लखनऊ की विशेष अदालत में होगी राहुल गांधी के ख़िलाफ़ मामले की सुनवाई
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सुरक्षा और निष्पक्ष सुनवाई के कारण मामला लखनऊ की विशेष अदालत में ट्रांसफर किया
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राहुल गांधी के खिलाफ रायबरेली में चल रहा मामला अब लखनऊ में चलेगा
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इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ ने ट्रांसफर का आदेश दिया
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भाजपा कार्यकर्ता ने सुरक्षा और निष्पक्ष सुनवाई के लिए स्थानांतरण की मांग की
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सुनवाई अब लखनऊ की विशेष अदालत में होगी
समग्र समाचार सेवा
लखनऊ | 18 दिसंबर: लखनऊ में बुधवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ ने राहुल गांधी के खिलाफ रायबरेली में चल रहे मामले को लखनऊ की विशेष अदालत में ट्रांसफर करने का आदेश दिया। यह आदेश न्यायमूर्ति बृजराज सिंह की एकल पीठ ने याचिका पर सुनवाई के बाद पारित किया।
भाजपा कार्यकर्ता एस. विग्नेश शिशिर ने राहुल गांधी की कथित ब्रिटिश नागरिकता को लेकर सवाल उठाए थे। इसके आधार पर उन्होंने अपराधिक परिवाद दायर किया था, जिसकी सुनवाई रायबरेली की विशेष अदालत में हो रही थी। याचिकाकर्ता ने दलील दी कि स्थानीय परिस्थितियों और सुरक्षा के कारण निष्पक्ष सुनवाई संभव नहीं हो पा रही है। उन्होंने कहा कि रायबरेली में उनकी जान को खतरा है, और इस कारण उन्होंने मामले को लखनऊ की विशेष अदालत में स्थानांतरित करने की गुहार लगाई।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने याचिकाकर्ता की सुरक्षा संबंधी दलीलों और निष्पक्ष सुनवाई की आवश्यकता को देखते हुए, मामला लखनऊ ट्रांसफर करने का आदेश दिया। अब इस मामले की सुनवाई लखनऊ की विशेष अदालत में होगी।
भाजपा कार्यकर्ता का आरोप है कि राहुल गांधी ब्रिटिश नागरिकता के मुद्दे पर देश के संवैधानिक प्रावधानों का उल्लंघन कर रहे हैं, और इसी आधार पर अपराधिक परिवाद दायर किया गया था। मामला लंबे समय से रायबरेली की विशेष अदालत में विचाराधीन था, लेकिन सुरक्षा और निष्पक्षता के कारण उच्च न्यायालय ने स्थानांतरण को उचित ठहराया।
हाईकोर्ट के इस निर्णय से यह स्पष्ट होता है कि सुनवाई की निष्पक्षता और पक्षों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। न्यायालय ने दोनों पक्षों की दलीलों को ध्यान में रखते हुए यह सुनिश्चित किया कि विधिक प्रक्रिया बाधित न हो और न्याय समय पर मिले। इस कदम से यह संदेश भी जाता है कि अदालतें किसी भी राजनीतिक या संवेदनशील मामले में न्याय की प्रक्रिया को सुरक्षित और निष्पक्ष बनाए रखने के लिए सक्रिय हैं।