बांग्लादेश में हिंदू युवक की हत्या में सात आरोपी गिरफ्तार

मयमनसिंह जिले में कथित ईशनिंदा के आरोप में हुई हत्या पर अंतरिम सरकार ने कार्रवाई करते हुए  सात संदिग्धों को पकड़ा

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  • मयमनसिंह के वालुका इलाके में हिंदू युवक दीपू चंद्र दास की भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या
  • रैपिड एक्शन बटालियन ने विशेष अभियान में सात आरोपियों को गिरफ्तार किया
  • मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने सांप्रदायिक हिंसा पर जीरो टॉलरेंस की बात दोहराई
  • सरकार ने पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने और कानून-व्यवस्था बनाए रखने का भरोसा दिया

समग्र समाचार सेवा
ढाका | 20 दिसंबर: मयमनसिंह मॉब लिंचिंग के मामले में बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मयमनसिंह जिले के वालुका इलाके में 27 वर्षीय हिंदू युवक दीपू चंद्र दास की कथित ईशनिंदा के आरोप में भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना ने देश में कानून-व्यवस्था और सांप्रदायिक सौहार्द को लेकर गंभीर चिंता पैदा कर दी है।

अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी दी कि रैपिड एक्शन बटालियन (RAB-14) ने विशेष अभियान चलाकर इस जघन्य अपराध में शामिल सात संदिग्धों को अलग-अलग स्थानों से हिरासत में लिया है।

गिरफ्तार आरोपियों में मोहम्मद लिमोन सरकार, मोहम्मद तारेक हुसैन, मोहम्मद मणिक मिया, इरशाद अली, निजुम उद्दीन, आलमगीर हुसैन और मोहम्मद मिराज हुसैन अकोन शामिल हैं। सभी से गहन पूछताछ जारी है।

मुख्य सलाहकार यूनुस ने कहा कि यह घटना केवल एक व्यक्ति की हत्या नहीं, बल्कि मानवता और सामाजिक सौहार्द पर हमला है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि सरकार किसी भी प्रकार की सांप्रदायिक हिंसा को स्वीकार नहीं करेगी और दोषियों को कानून के तहत कड़ी सजा दिलाई जाएगी।

सरकारी बयान में कहा गया कि नए बांग्लादेश में हिंसा, धमकी, आगजनी और संपत्ति को नुकसान पहुंचाने जैसी घटनाओं के लिए कोई स्थान नहीं है। प्रशासन ने नागरिकों से शांति बनाए रखने और अफवाहों से दूर रहने की अपील की है।

उल्लेखनीय है कि हत्या के बाद भीड़ ने मृतक के शव को आग लगा दी थी, जिससे मामला और गंभीर हो गया। सरकार ने भरोसा दिलाया है कि मयमनसिंह मॉब लिंचिंग की निष्पक्ष जांच होगी और पीड़ित परिवार को न्याय जरूर मिलेगा।

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