प्रसार भारती’ के चेयरमैन नवनीत सहगल ने दिया इस्तीफा
उत्तर प्रदेश कैडर के आईएएस ऑफिसर नवनीत सहगल को पिछले साल 16 मार्च को प्रसार भारती के चेयरमैन पद पर नियुक्त किया गया था।
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तीन साल के लिए नियुक्त नवनीत कुमार सहगल ने डेढ़ साल में ही दिया इस्तीफा
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सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने उनका इस्तीफा तुरंत प्रभाव से स्वीकार किया
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1988 बैच के IAS सहगल ने UPEIDA और आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट संभाला था
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पूर्व में यूपी के खेल एवं युवा कल्याण विभाग और मुख्यमंत्री कार्यालय में भी रहे अहम भूमिकाओं में
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 4 दिसंबर: प्रसार भारती के चेयरमैन नवनीत कुमार सहगल ने अपने तीन साल के निर्धारित कार्यकाल के बीच में ही पद से इस्तीफा दे दिया है। सहगल को मार्च 2024 में चेयरमैन नियुक्त किया गया था और उनका कार्यकाल अभी करीब डेढ़ साल और बाकी था। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने बुधवार को उनके इस्तीफे को मंजूरी देते हुए उन्हें तत्काल प्रभाव से कार्यमुक्त कर दिया।
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अनुसार, सहगल ने मंगलवार को इस्तीफा भेजा था, जिसके बाद मंत्रालय ने पत्र जारी कर उनके कार्यमुक्त होने की पुष्टि की। मंत्रालय ने लिखा, “आपको तुरंत प्रभाव से प्रसार भारती की सेवाओं से मुक्त किया जाता है।”
प्रसार भारती की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, 1988 बैच के IAS अधिकारी नवनीत कुमार सहगल ने उत्तर प्रदेश में कई अहम पदों पर लंबे समय तक सेवाएं दीं। वह UPEIDA के चेयरमैन और CEO भी रहे, जहाँ उनके नेतृत्व में 302 किमी लंबा आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे 22 महीनों में पूरा हुआ। सहगल को मायावती सरकार के भरोसेमंद अधिकारियों में गिना जाता था और वह मुख्यमंत्री कार्यालय में सेक्रेटरी की भूमिका भी निभा चुके हैं।
वेबसाइट के अनुसार, सहगल को केंद्र और राज्य सरकारों में पॉलिसी सुधार और प्रशासनिक नेतृत्व का 35 वर्षों से अधिक का अनुभव है। उन्हें प्रसार भारती का चेयरमैन तब नियुक्त किया गया जब उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की अध्यक्षता वाली चयन समिति ने उनका नाम अनुशंसित किया था।
नियुक्ति के समय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने कहा था कि सहगल को तीन साल के कार्यकाल या 70 वर्ष की आयु, जो भी पहले हो, तक के लिए चेयरमैन बनाया गया है। अब उनके अचानक इस्तीफे ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं, हालांकि इसके पीछे की वजहों का अभी कोई आधिकारिक विवरण सामने नहीं आया है।