समग्र समाचार सेवा
चंडीगढ़ , 5 दिसंबर
हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए हैं। विज ने कुछ दिन पहले स्वेच्छा से कोरोना का परीक्षण टीका लगवाया था। उन्होंने शनिवार को ट्वीट कर स्वयं के संक्रमित होने की जानकारी दी। विज ने कहा, ” मैं कोरोना पाॅजिटिव हो गया हूं। मैं अंबाला कैंट सिविल अस्पताल में भर्ती हूं। मेरी उन सभी को सलाह है, जो भी मेरे संपर्क में आये हैं अपनी कोरोना की जांच अवश्य करा लें।”
अनिल विज के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद यह वैक्सीन तैयार करने वाली कंपनी भारत बायोटेक(Bharat Biotech) ने सफाई देते हुए कहा है कि कोवैक्सिन के क्लीनिकल ट्रायल दो डोज पर आधारित हैं। इसमें 28 दिन का समय लगता है। भारत बायोटेक ने सफाई देते हुए कहा कि कोरोना वैक्सीन की प्रभावकारिता वैक्सीन की दूसरी डोज लेने के 14 दिनों के बाद दिखता है। कंपनी ने कहा कि वैक्सीन तभी ज्यादा असरदार होगी जब किसी व्यक्ति ने टीके की दोनों डोज ली हो। भारत बायोटेक ने कहा कि वैक्सीन के तीसरे चरण के डबल-ब्लाइंड और रैंडमाइज्ड होते हैं, जहाँ 50 प्रतिशत विषय (ट्रायल में भाग लेने वाले) टीका प्राप्त करते हैं और 50 प्रतिशत लोग प्लेसीबो प्राप्त करते हैं।
ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (AIIMS) के पूर्व निदेशक एमसी मिश्र का कहना है कि अनिल विज ने 20 नवंबर को वैक्सीन के ट्रायल के दौरान वैक्सीन ली थी और अब वह कोविड पॉजिटिव हैं। इसके पीछे दो वजह हो सकती हैं। पहली ये कि किसी भी वैक्सीन के ट्रायल के दौरान कुछ लोगों को प्लासीबो (दवा के भ्रम में कोई सामान्य् पदार्थ) दिया जाता है और कुछ को वैक्सीन की डोज दी जाती है। यह बताया भी नहीं जाता, सिर्फ डेटा में लिखा जाता है।