श्रीराम मंदिर शिखर पर लगेगा भगवा विजय ध्वज, पीएम मोदी करेंगे ध्वजारोहण
रामलला मंदिर के शिखर पर पहली बार भगवा विजय ध्वज फहराने की तैयारियाँ, वैदिक अनुष्ठानों में 108 आचार्य होंगे शामिल
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प्रधानमंत्री मोदी 25 नवंबर को मंदिर के शिखर पर विजय ध्वज फहराएंगे
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मंदिर परिसर के निकास मार्ग को नया नाम—‘सुग्रीव पथ’
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सूर्य-प्रतीक अंकित विशेष ध्वज मजबूत पैराशूट कपड़े और रेशमी धागों से निर्मित
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अयोध्या एयरपोर्ट पर 80 चार्टर्ड फ्लाइट्स के पहुँचने का अनुमान
समग्र समाचार सेवा
अयोध्या, 23 नवंबर:अयोध्या में 25 नवंबर को एक ऐसा दृश्य सामने आने वाला है, जो शहर के धार्मिक इतिहास को नई ऊँचाई देगा. रामलला के भव्य मंदिर के शिखर पर पहली बार भगवा विजय ध्वज फहराया जाएगा. इस क्षण को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं संपन्न करेंगे और लाखों श्रद्धालु इसे एक पावन अवसर के रूप में देखेंगे.
शहर को भव्य सजावट से सँवारा गया है. मुख्य मार्गों पर आकर्षक रोशनियाँ, पुष्प-वृंत और स्वागत द्वार लगाए गए हैं. सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस, प्रशासन और विशेष बलों की तैनाती बढ़ा दी गई है.
ध्वज की तैयारी भी विशेष रूप से की गई है. इसे अहमदाबाद की एक ऐसी कंपनी ने बनाया है जो पैराशूट फैब्रिक बनाने में माहिर मानी जाती है. कपड़ा ऐसा चुना गया है कि तेज धूप, भारी बारिश और तेज हवाओं का असर उस पर न पड़े. ध्वज पर अंकित सूर्य चिह्न भगवान राम की सूर्यवंशीय परंपरा का प्रतीक माना जा रहा है.
ध्वजारोहण से पहले होने वाले वैदिक मंत्रोच्चार और पूजन में 108 विद्वान आचार्य भाग लेंगे. अयोध्या, काशी और दक्षिण भारत से पहुँचे इन आचार्यों का नेतृत्व काशी के प्रतिष्ठित विद्वान गणेश्वर शास्त्री करेंगे. मंदिर परिसर में हाल ही में किए गए बदलाव के तहत निकास मार्ग को ‘सुग्रीव पथ’ नाम दिया गया है.
इस आयोजन में बड़ी संख्या में संत, अतिथि और आमंत्रित लोग आने वाले हैं. इसी वजह से 25 नवंबर को अयोध्या एयरपोर्ट पर करीब 80 चार्टर्ड विमानों के उतरने की तैयारी की गई है.