नवंबर में बेरोजगारी दर 7 महीने के निचले स्तर पर, सरकार ने जारी किए आंकड़े
बेरोजगारी दर घटकर 4.7% हुई, महिला भागीदारी बढ़ने और शहरी श्रम मांग में सुधार से मजबूत हुआ श्रम बाजार
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अप्रैल 2025 के बाद सबसे निचला स्तर है।
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ग्रामीण बेरोजगारी दर 3.9% और शहरी दर 6.5% पर आ गई।
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महिलाओं और पुरुषों, दोनों के बीच बेरोजगारी में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई।
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सरकार ने इसे मजबूत श्रम बाजार और रोजगार के बेहतर अवसरों का संकेत बताया।
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली | 16 दिसंबर: नवंबर में बेरोजगारी दर में बड़ी गिरावट दर्ज की गई है, जिससे देश के श्रम बाजार में सुधार के संकेत मिले हैं। सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, नवंबर 2025 में 15 वर्ष और उससे अधिक आयु वर्ग के लोगों के बीच बेरोजगारी दर घटकर 4.7 प्रतिशत पर आ गई। यह स्तर अप्रैल 2025 के बाद का सबसे निचला स्तर है। इससे पहले अक्टूबर 2025 में बेरोजगारी दर 5.2 प्रतिशत दर्ज की गई थी।
मंत्रालय के अनुसार, ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में रोजगार की स्थिति बेहतर हुई है। नवंबर 2025 में ग्रामीण बेरोजगारी दर घटकर 3.9 प्रतिशत के नए निचले स्तर पर पहुंच गई। वहीं शहरी क्षेत्रों में बेरोजगारी दर 6.5 प्रतिशत रही, जो अप्रैल 2025 में दर्ज किए गए इसके पिछले निचले स्तर के बराबर है। इस साल अप्रैल में कुल बेरोजगारी दर 5.1 प्रतिशत थी।
सरकार ने इन आंकड़ों को मजबूत श्रम बाजार की स्थिति का संकेत बताया है। आधिकारिक बयान में कहा गया कि ग्रामीण रोजगार में वृद्धि, महिलाओं की बढ़ती भागीदारी और शहरी क्षेत्रों में श्रम मांग में क्रमिक सुधार ने इस सकारात्मक रुझान को समर्थन दिया है। मंत्रालय के अनुसार, अप्रैल से नवंबर 2025 के बीच बेरोजगारी दर में लगातार और व्यापक आधार पर गिरावट दर्ज की गई है।
महिलाओं के बीच बेरोजगारी दर में भी उल्लेखनीय सुधार देखने को मिला है। नवंबर 2025 में महिला बेरोजगारी दर घटकर 4.8 प्रतिशत रह गई, जो अक्टूबर 2025 में 5.4 प्रतिशत थी। यह गिरावट ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में दर्ज की गई। ग्रामीण क्षेत्रों में महिला बेरोजगारी दर 4.0 प्रतिशत से घटकर 3.4 प्रतिशत हो गई, जबकि शहरी क्षेत्रों में यह 9.7 प्रतिशत से घटकर 9.3 प्रतिशत पर आ गई
पुरुषों के बीच भी बेरोजगारी दर में कमी दर्ज की गई है। कुल पुरुष बेरोजगारी दर नवंबर 2025 में घटकर 4.6 प्रतिशत रही, जो अक्टूबर 2025 में 5.1 प्रतिशत थी। ग्रामीण पुरुष बेरोजगारी दर 4.1 प्रतिशत पर आ गई, जबकि शहरी पुरुष बेरोजगारी दर 5.6 प्रतिशत दर्ज की गई। इससे पहले अक्टूबर में ये आंकड़े क्रमशः 4.6 प्रतिशत और 6.1 प्रतिशत थे।
सरकारी बयान में कहा गया है कि रोजगार से जुड़े ये आंकड़े भारतीय अर्थव्यवस्था में स्थिरता और सुधार की ओर इशारा करते हैं। खास तौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़ने और महिलाओं की कार्यबल में हिस्सेदारी बढ़ने से श्रम बाजार को मजबूती मिली है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि यह रुझान बना रहता है, तो आने वाले महीनों में रोजगार की स्थिति और बेहतर हो सकती है।