लालू को किडनी देकर पछताईं रोहिणी, तेजस्वी के करीबियों पर लगाए गंभीर आरोप
'मुझसे बड़ा गुनाह हो गया', सोशल मीडिया पर भावुक हुई लालू की बेटी, तेजस्वी के हरियाणवी दोस्त का किया जिक्र
- लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने सोशल मीडिया पर ट्वीट कर अपने पिता को किडनी दान करने के फैसले पर पछतावा जताया है और इसे ‘बड़ा गुनाह’ बताया।
- उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें ताना मारा गया कि उन्होंने करोड़ों रुपये और टिकट लेकर अपनी ‘गंदी किडनी’ पिता को दी।
- रोहिणी ने तेजस्वी यादव पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए अन्य विवाहित बहनों को सलाह दी कि वे अपने मायके में भाई होने पर पिता को न बचाएँ, बल्कि भाई या उसके ‘हरियाणवी दोस्त’ से किडनी देने को कहें।
समग्र समाचार सेवा
पटना, 16 नवंबर: बिहार विधानसभा चुनाव में हार के बाद लालू प्रसाद यादव के परिवार में चल रहा घरेलू कलह अब सार्वजनिक रूप से सामने आ गया है। लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य, जो पहले ही परिवार और राजनीति छोड़ने का ऐलान कर चुकी हैं, ने रविवार को एक के बाद एक ट्वीट कर अपने भाई तेजस्वी यादव और उनके सहयोगियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इस विवाद के केंद्र में रोहिणी आचार्य द्वारा अपने पिता लालू प्रसाद यादव को किडनी दान करने का बलिदान है, जिस पर उन्होंने अब गहरा पछतावा व्यक्त किया है।
रोहिणी आचार्य ने सोशल मीडिया पर कहा कि लालू जी को किडनी देकर उनसे ‘बहुत बड़ा गुनाह हो गया’। उन्होंने लिखा कि उन्हें गाली दी गई और कहा गया कि उन्होंने करोड़ों रुपये लेकर और चुनाव का टिकट लेकर अपनी ‘गंदी किडनी’ पिता को दी थी। यह आरोप परिवार के अंदरूनी विवाद की भयावहता को दिखाता है।
तेजस्वी के ‘हरियाणवी दोस्त’ पर परोक्ष हमला
अपने ट्वीट में, रोहिणी ने अप्रत्यक्ष रूप से अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव और उनके करीबियों को निशाने पर लिया। उन्होंने अन्य सभी विवाहित बेटियों और बहनों को भावनात्मक अपील करते हुए सलाह दी कि वे उनकी जैसी गलती न करें।
उन्होंने लिखा, “सभी बेटी-बहन, जो शादीशुदा हैं उनको मैं बोलूंगी कि जब आपके मायके में कोई बेटा-भाई हो, तो भूल कर भी अपने भगवान रूपी पिता को नहीं बचाएं। अपने भाई, उस घर के बेटे को ही बोले कि वो अपनी या अपने किसी हरियाणवी दोस्त की किडनी लगवा दे।” ‘हरियाणवी दोस्त’ का जिक्र करना तेजस्वी यादव के करीबी सहयोगी संजय यादव पर सीधा हमला माना जा रहा है, जिन पर रोहिणी ने परिवार को तोड़ने का आरोप लगाया है।
जलील करने और चप्पल मारने का आरोप
किडनी दान पर पछतावे के साथ-साथ रोहिणी आचार्य ने पहले भी किए गए ट्वीट में बताया था कि उन्हें परिवार में किस तरह जलील किया गया। उन्होंने आरोप लगाया था कि एक बेटी, एक बहन, एक शादीशुदा महिला, एक मां को जलील किया गया और मारने के लिए चप्पल उठाई गई। रोहिणी ने भावुक होते हुए कहा कि उन्हें मजबूरी में अपने रोते हुए माता-पिता को छोड़कर आना पड़ा और ‘मुझसे मेरा मायका छुड़वाया गया, मुझे अनाथ बना दिया गया’।
इस विवाद के तार राजद की हार के बाद संजय यादव और तेजस्वी के करीबी रमीज नेमत पर रोहिणी द्वारा लगाए गए आरोपों से जुड़े हैं। रोहिणी आचार्य के ये सार्वजनिक बयान लालू परिवार की कलह को चरम पर ले आए हैं और बिहार की राजनीति में भूचाल ला दिया है।