पहलगाम आतंकी हमले में चार्जशीट से खुलेगा पूरा नेटवर्क
NIA आज जम्मू की विशेष अदालत में दाखिल करेगी चार्जशीट, लश्कर और TRF की भूमिका उजागर होने की संभावना
समग्र समाचार सेवा
जम्मू | 15 दिसंबर: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए भीषण आतंकी हमले की जांच पूरी होने के बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) आज जम्मू की विशेष NIA अदालत में चार्जशीट दाखिल करने जा रही है। चार्जशीट में इस हमले की साजिश, मास्टरमाइंड और पूरे आतंकी नेटवर्क का विस्तार से खुलासा होने की उम्मीद है।
सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के सरगना हाफिज सईद और उसके डिप्टी सैफुल्लाह कसूरी को इस हमले का मुख्य साजिशकर्ता बताया जा सकता है। जांच में लश्कर के साथ-साथ उसके सहयोगी संगठन द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) की भूमिका भी सामने आई है।
चार्जशीट में तीन स्थानीय आरोपियों—बशीर अहमद जोठर, परवेज अहमद जोठर और मोहम्मद यूसुफ कटारी—के नाम भी शामिल किए गए हैं। आरोप है कि इन लोगों ने पाकिस्तानी आतंकियों को ठहराने, मार्गदर्शन देने और अन्य मदद में अहम भूमिका निभाई। NIA की जांच में सामने आया कि जोठर भाइयों ने 21 अप्रैल की रात पहलगाम के हिल पार्क इलाके में स्थित एक ढोक (झोपड़ी) में आतंकियों को शरण दी थी। तीनों को 22 जून को गिरफ्तार किया गया था।
22 अप्रैल को हुआ था निर्मम हमला
22 अप्रैल 2025 को पहलगाम की बाइसरन घाटी में आतंकियों ने पर्यटकों को निशाना बनाते हुए अंधाधुंध गोलीबारी की थी। इस हमले में 25 पर्यटकों और एक पोनी चालक की मौत हो गई थी। हमलावरों ने लोगों से धर्म पूछकर हत्या की और कई को जबरन धार्मिक वाक्य बोलने के लिए मजबूर किया। इसे कश्मीर घाटी में पर्यटकों पर हुआ अब तक का सबसे बड़ा आतंकी हमला माना जा रहा है।
तीन पाकिस्तानी आतंकी मारे गए
हमले के बाद सुरक्षाबलों ने बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया। 28 जुलाई को डाचीगाम के जंगलों में मुठभेड़ के दौरान तीनों पाकिस्तानी आतंकी—सुलैमान शाह, हमजा अफगानी उर्फ अफगान और जिबरान—मारे गए।
NIA ने जांच के दौरान 1000 से अधिक लोगों से पूछताछ की, जिनमें पर्यटक, पोनी चालक, फोटोग्राफर और स्थानीय दुकानदार शामिल थे। जब्त मोबाइल फोन और अन्य सबूतों की फॉरेंसिक जांच गांधीनगर स्थित नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी में कराई गई। जोठर भाइयों के फोन से मिले पाकिस्तानी नंबर आतंकी नेटवर्क को जोड़ने में अहम कड़ी साबित हुए।
ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद बढ़ा तनाव
पहलगाम हमले के बाद भारत ने 7 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत बड़ा सैन्य अभियान चलाया था। भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान और पीओके में स्थित 9 आतंकी ठिकानों पर हवाई कार्रवाई की, जिसमें करीब 100 आतंकियों के मारे जाने की जानकारी सामने आई। इसके बाद दोनों देशों के बीच चार दिन तक गोलीबारी और हवाई गतिविधियों का तनाव रहा, जो 10 मई को आपसी समझ के बाद समाप्त हुआ।
NIA की चार्जशीट में आतंकी नेटवर्क, स्थानीय मददगारों और हमले की पूरी साजिश से जुड़े सबूतों को अदालत के सामने रखने की तैयारी है।