38) ॐ महाशक्तये नमः।
39) ॐ पृथ्व्यै नमः।
40) ॐ नारदसेवितायै नमः।
41) ॐ पुरुहूतप्रियायै नमः।
42) ॐ कान्तायै नमः।
43) ॐ कामिन्यै नमः।
44) ॐ पद्मलोचनायै नमः।
45) ॐ प्रह्लादिन्यै नमः।
46) ॐ महामात्रे नमः।
47) ॐ दुर्गायै नमः।
48) ॐ दुर्गतिनाशिन्यै नमः।
49) ॐ ज्वालामुख्यै नमः।
50) ॐ सुगोत्रायै नमः।
51) ॐ ज्योतिषे नमः।
52) ॐ कुमुदवासिन्यै नमः।
53) ॐ दुर्गमायै नमः।
54) ॐ दुर्लभायै नमः।
55) ॐ विद्यायै नमः।
56) ॐ स्वर्गत्यै नमः।
57) ॐ पुरवासिन्यै नमः।
58) ॐ अपर्णायै नमः।
59) ॐ शाम्बरीमायायै नमः।
60) ॐ मदिरायै नमः।
61) ॐ मृदुहासिन्यै नमः।
62) ॐ कुलवागीश्वर्यै नमः।
63) ॐ नित्यायै नमः।
64) ॐ नित्यक्लिन्नायै नमः।
65) ॐ कृशोदर्यै नमः।
66) ॐ कामेश्वर्यै नमः।
67) ॐ नीलायै नमः।
68) ॐ भीरुण्डायै नमः।
69) ॐ वह्निवासिन्यै नमः।
70) ॐ लम्बोदर्यै नमः।
71) ॐ महाकाल्यै नमः।
72) ॐ विद्याविद्येश्वर्यै नमः।
73) ॐ नरेश्वरायै नमः।
74) ॐ सत्यायै नमः।
75) ॐ सर्वसौभाग्यवर्धिन्यै नमः।
76) ॐ सङ्कर्षण्यै नमः।
77) ॐ नारसिंह्यै नमः।
78) ॐ वैष्णव्यै नमः।
79) ॐ महोदर्यै नमः।
80) ॐ कात्यायन्यै नमः।
81) ॐ चम्पायै नमः।
82) ॐ सर्वसम्पत्तिकारिण्यै नमः।
83) ॐ नारायण्यै नमः।
84) ॐ महानिद्रायै नमः।
85) ॐ योगनिद्रायै नमः।
86) ॐ प्रभावत्यै नमः।
87) ॐ प्रज्ञापारमितायै नमः।
88) ॐ प्रज्ञायै नमः।
89) ॐ तारायै नमः।
90) ॐ मधुमत्यै नमः।
91) ॐ मधुवे नमः।
92) ॐ क्षीरार्णवसुधाहारायै नमः।
93) ॐ कालिकायै नमः।
94) ॐ सिंहवाहिन्यै नमः।
95) ॐ ओंकारायै नमः।
96) ॐ वसुधाकारायै नमः।
97) ॐ चेतनायै नमः।
98) ॐ कोपनाकृत्यै नमः।
99) ॐ अर्धबिन्दुधरायै नमः।
100) ॐ धारायै नमः।
101) ॐ विश्वमात्रे नमः।
102) ॐ कलावत्यै नमः।
103) ॐ पद्मावत्यै नमः।
104) ॐ सुवस्त्रायै नमः।
105) ॐ प्रबुद्धायै नमः।
106) ॐ सरस्वत्यै नमः।
107) ॐ कुण्डासनायै नमः।
108) ॐ जगद्धात्र्यै नमः।