
*प्रस्तुति -: कुमार राकेश
कार्यालय :- वह स्थान जहां आप घर के तनावों से मुक्ति पाकर विश्राम कर सकते हैं…
समिति :- ऐसे व्यक्तियों का झुंड जो अकेले कुछ नहीं कर सकते, परंतु यह निर्णय मिलकर करते हैं कि साथ साथ मिलकर भी कुछ नहीं किया जा सकता
श्रेष्ठ पुस्तक :- जिसकी सब प्रशंसा करते हैं परंतु उसे पढ़ता कोई नहीं…
परम आनंद : – एक ऐसी अनुभूति जब आप अनुभव करते हैं कि आप एक ऐसी अनुभूति को अनुभव करने जा रहे हैं जो आपने पहले कभी अनुभव नहीं की है…
कान्फ्रेन्स रूम: – वह स्थान जहां हर व्यक्ति बोलता है, कोई नहीं सुनता है और अंत में सब एक दूसरे से असहमत होते हैं…
समझौता : – किसी चीज को बांटने का वह तरीका जिसमें हर व्यक्ति यह समझता है कि बड़ा हिस्सा उसे ही मिला है...
अधिकारी : – वह इन्सान जो आपके पहुंचने के पहले ऑफिस पहुंच जाता है और यदि कभी आप जल्दी पहुंच जाएं तो वो काफी देर से आता है…
व्याख्यान : – सूचना को स्थानांतरित करने का एक तरीका जिसमें व्याख्याता की डायरी के नोट्स, विद्यार्थियों की डायरी में बिना किसी के दिमाग से गुजरे पहुंच जाते हैं…
अपराधी: – दुनिया के बाकी लोगों जैसा ही मनुष्य, सिवाय इसके कि वह पकड़ा गया है…
कंजूस :– वह व्यक्ति जो जिंदगी भर गरीबी में जीता है ताकि अमीरी में मर सके…
अवसरवादी : – वह व्यक्ति, जो गलती से नदी में गिर पड़े तो नहाना शुरू कर दे…
अनुभव : – भूतकाल में की गई गलतियों का दूसरा नाम…
कूटनीतिज्ञ : – वह व्यक्ति जो किसी स्त्री का जन्मदिन तो याद रखे पर उसकी उम्र कभी नहीं…
आशावादी : – वह शख्स है जो सिगरेट मांगने से पहले अपना लाईटर जला ले…
राजनेता : – ऐसा आदमी जो धनवान से धन और गरीबों से वोट इस वादे पर बटोरता है कि वह एक की दूसरे से रक्षा करेगा…
आमदनी: – जिसमें गुजारा किया न जा सके और जिसके बगैर रहा भी न जा सके…
सभ्य व्यवहार :- मुंह बन्द करके उबासी लेना…
ज्ञानी:- वह शख्स जिसे प्रभावी ढंग से, सीधी बात को उलझाना आता है…
विशेषज्ञ : – वह आदमी है जो कम से कम चीजों के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानता है…
पड़ोसी:- वह महानुभाव जो आपके निजी मामलों को आपसे ज्यादा जानते हैं…
नेता :– वह शख्स जो अपने देश के लिये अपनी जान की कुर्बानी देने के लिये हमेशा तैयार रहता है, लेकिन देता कभी नहीं…