श्रीनगर: नौगाम थाने में विस्फोट, 9 की मौत; फरीदाबाद से लाए थे विस्फोटक
जब्त 360 किलो अमोनियम नाइट्रेट से नमूना लेते समय हुआ भीषण हादसा; मरने वालों में पुलिस और फोरेंसिक टीम के अधिकारी
- जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर स्थित नौगाम पुलिस स्टेशन में शुक्रवार देर रात एक भीषण विस्फोट हुआ, जिसमें अब तक नौ लोगों की मौत की पुष्टि हुई है।
- विस्फोट उस समय हुआ जब पुलिस और फोरेंसिक टीम के सदस्य हरियाणा के फरीदाबाद से हाल ही में जब्त किए गए 360 किलोग्राम विस्फोटक रसायनों के जखीरे से नमूने निकाल रहे थे।
- मृतकों में अधिकांश पुलिसकर्मी और फोरेंसिक टीम के अधिकारी शामिल हैं, जबकि 24 से अधिक लोग घायल हुए हैं, जिनमें पांच की हालत गंभीर बनी हुई है।
समग्र समाचार सेवा
श्रीनगर, 15 नवंबर: जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर के नौगाम पुलिस स्टेशन में शुक्रवार देर रात हुए एक भीषण विस्फोट ने रात के सन्नाटे को चीर कर रख दिया। इस दर्दनाक हादसे में अब तक नौ लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 24 से अधिक पुलिसकर्मियों और नागरिकों के घायल होने की खबर है। मारे गए और घायल हुए लोगों में ज्यादातर पुलिसकर्मी और फोरेंसिक टीम के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं, जो एक महत्वपूर्ण आतंकवादी मॉड्यूल मामले से जुड़े विस्फोटकों को संभाल रहे थे।
पुलिस स्टेशन परिसर के पास हुए इस धमाके की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मृतकों के शव के चीथड़े दूर-दूर तक फैल गए। विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि पुलिस स्टेशन की इमारत को भी काफी नुकसान पहुंचा है। घायलों को तत्काल इलाज के लिए शहर के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहाँ कम से कम पांच लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिससे मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है।
फरीदाबाद में जब्त हुए थे विस्फोटक के तार
अधिकारियों ने जानकारी दी है कि यह भयानक हादसा उस समय हुआ जब पुलिस हाल ही में भंडाफोड़ किए गए एक ‘सफेदपोश’ आतंकवादी मॉड्यूल मामले में जब्त किए गए विस्फोटकों के एक बड़े जखीरे से नमूने निकाल रही थी। यह विस्फोटक सामग्री हरियाणा के फरीदाबाद से बरामद की गई थी।
यह जखीरा मुख्य रूप से गिरफ्तार डॉक्टर मुज़म्मिल गनई के किराए के घर से बरामद 360 किलोग्राम संदिग्ध अमोनियम नाइट्रेट रसायनों का हिस्सा था। इसके अलावा, जब्त किए गए 2,900 किलोग्राम आईईडी बनाने की सामग्री, जिसमें डेटोनेटर, तार और अन्य विस्फोटक घटक शामिल थे, का एक बड़ा हिस्सा नौगाम पुलिस स्टेशन में ही रखा गया था, जहाँ आतंकी मॉड्यूल से जुड़ा मुख्य मामला दर्ज था।
दिल्ली ब्लास्ट और जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा था मॉड्यूल
सुरक्षा सूत्रों के मुताबिक, जिस आतंकवादी मॉड्यूल के संबंध में ये विस्फोटक जब्त किए गए थे, उसके तार इस सप्ताह की शुरुआत में दिल्ली के लाल किले के पास हुए शक्तिशाली विस्फोट से जुड़े थे। दिल्ली में हुए उस विस्फोट में कम से कम 13 लोग मारे गए थे।
सुरक्षा बलों ने इस मामले में कठोर कार्रवाई करते हुए अंतर-राज्यीय जैश-ए-मोहम्मद मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया था। यह जांच अक्टूबर के मध्य में श्रीनगर के बनपोरा में सुरक्षा बलों को निशाना बनाने वाले धमकी भरे पोस्टरों के बाद शुरू हुई थी। जांच के दौरान शोपियां, गंदेरबल, उत्तर प्रदेश के सहारनपुर और फरीदाबाद से कई गिरफ्तारियाँ की गईं, और आखिरकार फरीदाबाद से 3,000 किलोग्राम विस्फोटक सामग्री जब्त की गई थी।
इस त्रासदीपूर्ण घटना ने एक बार फिर आतंकवादी नेटवर्क के अंतर-राज्यीय खतरे को उजागर किया है और विस्फोटक सामग्री के भंडारण और प्रबंधन में बरती जाने वाली सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। शुरुआती विस्फोट के बाद लगातार हुए छोटे विस्फोटों के कारण बचाव अभियान भी बाधित हुआ। सुरक्षा एजेंसियों ने मौके पर खोजी कुत्तों को तैनात किया है और मामले की उच्च-स्तरीय जांच शुरू कर दी गई है।