समग्र समाचार सेवा
मुंबई, 26सितंबर। एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने आज मंगलवार को कहा कि कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने संसद में महिला आरक्षण विधेयक का पूरे दिल से समर्थन किया और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इसके बारे में सही ढंग से जानकारी नहीं दी गई. उन्होंने यह भी कहा कि यह महाराष्ट्र और केंद्र की पिछली कांग्रेस सरकारें थीं, जिन्होंने महिला सशक्तिकरण के लिए कदम उठाए थे.
शरद पवार का बयान यह पीएम मोदी द्वारा मध्य प्रदेश में कहे जाने के एक दिन बाद आया है कि कांग्रेस और उसके नए “घमंडिया” (अहंकारी) गठबंधन में सहयोगियों ने संसद में महिला आरक्षण विधेयक का “अनिच्छा से” समर्थन किया.
एनसीपी प्रमुख पवार ने मुंबई में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, “पीएम नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस और ‘घमंडिया’ सहयोगियों के बारे में महिला आरक्षण विधेयक का अनिच्छा से समर्थन करने की बात कही थी. लेकिन यह सच नहीं है. हम सभी ने पूरे दिल से बिल का समर्थन किया है. पीएम को उचित जानकारी नहीं दी गई.”
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के संस्थापक ने कहा कि 24 जून 1994 को महाराष्ट्र में उनके नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने एक महिला नीति का अनावरण किया था, जो देश में पहली थी. पवार ने कहा, “इसी तरह, केंद्र की कांग्रेस सरकार 73वां संवैधानिक संशोधन लेकर आई थी, जिसने स्थानीय निकायों में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण का मार्ग प्रशस्त किया.” उन्होंने कहा, ”जब मैं रक्षा मंत्री था, तब सेना, नौसेना और वायु सेना में महिलाओं को 11 प्रतिशत आरक्षण दिया गया था.”
अहमदाबाद में उद्योगपति गौतम अडाणी के साथ मुलाकात के सवाल पर पवार ने कहा कि वह बारामती के एक व्यवसायी की औद्योगिक इकाई का उद्घाटन करने गए थे. उन्होंने कहा, अडानी साणंद इंडस्ट्रियल एस्टेट में आयोजित समारोह के मुख्य अतिथि थे. भारत-कनाडा के बीच तनाव के मुद्दे पर पवार ने कहा कि एक भारतीय नागरिक के रूप में उनका पूरा समर्थन भारत सरकार की नीति के साथ रहेगा.