राम मंदिर: पीएम मोदी ने की आरती, ध्वजारोहण जल्द
राम मंदिर निर्माण कार्य पूरा, पीएम मोदी और भागवत ने की विशेष पूजा
- पीएम मोदी और मोहन भागवत ने रामलला की आरती उतारी।
- मंदिर निर्माण पूरा होने के प्रतीक के रूप में आज फहराया जाएगा ध्वज।
- शुभ मुहूर्त में 11:52 बजे से 12:35 बजे के बीच होगा ध्वजारोहण।
समग्र समाचार सेवा
अयोध्या, 24 नवंबर: अयोध्या नगरी आज एक और ऐतिहासिक और स्वर्णिम अध्याय की साक्षी बन रही है। श्री राम जन्मभूमि मंदिर का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है और इस उपलब्धि के प्रतीक के रूप में आज मंदिर के शिखर पर भगवा धर्म ध्वज फहराया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या पहुंच चुके हैं और उन्होंने मंदिर परिसर में विधि-विधान से पूजा-अर्चना शुरू कर दी है। यह क्षण न केवल अयोध्यावासियों के लिए बल्कि समूचे देश और विश्व भर के राम भक्तों के लिए भावुक कर देने वाला है।
अयोध्या में गूंजे जय श्री राम के नारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अयोध्या पहुंचते ही पूरी नगरी ‘जय श्री राम’ के उद्घोष से गूंज उठी। पीएम मोदी सबसे पहले हेलीकॉप्टर से साकेत यूनिवर्सिटी पहुंचे, जहां से वे एक भव्य रोड शो करते हुए राम मंदिर परिसर तक आए। उनके स्वागत के लिए सड़कों के किनारे भारी भीड़ उमड़ी थी। मंदिर परिसर में पहुंचने पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका स्वागत किया। इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए देश भर से करीब 7,000 विशिष्ट अतिथियों को आमंत्रित किया गया है।
पीएम मोदी और मोहन भागवत ने की आरती ध्वजारोहण के मुख्य कार्यक्रम से पहले एक अत्यंत आध्यात्मिक दृश्य देखने को मिला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने गर्भगृह में भगवान राम की विशेष आरती की। दोनों ही दिग्गजों ने रामलला के समक्ष शीश झुकाकर राष्ट्र के कल्याण की कामना की। आरती के दौरान वातावरण भक्तिमय हो गया और वैदिक मंत्रोच्चार से पूरा मंदिर परिसर गुंजायमान हो उठा।
सप्तऋषि मंदिरों के किए दर्शन मुख्य मंदिर में जाने से पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने सप्तऋषि मंदिरों का दौरा किया। भारतीय संस्कृति और रामायण काल के इन महान ऋषियों के प्रति सम्मान व्यक्त करते हुए, पीएम मोदी ने महर्षि वशिष्ठ, महर्षि विश्वामित्र, महर्षि अगस्त्य, महर्षि वाल्मीकि, देवी अहिल्या, निषादराज गुह और माता शबरी को समर्पित मंदिरों में दर्शन-पूजन किया। इन सभी के आशीर्वाद के बाद ही वे मुख्य ध्वजारोहण कार्यक्रम की ओर अग्रसर हुए।
मंदिर निर्माण की पूर्णता का प्रतीक: भगवा ध्वज आज फहराया जाने वाला ध्वज केवल एक कपड़े का टुकड़ा नहीं, बल्कि त्याग और भक्ति का प्रतीक है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के अनुसार, यह ध्वज तिकोने आकार में बनाया गया है। इसकी लंबाई 22 फीट और चौड़ाई 11 फीट है। मंदिर के शिखर पर इस ध्वज के स्थापित होते ही यह आधिकारिक संदेश पूरी दुनिया में जाएगा कि राम मंदिर का निर्माण कार्य अब शत-प्रतिशत पूरा हो चुका है और कोई भी निर्माण शेष नहीं है। ध्वज के अभिषेक के लिए श्रृंगवेरपुर धाम के श्रीश बाहुबली महाराज विशेष रूप से गंगाजल लेकर आए हैं।
शुभ मुहूर्त में होगा ऐतिहासिक ध्वजारोहण वैदिक ज्योतिष के अनुसार, ध्वजारोहण के लिए ‘अभिजीत मुहूर्त’ चुना गया है। यह शुभ समय आज सुबह 11:52 बजे से शुरू होकर दोपहर 12:35 बजे तक रहेगा। इसी समयावधि के बीच पीएम मोदी, सीएम योगी आदित्यनाथ, गवर्नर आनंदीबेन पटेल और स्वामी गोविंददेव गिरि की उपस्थिति में मंदिर के सर्वोच्च शिखर पर धर्म ध्वज स्थापित करेंगे। इंतजार की घड़ियां अब बस समाप्त होने ही वाली हैं।