आतंक नेटवर्क पर बड़ी कार्रवाई, 150 से अधिक ओजीडब्ल्यू हिरासत में
जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के सपोर्ट सिस्टम को तोड़ने के लिए पुलिस और सुरक्षा बलों की समन्वित छापेमारी
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श्रीनगर सहित कश्मीर घाटी में एक साथ कई स्थानों पर छापे
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जैश-ए-मोहम्मद सहित प्रतिबंधित संगठनों के नेटवर्क पर फोकस
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ड्रग तस्करी और अवैध वित्त से जुड़े तत्व भी रडार पर
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आतंकवाद के खिलाफ 360 डिग्री रणनीति पर काम तेज
समग्र समाचार सेवा
श्रीनगर, 14 दिसंबर: जम्मू-कश्मीर पुलिस और सुरक्षा बलों ने आतंकवादी संगठनों के ओवर ग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 150 से अधिक संदिग्धों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। यह अभियान आतंकवाद के पूरे समर्थन तंत्र को कमजोर करने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।
कश्मीर घाटी में एक साथ छापेमारी
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, श्रीनगर में बड़े पैमाने पर संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है, जबकि कश्मीर घाटी के अन्य इलाकों में भी ओजीडब्ल्यू नेटवर्क के खिलाफ कार्रवाई जारी है। कई स्थानों पर एक साथ छापेमारी कर आतंकी संपर्कों और गतिविधियों की जांच की जा रही है।
आतंकी संगठनों के नेटवर्क को तोड़ने की रणनीति
यह कार्रवाई जैश-ए-मोहम्मद और घाटी में सक्रिय अन्य प्रतिबंधित आतंकी संगठनों के नेटवर्क को खत्म करने के उद्देश्य से की जा रही है। सुरक्षा एजेंसियां उन लोगों पर भी नजर रख रही हैं, जो आतंकवाद को परोक्ष रूप से सहयोग प्रदान करते हैं।
ड्रग तस्करी और अवैध वित्त पर भी नजर
सुरक्षा बलों का मानना है कि ड्रग तस्करी, नशा कारोबार और अवैध वित्तीय गतिविधियों से प्राप्त धन का इस्तेमाल आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा देने में किया जाता है। इसी कारण इन नेटवर्क से जुड़े लोगों को भी अभियान के दायरे में लाया गया है।
360 डिग्री दृष्टिकोण से आतंकवाद विरोधी अभियान
उपराज्यपाल द्वारा नियमित सुरक्षा समीक्षा बैठकों में आतंकवाद के खिलाफ 360 डिग्री दृष्टिकोण अपनाने के निर्देश दिए गए हैं। इसका उद्देश्य केवल सक्रिय आतंकवादियों ही नहीं, बल्कि पूरे समर्थन तंत्र को समाप्त कर जम्मू-कश्मीर में स्थायी शांति स्थापित करना है।
सीमा पर भी सख्त निगरानी
आंतरिक इलाकों में चल रही कार्रवाई के साथ-साथ सेना और सीमा सुरक्षा बल नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर घुसपैठ, ड्रोन गतिविधियों और ड्रग तस्करी को रोकने के लिए पूरी तरह तैनात हैं।