बंगाल की जॉब-गारंटी योजना महात्मा गांधी के नाम पर होगी: ममता बनर्जी
पश्चिम बंगाल सरकार महात्मा गांधी को सच्चा सम्मान देने के लिए विधेयक लाएगी, भाजपा ने साधा तंज
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मनरेगा से महात्मा गांधी का नाम हटाए जाने पर ममता बनर्जी ने विरोध जताया
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बंगाल की कर्मश्री योजना अब महात्मा गांधी के नाम पर होगी
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मुख्यमंत्री अगले कैबिनेट बैठक में विधेयक पेश करेंगी
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भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने केंद्र और टीएमसी पर तंज कसा
समग्र समाचार सेवा
कोलकाता | 19 दिसंबर: मनरेगा से महात्मा गांधी का नाम हटाए जाने को लेकर देशभर में जारी विवाद के बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ऐलान किया है कि उनकी सरकार की रोजगार गारंटी योजना “कर्मश्री” का नाम अब महात्मा गांधी के नाम पर रखा जाएगा। ममता ने गुरुवार को कोलकाता में आयोजित एक व्यापारिक सम्मेलन के दौरान कहा, “गांधीजी का नाम हटाए जाने से मुझे गहरा दुख हुआ है। क्या हम अब राष्ट्रपिता को भी भूल रहे हैं?”
मुख्यमंत्री ने बताया कि बंगाल सरकार ने अपने स्तर पर महात्मा गांधी को सच्चा सम्मान देने का निर्णय लिया है। इसके लिए आगामी कैबिनेट बैठक में राज्य सचिवालय में कर्मश्री योजना के नाम पर विधेयक पेश किया जाएगा। ममता बनर्जी ने कहा, “हम दिखाएंगे कि सच्चे सम्मान का क्या अर्थ होता है। हमें केवल सम्मान चाहिए।”
कर्मश्री योजना पश्चिम बंगाल सरकार की एक प्रमुख रोजगार गारंटी परियोजना है, जिसे ममता बनर्जी ने विशेष महत्व दिया है। इस योजना के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ाने और सामाजिक सुरक्षा को मजबूत करने का उद्देश्य रखा गया है।
वहीं, इस घोषणा पर BJP प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद सामिक भट्टाचार्य ने केंद्र और तृणमूल सरकार पर तंज कसा। उन्होंने कहा, “केंद्रीय कोष से धन की लूट पहले भी टीएमसी शासन के दौरान गांधीजी को सम्मान देने के नाम पर की गई थी। गांधीजी राम के प्रिय थे। अगर किसी ने उन्हें उचित सम्मान दिया है तो वह भाजपा है। गांधीजी के सपने को साकार करने का श्रेय नरेंद्र मोदी को ही जाता है।”
इस कदम को राजनीतिक मोर्चे पर ममता बनर्जी द्वारा महात्मा गांधी के सम्मान और मनरेगा विवाद में TMC की स्पष्ट प्रतिक्रिया माना जा रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह रणनीति आगामी चुनावों में टीएमसी की छवि को मजबूत करने के साथ ही विपक्षी बयानबाजी का जवाब देने के उद्देश्य से उठाई गई है।