बिहार चुनाव: तेज प्रताप को मिली Y+ सुरक्षा
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने लालू यादव के बेटे को दी वाई प्लस कैटेगरी की सुरक्षा; सीआरपीएफ को जिम्मेदारी।
- बिहार विधानसभा चुनाव के बीच, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को केंद्र सरकार ने वाई प्लस (Y+) कैटेगरी की सुरक्षा प्रदान की है।
- केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश पर, अब उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी सीआरपीएफ (CRPF) की विशेष टीम संभालेगी।
- सुरक्षा एजेंसियों की हालिया रिपोर्ट और स्वयं तेज प्रताप की माँग के बाद यह निर्णय लिया गया, जो चुनाव के माहौल में महुआ सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।
समग्र समाचार सेवा
पटना, 09 नवंबर: बिहार चुनाव के बीच एक बड़ा राजनीतिक और सुरक्षा संबंधी फैसला सामने आया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राजद प्रमुख लालू यादव के बड़े बेटे और जनशक्ति जनता दल (JJD) के संस्थापक तेज प्रताप यादव को वाई प्लस कैटेगरी (Y-Plus Category) की सुरक्षा मुहैया कराने का आदेश दिया है। इस महत्वपूर्ण फैसले के बाद, उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के जवानों को सौंपी गई है।
तेज प्रताप यादव इस समय बिहार चुनाव में सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं और अपनी पार्टी जनशक्ति जनता दल के प्रचार में व्यस्त हैं। वह स्वयं महुआ विधानसभा सीट से उम्मीदवार हैं। यह सुरक्षा उनके राजनीतिक कद और चुनावी गतिविधियों के दौरान उत्पन्न होने वाले खतरों के मद्देनजर बढ़ाई गई है।
सुरक्षा बढ़ाने का कारण और राजनीतिक पृष्ठभूमि
तेज प्रताप यादव को यह सुरक्षा ऐसे समय में मिली है जब वह अपने पिता लालू यादव द्वारा परिवार और पार्टी से बेदखल किए जाने के बाद जनशक्ति जनता दल (JJD) नाम से अपनी अलग पार्टी बना चुके हैं। उनकी पार्टी इस चुनाव में राज्य की 44 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े कर रही है।
सुरक्षा एजेंसियों ने हाल ही में तेज प्रताप यादव की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय को एक विस्तृत रिपोर्ट सौंपी थी। इस रिपोर्ट में उनके जीवन को संभावित खतरों के बारे में संकेत दिए गए थे। स्वयं तेज प्रताप यादव ने भी सार्वजनिक बयान में बिहार के मौजूदा हालात पर चिंता व्यक्त की थी। उन्होंने कहा था कि बिहार में ऐसे हालात हैं कि “कब कहाँ हमला हो जाए कुछ कहा नहीं जा सकता।” उन्होंने केंद्र सरकार से अपनी सुरक्षा बढ़ाने की औपचारिक माँग भी की थी। सुरक्षा एजेंसियों की रिपोर्ट और उनकी माँग, दोनों के आधार पर यह फैसला लिया गया है।
कैसी होती है Y-प्लस श्रेणी की सुरक्षा?
Y-प्लस श्रेणी की सुरक्षा देश की सबसे महत्वपूर्ण सुरक्षा श्रेणियों में से एक मानी जाती है, जिसे आमतौर पर उच्च जोखिम वाले राजनीतिक व्यक्तियों को प्रदान किया जाता है। इस सुरक्षा के तहत, सुरक्षा का जिम्मा पूरी तरह से केंद्रीय सुरक्षा बलों, जैसे सीआरपीएफ के पास होता है।
वाई-प्लस सुरक्षा के प्रमुख घटक:
सुरक्षा टीम: इस श्रेणी के तहत कुल 11 कमांडो तैनात किए जाते हैं।
स्टैटिक सुरक्षा: पाँच पुलिस या कमांडो जवान वीआईपी की सुरक्षा के लिए उनके आवास और उसके आसपास 24 घंटे तैनात रहते हैं।
पीएसओ (PSO) सुरक्षा: छह पीएसओ (निजी सुरक्षा अधिकारी) तीन शिफ्टों में सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालते हैं। ये PSO वीआईपी के साथ यात्रा करते हैं और उनकी व्यक्तिगत सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं।
तेज प्रताप यादव ने हाल ही में पीटीआई-वीडियो से बातचीत में विश्वास व्यक्त किया था कि चुनाव के बाद उनकी पार्टी एक बड़ी राजनीतिक शक्ति के रूप में उभरेगी। उन्होंने महुआ की जनता पर भरोसा जताते हुए कहा कि उन्होंने क्षेत्र के लिए काम किया है और जनता उन्हें फिर से आशीर्वाद देगी। बीजेपी नेताओं द्वारा उनकी प्रशंसा किए जाने पर उन्होंने कहा कि अच्छे काम की सराहना होनी चाहिए, भले ही वह किसी भी पार्टी का हो।
इस नई सुरक्षा व्यवस्था से न केवल तेज प्रताप यादव को व्यक्तिगत सुरक्षा मिलेगी, बल्कि यह बिहार के मौजूदा सियासी तनाव और चुनावी गर्मी को भी दर्शाती है।