स्वास्थ्य मंत्रालय व डब्ल्यू-एच-ओ ने दिल्ली मेट्रो में महिला स्वास्थ्य अभियान शुरू किया
महिला सुरक्षा, मानसिक स्वास्थ्य, डिजिटल समावेशन, PCPNDT अधिनियम और टीबी जागरूकता पर फोकस; लाखों यात्रियों तक ‘स्वस्थ नारी = सशक्त राष्ट्र’ संदेश पहुंचाने की पहल
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दिल्ली मेट्रो में एक महीने का महिला स्वास्थ्य जागरूकता अभियान शुरू
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मेट्रो ट्रेनों व चुनिंदा स्टेशनों पर स्वास्थ्य और सुरक्षा से जुड़े संदेश
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गर्भधारण पूर्व और प्रसव पूर्व निदान तकनीक PCPNDT अधिनियम व टीबी जागरूकता अभियान को और मजबूत बनाएगा यह प्रयास
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क्योंकि वह मायने रखती है “Because She Matters” संदेश के साथ महिलाओं के कल्याण पर विशेष जोर
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली। 10 दिसंबर: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ मिलकर दिल्ली मेट्रो में एक नया अभियान शुरू किया। यह अभियान महिलाओं और लड़कियों के स्वास्थ्य पर ध्यान देता है। इसकी शुरुआत सुल्तानपुर मेट्रो स्टेशन से हुई। यह अभियान दिसंबर और जनवरी तक चलेगा।
अभियान के दौरान मेट्रो ट्रेनों और कुछ स्टेशनों पर छोटे और स्पष्ट संदेश दिखाए जाएंगे। इन संदेशों में महिला सुरक्षा, मानसिक स्वास्थ्य, डिजिटल जानकारी, PCPNDT कानून और टीबी जागरूकता शामिल हैं। मंत्रालय का मानना है कि दिल्ली मेट्रो रोज़ाना लाखों लोगों को जोड़ती है, इसलिए यह संदेश जल्दी और आसानी से लोगों तक पहुंचेंगे।
स्वास्थ्य सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने कहा कि यह पहल बहुत जरूरी है। उन्होंने बताया कि गर्भ में लिंग बताना गलत है। कई लोग तकनीक का गलत उपयोग करते हैं। गर्भधारण पूर्व एवं प्रसव पूर्व निदान तकनीक (लिंग चयन पर प्रतिबंध) PCPNDT कानून इसी रोक के लिए बनाया गया है। उन्होंने कहा, “अगर महिला स्वस्थ है, तो परिवार और देश भी मजबूत होता है।”
दिल्ली में टीबी के मामले अधिक हैं। इसलिए अभियान का दूसरा लक्ष्य टीबी जागरूकता बढ़ाना है। निकष पोर्टल के अनुसार, जनवरी से अक्टूबर 2025 तक दिल्ली में 98,309 टीबी मामले दर्ज हुए। दिल्ली में अब तक 8.78 लाख लोगों की जांच की गई है और 3.8 लाख चेस्ट एक्स-रे किए गए हैं।
WHO की अधिकारी डॉ. कैथरीना बोहमे ने कहा कि स्वस्थ महिला ही स्वस्थ समाज की नींव होती है। उन्होंने अभियान को सराहा और कहा कि यह महिलाओं के लिए मजबूत समर्थन सुनिश्चित करेगा।