समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 12अक्टूबर। ज्योतिष शास्त्र में ग्रहण एक बेहद ही महत्वपूर्ण खगोलीय घटना है और इस महीने एक नहीं बल्कि दो ग्रहण लगने जा रहे हैं. एक चंद्र ग्रहण और दूसरा सूर्य ग्रहण. बता दें कि साल का दूसरा व आखिरी सूर्य ग्रहण इस बार 14 अक्टूबर 2023 को लगने जा रहा है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रहण सभी 12 राशियों को प्रभावित करता है. कुछ राशियों के लिए ग्रहण शुभ होता है तो कुछ के जीवन में परेशानियां लेकर आता है. धार्मिक दृष्टिकोण से सूर्य ग्रहण को शुभ नहीं माना जाता और इस दौरान कुछ सावधानियां बरतने की सलाह दी जाती है. सूर्य ग्रहण से कुछ घंटे पहले सूतक काल लग जाता है और सूतक काल कुछ काम करने की मनाही होती है. आइए जानते हैं सूर्य ग्रहण भारत में दिखेगा या नहीं और सूतक काल मान्य होगा या नहीं?
सूर्य ग्रहण 2023 भारत में दिखेगा या नहीं?
साल का दूसरा सूर्य ग्रहण 14 अक्टूबर को लगेगा जो कि भारतीय समय के अनुसार रात 8 बजकर 34 मिनट पर शुरू होगा और मध्य रात्रि 2 बजकर 25 मिनट पर समाप्त होगा. बता दें कि सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा. सूर्य ग्रहण टेक्सासदक्षिण अमेरिका के क्षेत्रों को छोड़कर उत्तरी अमेरिका, कनाडा, ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड, ग्वाटेमाला, मैक्सिको, अर्जेटीना, कोलंबिया, क्यूबा, बारबाडोस, पेरु, उरुग्वे, एंटीगुआ, वेनेजुएला, जमैका, हैती, पराग्वे, ब्राजील, डोमिनिका, बहामास औमर अर्जेंटीना में दिखाई देगा.
भारत में सूतक काल मान्य होगा या नहीं?
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सूतक काल केवल वहीं मान्य होता है जहां ग्रहण दिखाई दे. इस बार सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा और ऐसे में सूतक काल भी मान्य नहीं होगा. भारत में सूर्य ग्रहण नहीं दिखने की वजह से इसका कोई धार्मिक महत्व नहीं है. लेकिन फिर भी यदि सूतक काल के नियमों का पालन कर लिया जाए तो इसमें कोई बुराई नहीं है. वैसे जब दुनियाभर में सूर्य ग्रहण होगा उस दौरान भारत में रात होगी और ऐसे में कोई धार्मिक कार्य नहीं होता. बता दें कि सूतक काल सूर्य ग्रहण से 12 घंटे पहले शुरू होता है. इस दौरान मंदिरों के कपाट बंद कर दिए जाते हैं और कोई पूजा-पाठ से जुड़ा काम नहीं होता.