2036 ओलंपिक की मेजबानी को तैयार भारत

केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर बोले— बोली शुरू होते ही ओलंपिक और यूथ ओलंपिक के लिए पूरी तरह तैयार रहेगा भारत

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  • भारत 2030 यूथ ओलंपिक और 2036 ओलंपिक की मेजबानी को तैयार
  • खेल अवसंरचना और युवा शक्ति को सरकार मान रही बड़ी ताकत
  • विदेशी प्रशंसकों ने धर्मशाला स्टेडियम की सराहना की
  • वैश्विक खेल मंच पर भारत की बढ़ती भूमिका का संकेत

 
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली | 18 दिसंबर: जहां भारतीय खिलाड़ी इस वर्ष जुलाई-अगस्त में होने वाले पेरिस ओलंपिक की तैयारियों में जुटे हुए हैं, वहीं केंद्र सरकार ने देश को वैश्विक खेल मानचित्र पर नई ऊंचाई तक पहुंचाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। 2036 ओलंपिक की मेजबानी को लेकर भारत ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं।

केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने स्पष्ट किया है कि भारत ओलंपिक खेलों की मेजबानी के लिए पूरी तरह तैयार है और बोली शुरू होते ही मजबूती से दावा पेश करेगा।

एक न्यूज चैनल के कार्यक्रम में अनुराग ठाकुर ने कहा कि भारत न केवल 2036 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक, बल्कि 2030 यूथ ओलंपिक की मेजबानी करने के लिए भी पूरी क्षमता के साथ आगे बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि सरकार इस दिशा में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।

भारत की ताकत: युवा, अर्थव्यवस्था और बाजार
खेल मंत्री ने कहा कि आज भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति बनने की ओर अग्रसर है और देश के पास विशाल युवा आबादी है। उन्होंने कहा, “भारत जैसे युवा देश के लिए खेल केवल प्रतिस्पर्धा नहीं, बल्कि सामाजिक और आर्थिक विकास का माध्यम है। खेल के लिहाज से भारत से बड़ा बाजार दुनिया में शायद ही कोई हो।”

सरकार का मानना है कि बड़े अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजनों की मेजबानी से न केवल खेल संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि बुनियादी ढांचे, पर्यटन और रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे।

खेल अवसंरचना में बड़ा सुधार
अनुराग ठाकुर ने भारत में तेजी से विकसित हो रही खेल अवसंरचना का भी उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि देशभर में आधुनिक स्टेडियम, प्रशिक्षण केंद्र और बहुउद्देश्यीय खेल परिसर तैयार किए जा रहे हैं।

उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि हाल ही में धर्मशाला स्टेडियम में भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए टेस्ट मैच को देखने के लिए इंग्लैंड से चार हजार से अधिक विदेशी प्रशंसक पहुंचे थे। इन प्रशंसकों ने न केवल मैच का आनंद लिया, बल्कि हिमालय की पृष्ठभूमि में बने इस स्टेडियम की जमकर सराहना भी की। यह भारत की विश्वस्तरीय खेल सुविधाओं का प्रमाण है।

ओलंपिक का वैश्विक कार्यक्रम
इस वर्ष पेरिस में ओलंपिक खेलों का आयोजन जुलाई-अगस्त में होगा, जिसकी तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। इसके बाद ओलंपिक खेलों की मेजबानी 2028 में लॉस एंजिल्स और 2032 में ब्रिसबेन करेगा। इसके बाद 2036 ओलंपिक के लिए मेजबान देश चुना जाएगा, जिसमें भारत खुद को एक मजबूत दावेदार के रूप में प्रस्तुत करना चाहता है।

वैश्विक खेल मंच पर भारत का आत्मविश्वास
2036 ओलंपिक की मेजबानी की तैयारी यह दिखाती है कि भारत अब केवल खेलों में भागीदारी तक सीमित नहीं रहना चाहता, बल्कि वैश्विक खेल नेतृत्व की भूमिका निभाने के लिए तैयार है। सरकार का मानना है कि यह कदम भारत को खेल महाशक्ति बनाने की दिशा में ऐतिहासिक साबित होगा।

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