पाकिस्तानी कबड्डी खिलाड़ी के ‘भारत’ की तरफ़ खेलने पर विवाद

बहरीन में जीसीसी कप में भारत टीम के लिए खेलने के बाद सोशल मीडिया पर आलोचना, महासंघ ने खिलाड़ियों पर प्रतिबंध की चेतावनी दी

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  • बहरीन में आयोजित जीसीसी कप में पाकिस्तानी खिलाड़ी ओबैदुल्लाह राजपूत ने भारत की टीम के लिए खेला।
  • वीडियो वायरल होने के बाद पाकिस्तान कबड्डी महासंघ ने आपात बैठक बुलाई और जांच की घोषणा की।
  • राजपूत ने बताया कि उन्हें टीमों के नाम ‘भारत’ और ‘पाकिस्तान’ के बारे में जानकारी नहीं थी और उन्होंने माफी मांगी।
  • महासंघ ने कहा कि बिना एनओसी खिलाड़ियों की विदेश यात्रा पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है और नियमों का उल्लंघन नहीं सहा जाएगा।

समग्र समाचार सेवा
इस्लामाबाद/बहरीन | 19 दिसंबर: पाकिस्तान के कबड्डी खिलाड़ी ओबैदुल्लाह राजपूत बहरीन में आयोजित जीसीसी कप में भारत की टीम के लिए खेलने और झंडा फहराने के बाद विवाद में फंस गए हैं। यह घटना सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पाकिस्तान कबड्डी महासंघ ने आपात बैठक बुलाई और मामले की जांच की घोषणा की।

पाकिस्तान कबड्डी महासंघ के महासचिव राणा सरवर ने स्पष्ट किया कि बहरीन कप में भाग लेने वाली टीम पाकिस्तान की राष्ट्रीय टीम नहीं थी और न ही खिलाड़ियों ने इसके लिए सरकार या राष्ट्रीय खेल महासंघ से अनुमति ली थी। उन्होंने कहा कि कई देशों में खिलाड़ियों को एनओसी के बिना आमंत्रित किया जाता है, और ये आयोजक अव्यवस्थित हैं जो खेल के विकास को नुकसान पहुंचाते हैं।

ओबैदुल्लाह राजपूत ने अपने फेसबुक अकाउंट पर वीडियो जारी कर मामले में सफाई दी। उन्होंने कहा कि बहरीन कप हर साल आयोजित होता है और वह पहले भी इस टूर्नामेंट में खेल चुके हैं। उन्होंने दावा किया कि उन्हें नहीं पता था कि टीमों के नाम ‘भारत’ और ‘पाकिस्तान’ रखे गए हैं।
जब मैदान पर पहुंचे, तो कुछ लोगों ने चिल्लाकर कहा कि वह भारत के लिए खेल रहे हैं। राजपूत ने कहा, “अगर मुझे पता होता कि ऐसा कुछ होगा, तो मैं पाकिस्तान के लिए खेलता। इस स्थानीय कप को विश्व कप मत बनाइए।”

राणा सरवर ने कहा कि महासंघ इस मामले की जांच कर रहा है और नियमों का उल्लंघन करने वाले खिलाड़ियों पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों की सूची इमिग्रेशन अधिकारियों को भेजी जाएगी ताकि बिना अनुमति विदेश जाने की घटनाएं रोकी जा सकें।

इससे पहले, इसी तरह की प्रतियोगिता सात दिसंबर को न्यूजीलैंड में भी आयोजित हुई थी, जिसमें भारतीय खिलाड़ियों के अलावा अन्य देशों के खिलाड़ी भी शामिल थे। महासचिव ने आरोप लगाया कि आयोजकों का मुख्य उद्देश्य पैसा कमाना है, खेलों का विकास नहीं।

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