सलाहकार बनाम परिवार: RJD में अंदरूनी बवाल
करारी चुनावी हार के बीच लालू परिवार में फूट गहराई—संजय यादव और रमीज पर 'परिवार तोड़ने' और 'रणनीति बिगाड़ने' के आरोप
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लालू यादव की बेटी रोहिणी ने संजय यादव और रमीज पर परिवार से निकालने, अपमान और हिंसा तक के गंभीर आरोप लगाए।
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रमीज पर हत्या समेत दर्जनभर आपराधिक मामले, फिर भी RJD की रणनीति और डेटा विंग में बड़ी भूमिका।
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संजय यादव—तेजस्वी के सबसे भरोसेमंद सलाहकार, राज्यसभा तक पहुंचे; कार्यकर्ताओं में भारी असंतोष।
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2015 के बाद से RJD कोई चुनाव नहीं जीत पाई, पार्टी में चर्चा“सलाहकारों ने फायदा कम, विवाद ज़्यादा दिए।”
समग्र समाचार सेवा
पटना, 16 नवंबर: बिहार चुनाव में करारी हार के बाद अब RJD के भीतर सियासी भूचाल मच गया है। लालू प्रसाद यादव की बड़ी बेटी और पिता को किडनी देने वाली रोहिणी आचार्य ने खुलकर आरोप लगाया है कि उन्हें तेजस्वी यादव, उनके दो मुख्य सलाहकार संजय यादव और रमीज ने परिवार से अलग कर दिया।
रोहिणी ने दावा किया कि जब भी पार्टी के भीतर गलत रणनीति या सलाहकारों की भूमिका पर सवाल उठाए जाते हैं, तो आवाज उठाने वालों को बेइज्जत किया जाता है।
उन्होंने कहा,
“मुझे गालियां दी गईं, चप्पल उठाकर मारा गया, और परिवार से बाहर कर दिया गया। संजय यादव, रमीज और तेजस्वी से पूछिए उन्हीं लोगों ने मुझे निकाला है।”
यह पहला मौका नहीं है जब तेजस्वी के सलाहकारों पर उंगलियां उठी हों। इससे पहले तेज प्रताप यादव ने संजय यादव को “जयचंद” कहा था। पार्टी में यह चर्चा लंबे समय से है कि 2015 के बाद जब लालू प्रसाद बैकग्राउंड में गए और सलाहकार फ्रंट फुट पर आए, RJD कोई बड़ा चुनाव नहीं जीत पाई।
कौन हैं रमीज़? हत्या के आरोपों वाला रणनीतिकार

रमीज का नाम पहली बार इस स्तर पर सामने आया है।
- वे मूल रूप से उत्तर प्रदेश से हैं और पूर्व सांसद रिज़वान जहीर के दामाद हैं।
- उन पर करीब 12 आपराधिक मामले, जिनमें हत्या, साजिश और हिंसा के आरोप शामिल हैं।
- 2021 पंचायत चुनाव हिंसा, 2022 में नगर पंचायत अध्यक्ष की हत्या की साजिश, 2023 में प्रतापगढ़ हत्याकांड—कई मामलों में नाम सामने आया।
- RJD में वे डेटा, सर्वे और रणनीति की जिम्मेदारी संभालते हैं संजय यादव के सबसे करीबी माने जाते हैं।
स्थानीय नेताओं में नाराज़गी है कि हरियाणा के संजय और यूपी के रमीज मिलकर बिहार की पार्टी की दिशा तय कर रहे हैं।
कैसे हुई RJD में एंट्री?
रमीज़ के पार्टी में आने के दो किस्से सामने आते हैं
1. कहा जाता है कि संजय यादव ने रमीज़ के ससुर रिज़वान जहीर के लिए पहले कैंपेन बनाया था—यहीं से दोनों की जान-पहचान बढ़ी।
2. दूसरी जानकारी यह कि रमीज़ पूर्व क्रिकेटर रहे, जिससे उनकी पहचान तेजस्वी से हुई, और बाद में वे बिहार बुलाए गए।
संजय यादव: तेजस्वी के दिमाग की ताकत या विवाद का केंद्र?

- संजय यादव 1984 में हरियाणा के महेंद्रगढ़ में पैदा हुए।
- एमबीए और MSc (कंप्यूटर साइंस) कर चुके हैं।
- पहले प्राइवेट कंपनी में नौकरी करते थे, फिर पूरी तरह तेजस्वी के साथ राजनीतिक रणनीति में जुड़ गए।
- तेजस्वी और संजय की दोस्ती दिल्ली में क्रिकेट खेलने के दौरान शुरू हुई थी।
- तेजस्वी की जीत-हार, सोशल मीडिया, ब्रांडिंग सारा चुनावी खाका संजय ही तैयार करते हैं।
इन्हीं संजय यादव को तेजस्वी यादव ने राज्यसभा भी भेजा है।
लेकिन कार्यकर्ता अब खुलकर कह रहे हैं कि सलाहकारों ने पार्टी को फायदा कम, नुकसान ज़्यादा पहुंचाया है।