जमीन पर लेटकर सम्मान: जोहान्सबर्ग में PM मोदी का ग्रैंड वेलकम
G20 एजेंडा पर भारत का दृष्टिकोण पेश करेंगे प्रधानमंत्री; समिट के तीनों सत्रों में संबोधन
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘जी-20 लीडर्स’ समिट में भाग लेने के लिए शुक्रवार को जोहान्सबर्ग पहुँचे।
- एयरपोर्ट पर स्थानीय महिला कलाकारों ने पारंपरिक नृत्य प्रस्तुत कर पीएम मोदी का भव्य स्वागत किया।
- स्वागत के दौरान महिला कलाकारों ने ज़मीन पर लेटकर अनोखे तरीके से प्रधानमंत्री को सम्मान दिया, जिसकी तस्वीरें वायरल हो गईं।
समग्र समाचार सेवा
जोहान्सबर्ग, दक्षिण अफ्रीका, 20 नवंबर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दक्षिण अफ्रीका दौरे की शुरुआत जोहान्सबर्ग एयरपोर्ट पर हुए एक अविस्मरणीय और भव्य स्वागत से हुई। शुक्रवार को एयरपोर्ट पर उतरते ही उनका ध्यान पहले से मौजूद स्थानीय कलाकारों के समूह पर गया। इनमें खास तौर पर महिला कलाकार थीं, जो पारंपरिक वेशभूषा में अपने मनमोहक नृत्य से देश के मुखिया का अभिनंदन कर रही थीं।
पीएम मोदी के इस दौरे को विशेष बनाने के लिए इन महिला कलाकारों ने नृत्य की प्रस्तुति के बाद एक ऐसा दुर्लभ भाव प्रदर्शित किया, जो शायद पहले कभी किसी भारतीय प्रधानमंत्री के स्वागत में नहीं देखा गया। सम्मान की सर्वोच्च भावना दर्शाते हुए, इन कलाकारों ने प्रधानमंत्री को विशेष धन्यवाद देते हुए जमीन पर लेटकर उन्हें प्रणाम किया और सम्मान दिया। इस गर्मजोशी भरे अभिवादन को स्वीकार करते हुए पीएम मोदी ने भी झुककर उन्हें विनम्रता से प्रणाम किया। महिलाओं द्वारा सम्मान देने का यह अनूठा तरीका अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जो दोनों देशों के बीच स्नेह और सांस्कृतिक कूटनीति के मजबूत बंधन को दर्शाता है।
G20 लीडर्स’ समिट का मंच: भारत की विश्व दृष्टि
प्रधानमंत्री मोदी इस यात्रा के दौरान जोहान्सबर्ग में आयोजित होने वाले ‘जी-20 लीडर्स’ समिट’ में भाग ले रहे हैं। यह लगातार चौथी बार है जब यह प्रतिष्ठित शिखर सम्मेलन विकासशील देशों (ग्लोबल साउथ) में आयोजित किया जा रहा है, जो वैश्विक मंच पर इन देशों की बढ़ती महत्ता को दर्शाता है। इस समिट में प्रधानमंत्री मोदी, जी-20 एजेंडा पर भारत के स्पष्ट और प्रभावशाली दृष्टिकोण को दुनिया के सामने रखेंगे।
विदेश मंत्रालय के अनुसार, यह समिट भारत के लिए वैश्विक मुद्दों पर अपनी नेतृत्व क्षमता और समावेशी विकास की अपनी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। प्रधानमंत्री का लक्ष्य वैश्विक चुनौतियों जैसे जलवायु परिवर्तन, सतत विकास, और ऊर्जा परिवर्तन पर भारत की पहल और समाधानों को उजागर करना होगा।
शिखर सम्मेलन के तीनों प्रमुख सत्रों में PM मोदी का संबोधन
प्रधानमंत्री मोदी से शिखर सम्मेलन के तीनों प्रमुख सत्रों को संबोधित करने की उम्मीद है, जिनमें वे भारत के नीतिगत और दार्शनिक पहलुओं को साझा करेंगे।
पहला सत्र: ‘समावेशी और सतत आर्थिक विकास’
इस सत्र का मुख्य फोकस ‘किसी को पीछे न छोड़ना’ पर रहेगा। चर्चा के प्रमुख विषयों में अर्थव्यवस्था का निर्माण, वैश्विक व्यापार की भूमिका, विकास के लिए आवश्यक वित्तपोषण की व्यवस्था और विकासशील देशों के ऋण बोझ को कम करने जैसे गंभीर विषय शामिल होंगे।
दूसरा सत्र: ‘एक सक्षम और लचीली दुनिया’
यह सत्र आपदा जोखिम न्यूनीकरण, जलवायु परिवर्तन के खिलाफ सामूहिक लड़ाई, न्यायसंगत ऊर्जा परिवर्तन को सुनिश्चित करने और वैश्विक खाद्य प्रणालियों को मजबूत बनाने पर केंद्रित होगा। इसमें G-20 समूह द्वारा एक सक्षम और लचीली विश्व व्यवस्था के निर्माण में दिए जा सकने वाले योगदान पर विचार-विमर्श होगा।
तीसरा सत्र: ‘सभी के लिए न्यायपूर्ण भविष्य’
शिखर सम्मेलन का यह अंतिम सत्र महत्वपूर्ण खनिज प्रबंधन, सम्मानजनक रोजगार के अवसरों के सृजन और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के जिम्मेदार उपयोग जैसे भविष्योन्मुखी विषयों पर आधारित होगा। प्रधानमंत्री के संबोधन के माध्यम से इन वैश्विक चुनौतियों के समाधान के लिए भारत का दृष्टिकोण दुनिया के सामने आएगा।
जोहान्सबर्ग में पीएम मोदी का यह दौरा न केवल द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करेगा, बल्कि ‘ग्लोबल साउथ’ के एक प्रभावशाली नेता के रूप में भारत की स्थिति को भी और सशक्त बनाएगा।