कल्पना पर लव ट्रैप का आरोप लगाने वाले कारोबारी पर कसा क़ानूनी शिकंजा

छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में तैनात डीएसपी पर व्यापारी दीपक टंडन ने करोड़ों रुपये की ठगी और ब्लैकमेलिंग के गंभीर आरोप लगाए, मामला अब उच्च अधिकारियों तक पहुंचा

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  • दीपक टंडन का आरोप: डीएसपी कल्पना वर्मा ने लव ट्रैप में फंसाकर 2 करोड़ रुपये से अधिक नकद, गहने और कार हड़पी।
  • डीएसपी ने इन आरोपों का खंडन किया, कहा कारोबारी अपने पैसे वापस नहीं कर पा रहा है।
  • मामले में दीपक टंडन पर कोर्ट ने 28 लाख रुपये के वित्तीय अनियमितता के लिए गिरफ्तारी वारंट जारी किया।
  • मामला डीजीपी और आईजी तक पहुंचा, कारोबारी ने जांच की मांग करते हुए सट्टा एप संचालित करने से इनकार का हवाला दिया।

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली | 18 दिसंबर:  छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में तैनात राज्य पुलिस की 2016-17 बैच की अधिकारी डीएसपी कल्पना वर्मा पर रायपुर के बिजनेसमैन दीपक टंडन ने लव ट्रैप में फंसाकर करोड़ों रुपये हड़पने, ब्लैकमेल करने और धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। वहीं, डीएसपी ने इन सभी आरोपों से इंकार किया है। उनका कहना है कि कारोबारी दीपक के उनके पिता के साथ व्यापारिक रिश्ते थे। पिता के 42 लाख रुपये कारोबारी के पास बकाया हैं, जिसे लेने के लिए वह कारोबारी से मिलने होटल गई थीं।

जैसे-जैसे यह पूरा मामला आगे बढ़ रहा है, यह और उलझता जा रहा है। कारोबारी दीपक का आरोप है कि वह महिला डीएसपी से 2021 में मिले थे, इसके बाद दोनों में नज़दीकियाँ बढ़ीं। इसके बाद चार साल में डीएसपी कल्पना ने व्यापारी से कई बार में 2 करोड़ रुपये से ज़्यादा नकद, 12 लाख रुपये की हीरे की अंगूठी, 5 लाख रुपये से ज्यादा के सोने के गहने, 1 लाख रुपये का एक ब्रेसलेट और एक इनोवा क्रिस्टा कार ले ली।

इसके साथ ही बिजनेसमैन ने आरोप लगाया कि डीएसपी कल्पना ने रायपुर के वीआईपी रोड के उनके एक होटल को अपने भाई के नाम करने का दबाव बनाया। बाद में उसने वह होटल कल्पना के नाम ट्रांसफर कर दिया। कारोबारी का आरोप है कि जब उसने और पैसे देने से इनकार किया तो डीएसपी ने झूठे मामले में फंसाने की धमकी देकर ब्लैकमेल किया।

कारोबारी ने खम्हारडीह थाने में व्हाट्सएप चैट और सीसीटीवी फ़ुटेज सबूत के रूप में जमा कराए हैं। इसके बावजूद अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं की गई है।

वहीं दूसरी ओर, डीएसपी कल्पना ने मीडिया से बातचीत में बताया कि कारोबारी ने सोशल मीडिया से उनकी तस्वीरें निकालकर फर्जी चैट बनाए हैं। उन्होंने कहा कि उनके और दीपक टंडन के बीच कोई रिलेशन नहीं था। डीएसपी ने कहा कि यह सब सिर्फ़ इसलिए किया जा रहा है क्योंकि कारोबारी अपने पैसे वापस नहीं कर पा रहा है। उन्होंने बताया कि वह टंडन पर मानहानि का केस दर्ज कराएँगी।

विवाद की जड़ वर्ष 2023 में सामने आई, जब रायपुर के रेस्टोरेंट ‘एटमास्फेरिया’ को लेकर लगभग 45 लाख रुपये की डील करने की प्रक्रिया शुरू हुई। कारोबारी का दावा है कि आर्थिक तंगी का हवाला देकर डीएसपी ने उनसे 30 लाख रुपये लिए, जो उन्होंने तत्काल ऑनलाइन ट्रांसफर किए। टंडन का आरोप है कि इस दौरान निजी चैट में डीएसपी ने उनसे परिवार से अलग होने तक की बातें कीं, जिसे उन्होंने शिकायत के साथ डिजिटल सबूतों के रूप में प्रस्तुत किया।

डीएसपी पर आरोप लगाने के बाद कारोबारी पर क़ानूनी शिकंजा कसना शुरू हुआ। कोरबा कोर्ट ने कारोबारी के नाम का गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। यह मामला लगभग 28 लाख रुपये के वित्तीय अनियमितता का है।

डीएसपी के पिता ने भी दो महीने पूर्व थाने में शिकायत दी थी, जिसमें उनका कहना था कि रेस्टोरेंट से संबंधित बिजनेस ट्रांजैक्शन के तहत दी गई राशि टंडन ने वापस नहीं की और भुगतान के लिए दिया गया चेक बाउंस हो गया।

वहीं अब यह पूरा मामला डीजीपी और आईजी तक पहुँच गया है। कारोबारी दीपक टंडन ने डीजीपी अरूण गौतम और आईजी अमरेश मिश्रा को पत्र लिखकर डीएसपी कल्पना वर्मा के खिलाफ जांच की मांग की है। टंडन का आरोप है कि महादेव सट्टा एप से जुड़े पैनल को संचालित करने से इनकार करने के बाद उनका और डीएसपी कल्पना वर्मा का संबंध टूट गया था। कारोबारी ने डीएसपी पर आर्थिक शोषण, ब्लैकमेलिंग और पद के दुरुपयोग जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। टंडन ने यह भी आरोप लगाया कि डीएसपी कल्पना वर्मा ने उन्हें दंतेवाड़ा में महादेव सट्टा एप पैनल संचालित करने का दबाव बनाया था। जब उन्होंने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया, तो दोनों के बीच संबंध बिगड़ गए और बाद में पूरी तरह खत्म हो गए। टंडन का कहना है कि इस संबंध में मोबाइल चैट के सबूत भी उनके पास मौजूद हैं, जिन्हें शिकायत पत्र के साथ जोड़ा गया है।

डीएसपी कल्पना वर्मा का कहना है कि वह इस पूरे मामले में कानून के तहत आगे की कार्रवाई कर रही हैं।

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