15 दिन, दो चुनावी अग्निपरीक्षा, BJP की जीत पर अब असली टेस्ट
दिल्ली में 12 वार्डों पर उपचुनाव, AAP अपनी साख बचाने में जुटी, BJP के लिए प्रतिष्ठा का सवाल
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बिहार की शानदार जीत के बाद BJP अगले 15 दिनों में दो बड़े इलेक्शन कॉन्टेस्ट फेस करने जा रही है।
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दिल्ली MCD के 12 वार्डों में 30 नवंबर को वोटिंग—AAP, कांग्रेस और BJP तीनों ने पूरी ताकत झोंकी।
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महाराष्ट्र में 2 दिसंबर को नगर निकाय चुनाव—29 नगर निगम और 6859 सीटों पर मुकाबला।
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महायुति सरकार की परफॉर्मेंस, गठबंधन की मजबूती और विपक्ष की रणनीति—सब इस चुनाव से तय होगा।
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 19 नवंबर: बिहार विधानसभा चुनाव में बीजेपी-जेडीयू गठबंधन की ऐतिहासिक सफलता के बाद पार्टी के लिए अब असली चुनौती शुरू होती दिख रही है। बिहार के जनादेश ने बीजेपी को राजनीतिक बढ़त दी है, लेकिन अब 15 दिनों के भीतर दो बड़े चुनावी मुकाबले उसके सामने खड़े हैं—दिल्ली नगर निगम का उपचुनाव और महाराष्ट्र का बहुचर्चित नगर निकाय चुनाव। ये दोनों चुनाव सिर्फ स्थानीय स्तर तक सीमित नहीं, बल्कि राष्ट्रीय राजनीतिक संकेत तय करेंगे।
दिल्ली MCD उपचुनाव – AAP की साख और BJP की प्रतिष्ठा दोनों दांव पर
दिल्ली में फरवरी 2025 की हार के बाद आम आदमी पार्टी पहली बार किसी बड़े चुनाव में उतर रही है। कुल 12 वार्डों पर 30 नवंबर को मतदान होगा। AAP के लिए यह मौका है कि वह दिखा सके कि उसके पास अभी भी राजधानी में ग्राउंड सपोर्ट मौजूद है।
दूसरी ओर, बीजेपी इस उपचुनाव को हल्के में नहीं लेना चाहती, क्योंकि राष्ट्रीय राजनीति में दिल्ली की भूमिका बेहद अहम रही है। कांग्रेस भी अपनी खोई जमीन वापस पाने के इरादे से चुनाव में आक्रामक है।
वार्ड-वाइज उम्मीदवार (सभी दलों की लिस्ट):
- मुंडका: जयपाल सिंह (BJP) | अनिल लाकड़ा (AAP) | मुकेश कुमार (CONG)
- शालीमार बाग: अनीता जैन | बबिता अहलावत | सरिता कुमारी
- अशोक विहार: वीना असीजा | सीमा गोयल | विशाखा रानी
- चांदनी चौक: सुमन गुप्ता | हर्ष शर्मा | अजय जैन
- चांदनी महल: सुनील शर्मा | मुदस्सिर कुरैशी | कुंवर शहजाद
- द्वारका बी: मनीषा राजपाल | राजबाला सहारावत | सुमिता मलिक
- दिचाऊ कलां: रेखा रानी | नीतू केशव | मनोज तंवर
- संगम विहार ए: शुभ्रजीत गौतम | अनुज शर्मा | सुरेश चौधरी
- दक्षिण पुरी: रोहिणी राज | रामस्वरूप कनौजिया | विक्रम कुमार
- ग्रेटर कैलाश: अंजुम मंडल | एशना गुप्ता | शिखा कपूर
- विनोद नगर: सरला चौधरी | गीता रावत | विनय दुबे
ये मुकाबले बता देंगे कि दिल्ली में राजनीतिक हवा किस दिशा में बह रही है।
महाराष्ट्र निकाय चुनाव – 2 दिसंबर को विशाल मतदान, 3 दिसंबर को नतीजे
महाराष्ट्र में इस बार नगर निकाय चुनाव सिर्फ स्थानीय मुद्दों पर नहीं, बल्कि राज्य और राष्ट्रीय राजनीति की दिशा तय करने वालों में गिने जा रहे हैं।
बीएमसी, पुणे, नागपुर, ठाणे, कल्याण-डोंबिवली जैसे बड़े नगर निगमों समेत कुल 29 नगर निगमों में वोटिंग होगी।
इसके अलावा—
- 246 नगर परिषदें
- 42 टाउन परिषदें
- 32 जिला परिषदें
इन सबके लिए मतदान होगा।
कुल 6859 सीटों पर चुनाव होना है, जिनमें—
- 3492 सीटें महिलाएं,
- 895 सीटें SC,
- 338 सीटें ST
- 1821 सीटें OBC
के लिए आरक्षित हैं।
कौन-कौन मैदान में?
भाजपा, शिवसेना (शिंदे), शिवसेना (यूबीटी), एनसीपी (अजित गुट), एनसीपी (एसपी), मनसे, वंचित बहुजन अघाड़ी और रासप—सभी दल चुनाव में उतर चुके हैं।
फडणवीस-शिंदे-अजित गठबंधन की पहली बड़ी परीक्षा
लोकसभा चुनाव में हार के बाद महायुति को महाराष्ट्र में अपनी पकड़ दोबारा साबित करनी होगी।
कांग्रेस का अकेले लड़ने का निर्णय विपक्षी एकता को चुनौती देता है, और यह चुनाव भाजपा के लिए भी एक प्रतिष्ठित मुकाबला बन जाता है।
अगले साल पाँच राज्यों में विधानसभा चुनाव, दिल्ली-महाराष्ट्र नतीजे देंगे शुरुआती संकेत
2026 में देश के पाँच बड़े राज्यों
- असम
- केरल
- तमिलनाडु
- पश्चिम बंगाल
- पुडुचेरी
में विधानसभा चुनाव होने हैं।
दिल्ली और महाराष्ट्र के नतीजे इन आगामी चुनावों के लिए राजनीतिक तापमान का पहला संकेत बनेंगे।