शत्रुघ्न सिन्हा का आरोप: बाबरी मस्जिद मुद्दे से चुनावी ध्रुवीकरण की कोशिश

टीएमसी सांसद बोले— बंगाल की जनता ममता बनर्जी की नीतियों पर भरोसा करती है, तनाव फैलाने की कोशिश चल रही है

कृपया इस पोस्ट को साझा करें!
  • सिन्हा ने कहा-बाबरी मस्जिद के मुद्दे को भीड़ जुटाने और माहौल गरमाने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा
  • मंदिर–मस्जिद की चर्चा में उलझाने के बजाय सद्भाव की ज़रूरत: शत्रुघ्न
  • मुर्शिदाबाद के बेलडांगा में मस्जिद निर्माण का शिलान्यास, हज़ारों लोग पहुँचे
  • निलंबित विधायक हुमायूं कबीर का दावा-80 करोड़ की निजी मदद, सरकार से कोई फंड नहीं लेंगे

समग्र समाचार सेवा
कोलकाता/मुर्शिदाबाद, 6 दिसंबर: टीएमसी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने बाबरी मस्जिद को लेकर पश्चिम बंगाल में उभरे विवाद को पूरी तरह “राजनीतिक रूप से प्रेरित” बताया है। उनका कहना है कि कुछ राजनीतिक दल इस मुद्दे को चुनाव से ठीक पहले भुनाने की कोशिश कर रहे हैं और जानबूझकर भीड़ जुटाकर माहौल को तनावपूर्ण बनाया जा रहा है।

सिन्हा ने कहा कि मंदिर–मस्जिद की बहस को हवा देने से समाज में विभाजन बढ़ता है, इसलिए ऐसी परिस्थितियों में सद्भाव और संयम की ज़रूरत है। उन्होंने दावा किया कि बंगाल में ममता बनर्जी की योजनाओं का सकारात्मक असर है और इसी कारण राज्य की जनता बीजेपी के प्रयासों का लोकतांत्रिक तरीके से जवाब देगी।

इस बीच, मुर्शिदाबाद के बेलडांगा क्षेत्र में बाबरी मस्जिद निर्माण के लिए नींव रखी गई। समारोह निलंबित टीएमसी विधायक हुमायूं कबीर द्वारा आयोजित किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए और नारेबाजी भी हुई। 1992 के ढहाव की बरसी पर इस कार्यक्रम के चलते प्रशासन ने इलाके में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए।

मंच से बोलते हुए कबीर ने दावा किया कि मस्जिद निर्माण के लिए उन्हें तीन जिलों, मालदा, मुर्शिदाबाद और दक्षिण 24 परगना से सहयोग मिल रहा है। उन्होंने कहा कि उपलब्ध 25 बीघा भूमि पर निर्माण की योजना तैयार है, लेकिन स्थानीय प्रशासन अनुमति नहीं दे रहा। कबीर ने यह भी खुलासा किया कि एक व्यक्ति ने निजी रूप से 80 करोड़ रुपये की सहायता देने का आश्वासन दिया है। उनका कहना है, “सरकार से एक रुपया भी नहीं लेंगे, ताकि मस्जिद की पवित्रता बनी रहे।”

कृपया इस पोस्ट को साझा करें!
Leave A Reply

Your email address will not be published.