समग्र समाचार सेवा
जयपुर,5 दिसंबर
राजस्थान में कांग्रेस सरकार में फिर सियासी खलबली मच गई है। इस सियासी खलबली की शुरुआत मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के उस बयान से हुई जिसमें गहलोत ने कहा कि फिर से सरकार गिराने का खेल शुरू होने वाला है। गहलोत ने यह बात कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधन के दाैरान कही।
गहलोत ने कहा कि बीजेपी की तरफ से इससे पहले सरकार गिराने की कोशिश के गवाह कांग्रेस नेता अजय माकन रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस के प्रभारी अजय माकन भी इस कार्यक्रम में जुड़े हुए थे। इस घटना के दौरान माकन 34 दिन होटल में हमारे विधायकों के साथ रहे थे। अशोक गहलोत ने कहा, ”उन्होंने (BJP) राजस्थान में सरकार गिराने की कोशिश की है। अमित शाह और धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात के बाद हमारे विधायकों ने मुझे कहा कि वह अमित शाह को गृहमंत्री देखककर शर्मिंदा हैं। एक समय था जब गृहमंत्री सरदार पटले थे और अब वह हैं।” गहलोत ने आगे कहा, ”वे (BJP) भरोसा दे रहे थे कि पांच सरकारों को गिरा चुके हैं और अब छठी सरकार होगी। बीजेपी इस तरह की साजिश करती रही है।” गौरतलब है कि कुछ महीने पहले ही अशोक गहलोत की सरकार गिरते-गिरते बची थी, जब उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट अपने खेमे के विधायकों के साथ बागी हो गए। हालांकि, बहुमत परीक्षण से पहले कांग्रेस नेतृत्व ने किसी तरह पायलट को मना लिया।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार की टिप्पणी से नाराज कांग्रेस पार्टी ने महाराष्ट्र सरकार में अपने सहयोगी दलों को चेतावनी दे दी है। कांग्रेस ने शनिवार को दो टूक कहा कि अगर राज्य में स्थिर सरकार चाहते हैं तो पार्टी के नेतृत्व पर टिप्पणी करने से बचें। महाराष्ट्र कांग्रेस के कार्यवाहक अध्यक्ष यशोमति ठाकुर ने यह चेतावनी दी है। ठाकुर महाराष्ट्र सरकार में मंत्री भी हैं।
ठाकुर की यह चेतावनी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार के उस बयान के बाद आया है, जिसमें उन्होंने राहुल गांधी के नेतृत्व में स्थिरता का आभाव बताया है। पवार ने यह टिप्पणी मराठी दैनिक लोकमत को दिए एक इंटरव्यू में की है।