अमरनाथ यात्रा से लेकर मुस्लिम महिलाओं की हज तक ‘मन की बात’ कार्यक्रम में पीएम मोदी ने इन मुद्दों पर की चर्चा

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कुमार राकेश

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 30 जुलाई।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यानी रविवार, 30 जुलाई को अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 103वें एपिसोड को संबोधित किया. इस दौरान उन्होनें कहा कि इस बार की ‘मन की बात’ में मुझे काफी संख्या में ऐसे पत्र मिले हैं, जो मन को बहुत ही संतोष देते हैं. पीएम मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में सावन महीना, बारिश से हुई घटनाओं और अमेरिका से मिली कलाकृतियों का भी जिक्र किया. इसके अलावा उन्होनें हज यात्रा और 15 अगस्त के लिए लोगों से अपील की. आइए जानते हैं पीएम मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम की 10 बड़ी बातें.

  • प्रधानमंत्री ने कहा, ‘इस समय सावन का पवित्र महीना चल रहा है. सावन का आध्यात्मिक के साथ ही सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी बहुत महत्व रहा है. मुझे दो अमेरिकन दोस्तों के बारे में पता चला, जो कैलिफोर्निया से यहां अमरनाथ यात्रा करने आए थे. इन विदेशी मेहमानों ने अमरनाथ यात्रा से जुड़े स्वामी विवेकानंद के अनुभवों के बारे में कहीं सुना था. उससे उन्हें प्रेरणा मिली कि ये खुद भी अमरनाथ यात्रा करने आ गए. ये इसे भगवान भोलेनाथ का आशीर्वाद मानते हैं. यही भारत की खासियत है, कि सबको अपनाता है, सबको कुछ न कुछ देता है.’
  • पीएम मोदी ने कहा कि राजधानी दिल्ली में अमृत वाटिका बनेगी. इसके लिए देशभर से 7500 कलश में मिट्टी लाई जाएगी. उन्होनें कहा कि 15 अगस्त को देश में एक और बड़े अभियान की शुरुआत होने जा रही है. शहीद वीर-वीरांगनाओं को सम्मान देने के लिए ‘मेरी माटी, मेरा देश’ अभियान शुरू होगा. इसके लिए देश के हर गांव से 7500 कलशों में मिट्टी दिल्ली लाई जाएगी. 7500 कलश में आई माटी और पौधों से मिलाकर फिर राष्ट्रीय समर स्मारक के समीप अमृत वाटिका का निर्माण किया जाएगा. ये अमृत वाटिका, एक भारत-श्रेठ भारत का भी बहुत ही भव्य प्रतीक बनेगी.
  • प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले साल स्वतंत्रता दिवस के मौके पर हर घर तिरंगा अभियान के लिए जैसे पूरा देश एक साथ आया था, वैसे ही हमें इस बार भी फिर से हर घर तिरंगा फहराना है. इस परंपरा को लगातार आगे बढ़ाना है. इन प्रयासों से हमें अपने कर्तव्यों का बोध होगा, देश की आजादी के लिए दिए गए असंख्य बलिदानों का बोध होगा, आजादी के मूल्य का एहसास होगा. इसलिए, हर देशवासी को इन प्रयासों से जरूर जुड़ना चाहिए.
  • पीएम मोदी ने बताया कि कुछ दिनों पहले सोशल मीडिया पर अद्भुत क्रेज देखा. अमेरिका ने हमें कुछ दुर्लभ कलाकृतियां वापस लौटाई हैं. इस खबर के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर इन कलाकृतियों को लेकर खूब चर्चा हुई. युवाओं में इन कलाकृतियों को लेकर गर्व का भाव दिखा. भारत लौटी ये कलाकृतियां ढाई हजार साल से लेकर ढाई सौ साल तक पुरानी है. पीएम मोदी ने इन कलाकृतियों को लौटाने के लिए अमेरिका का आभार भी जताया.
  • उन्होनें बताया मुझे कुछ मुस्लिम महिलाओं से भी बड़ी संख्या में पत्र मिले हैं जो हाल ही में ‘हज यात्रा’ पूरी करके लौटी हैं. इन महिलाओं ने बिना किसी पुरुष साथी या ‘मेहरम’ के ‘हज’ किया. इनकी संख्या सिर्फ 50 या 100 नहीं बल्कि 4,000 से ज्यादा है. यह एक बहुत बड़ा बदलाव है, पहले मुस्लिम महिलाओं को बिना किसी ‘मेहरम’ के ‘हज’ करने की अनुमति नहीं थी. मैं मेहरम के बिना हज करने वाली मुस्लिम महिलाओं के लिए महिला समन्वयक नियुक्त करने के लिए सऊदी अरब सरकार को धन्यवाद देना चाहता हूं.
  • ‘मन की बात’ कार्यक्रम में पीएम मोदी ने एक 100 साल की महिला टीचर के बारे में चर्चा की. उन्होंने कहा, फ्रांस दौरे के दौरान उनकी मुलाकात शारलोट शोपा से हुई थी. शारलोट एक योगा टीचर हैं. उनकी उम्र 100 से अधिक है. वो पीछले 40 साल से योग का अभ्यास कर रही हैं. इतनी उम्र के बाद में आज स्वस्थ्य हैं.
  • पीएम मोदी ने कहा कि यमुना समेत कई नदियों में बाढ़ से कई लोगों को तकलीफ उठानी पड़ी हैं. पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन की घटनाएं हुईं हैं. गुजरात के तटों में विपरजॉय तूफान भी आया. लेकिन हमने फिर दिखाया है कि सामूहिक प्रयास की ताकत क्या होती है. हमारे जवानों ने दिन रात लगकर इन परेशानियों का सामना किया है.
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