बंगाल चुनाव में बीजेपी का बड़ा दांव: ममता के गढ़ में 6 राज्यों के संगठन मंत्री तैनात
2026 विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने बंगाल को पाँच जोन में बाँटकर बड़े नेताओं की तैनाती की, बूथ से लेकर पन्ना स्तर तक संगठन को दी नई धार
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छह राज्यों के संगठन मंत्री बंगाल के पाँच जोन में तैनात
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5 महीने तक लगातार मैदान में रहकर रणनीति तैयार करेंगे
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75% से अधिक बूथ और पन्ना प्रमुखों की बहाली पूरी
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टीएमसी के किले जैसे दक्षिण 24 परगना व कोलकाता पर विशेष फोकस
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 22 नवंबर: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2026 को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने अपनी तैयारियाँ तेज कर दी हैं। बिहार चुनाव में प्रचंड जीत के बाद पार्टी अब ममता बनर्जी के अभेद्य माने जाने वाले किले को भेदने की व्यापक रणनीति पर काम कर रही है। इसी योजना के तहत बीजेपी ने बंगाल को पाँच बड़े जोन में विभाजित करते हुए छह राज्यों के संगठन मंत्रियों और छह वरिष्ठ नेताओं की तैनाती कर दी है। ये सभी नेता आगामी पाँच महीनों तक बंगाल में ही डेरा डालकर चुनावी मशीनरी को मजबूत करेंगे।
सूत्रों के अनुसार, अक्टूबर तक राज्य में 75 प्रतिशत से अधिक बूथ और पन्ना प्रमुखों की नियुक्ति पूरी कर ली गई है। पार्टी का फोकस अब बूथ मैनेजमेंट, सामाजिक समीकरण, विस्तार योजना और स्थानीय नेतृत्व को सशक्त बनाने पर है।
क्षेत्रवार जिम्मेदारियाँ
1. राढ़बंगा क्षेत्र, पुरुलिया, बांकुड़ा, वर्धमान
इस क्षेत्र में संगठन विस्तार बीजेपी का बड़ा लक्ष्य है।
यहाँ छत्तीसगढ़ के संगठन मंत्री पवन साई और उत्तराखंड के धन सिंह रावत को जिम्मेदारी दी गई है।
2. हावड़ा–हुगली–मेदिनीपुर
इस जोन की कमान दिल्ली के संगठन मंत्री पवन राणा के पास है।
हुगली व हावड़ा में इनके साथ हरियाणा के वरिष्ठ नेता संजय भाटिया सक्रिय रहेंगे।
मेदिनीपुर में, जो शुभेंदु अधिकारी की मजबूत पकड़ वाला इलाका माना जाता है, यहाँ यूपी के मंत्री जेपीएस राठौर को भेजा गया है।
3. कोलकाता महानगर और दक्षिण 24 परगना
टीएमसी का सबसे मजबूत गढ़, यहाँ सेंध लगाना बीजेपी के लिए बड़ी चुनौती है।
कमांड दी गई है हिमाचल के संगठन मंत्री एम. सिद्धार्थन को, और उनके साथ कर्नाटक के वरिष्ठ नेता सी.टी. रवि तैनात किए गए हैं।
4. नवद्वीप—उत्तर 24 परगना
यह इलाका सांप्रदायिक संवेदनशीलता, घुसपैठ के मुद्दे और टीएमसी के शक्तिशाली क्लस्टर्स के लिए जाना जाता है।
यहाँ जिम्मेदारी आंध्र प्रदेश के संगठन मंत्री एन. मधुकर और यूपी के सुरेश राणा को दी गई है।
5. उत्तर बंगा—मालदा—मूर्शिदाबाद—सिलीगुड़ी बेल्ट
इस महत्वपूर्ण जोन की कमान अरुणाचल प्रदेश के संगठन मंत्री अनंत नारायण मिश्र को मिली है।
सिलीगुड़ी में कर्नाटक के संगठन मंत्री अरुण बिन्नाडी सक्रिय रहेंगे।
सूत्रों के अनुसार, यहाँ पूर्व केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी भी भूमिका निभाएँगे।
बूथ–पन्ना प्रमुखों की बहाली और माइक्रो मैनेजमेंट
बीजेपी ने बूथ रणनीति को सबसे बड़ी प्राथमिकता दी है।
राज्य के 75% से अधिक बूथों पर बूथ प्रमुख और पन्ना प्रमुख नियुक्त किए जा चुके हैं।
इसके अलावा, 250 से अधिक सीटों पर एक पुरुष और एक महिला विस्तारक तैनात किए गए हैं।
पंचायत स्तर तक पहुँचने के लिए माइक्रो मैनेजमेंट भी शुरू हो गया है।
बीजेपी का लक्ष्य है कि अगले पाँच महीनों में सीट,वार रणनीति तैयार करके टीएमसी के किलों में सेंध लगाई जाए। वरिष्ठ नेता केंद्रीय नेतृत्व के साथ मिलकर ऐसी चुनावी योजना बना रहे हैं, जिससे 2026 में सत्ता परिवर्तन का सपना पूरा किया जा सके।