अमेरिका से डिपोर्ट होकर भारत लौट रहा गैंगस्टर अनमोल बिश्नोई

200 लोगों की डिपोर्टी लिस्ट में अनमोल समेत तीन भारतीय वांटेड अपराधी भी शामिल

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  • अमेरिका ने कुल 200 लोगों को डिपोर्ट करने की प्रक्रिया पूरी की, जिनमें अनमोल बिश्नोई और पंजाब के दो अन्य वांटेड शामिल।
  • अनमोल पर मूसेवाला मर्डर, सलमान खान हाउस फायरिंग और बाबा सिद्दीकी हत्या की साजिश रचने का आरोप।
  • लॉरेंस बिश्नोई गैंग के विदेशी ऑपरेशन की कमान अनमोल संभालता था, उसके आने से नेटवर्क पर बड़ा असर।
  • एनआईए और मुंबई पुलिस ने उसे मोस्ट वांटेड घोषित किया था, कई राज्यों में 18 केस दर्ज हैं।

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली | 19 नवंबर:भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ी उपलब्धि सामने आई है। लंबे समय से फरार चल रहा कुख्यात गैंगस्टर अनमोल बिश्नोई, जिसे लॉरेंस बिश्नोई गैंग का अंतरराष्ट्रीय चेहरा कहा जाता है, अब आखिरकार भारत लाया जा रहा है। अमेरिकी अधिकारियों ने उसे अपने देश से बाहर करते हुए भारत को सौंपने का निर्णय लिया है। जानकारी के मुताबिक, जिस विमान से डिपोर्टी भेजे जा रहे हैं, वह 19 नवंबर की सुबह 10 बजे IGI एयरपोर्ट पर लैंड करेगा।

अमेरिका ने इस बार कुल 200 लोगों को डिपोर्ट किया है, जिनमें 197 गैर-कानूनी प्रवासी हैं, जबकि तीन भारतीय वांटेड अपराधियों के नाम भी इस लिस्ट में शामिल हैं। इन्हीं में से एक है अनमोल बिश्नोई—जो पिछले कई सालों से अमेरिका में बैठकर भारत में हाई-प्रोफाइल वारदातों का संचालन कर रहा था।

सूत्रों के अनुसार, अनमोल पर 18 से ज़्यादा गंभीर मामले दर्ज हैं। इसमें सबसे बड़ा नाम सिद्धू मूसेवाला का हत्या केस है, जिसमें उस पर हथियार, वाहन और लॉजिस्टिक सपोर्ट उपलब्ध कराने का आरोप है। इसके अलावा इसी साल अप्रैल में सलमान खान के घर के बाहर हुई फायरिंग की जिम्मेदारी भी उसने सार्वजनिक तौर पर ली थी।

इसी तरह, 12 अक्टूबर 2024 को एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी के बेटे के दफ्तर के बाहर हुई गोलीबारी में उसकी भूमिका जांच में निकलकर सामने आई थी। माना जाता है कि इस वारदात की प्लानिंग और शूटरों की हैंडलिंग अनमोल के जरिए ही की जा रही थी।

अनमोल, लॉरेंस बिश्नोई का छोटा भाई है और उसके जेल में रहने के बाद सभी बड़े ऑपरेशन्स की जिम्मेदारी उसने अपने हाथ में ले ली थी। विदेश में बैठकर वह वीडियो कॉल और एन्क्रिप्टेड प्लेटफॉर्म्स पर गैंग के सदस्यों को निर्देश दिया करता था। 2024 में जब वह एक अमेरिकी पार्टी में पंजाबी सिंगर करण औजला के साथ दिखाई दिया था, उसी के बाद अमेरिकी एजेंसियों ने उसकी गतिविधियों पर नज़र रखनी शुरू कर दी। कुछ समय बाद वह वहीं की कस्टडी में आ गया।

भारत लंबे समय से उसका प्रत्यर्पण चाहता था, और इस बार डिपोर्टेशन के जरिए यह प्रक्रिया पूरी हो रही है। सुरक्षा एजेंसियां मान रही हैं कि उसके भारत आने से न सिर्फ गैंग की फंडिंग और कमांड स्ट्रक्चर खुलेगा, बल्कि लॉरेंस बिश्नोई की जेल से निकलने वाली गतिविधियों पर भी बड़ा दबाव बनेगा।

एनआईए ने उसे मोस्ट वांटेड घोषित कर रखा है और उसके सिर पर 10 लाख रुपये का इनाम था। मुंबई पुलिस ने भी उसकी गिरफ्तारी के लिए लुक आउट सर्कुलर जारी किया हुआ था।

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यह कार्रवाई भारत के लिए बड़ी रणनीतिक सफलता मानी जा रही है, क्योंकि अनमोल का वापस आना बिश्नोई नेटवर्क पर सीधे प्रहार जैसा है।

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