- इंदौर कांग्रेस के दो वरिष्ठ नेताओं के बीच फोन पर हुई बातचीत का एक कथित ऑडियो क्लिप वायरल हुआ है, जिससे पार्टी में हड़कंप मच गया है।
- वायरल ऑडियो में शहर कांग्रेस अध्यक्ष चिंटू चौकसे और पूर्व शहर अध्यक्ष सुरजीत सिंह चड्ढा कथित तौर पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को अपशब्द कहते सुनाई दे रहे हैं।
- विवाद सामने आने के बाद, दोनों नेताओं ने ऑडियो क्लिप को फर्जी और AI/डीपफेक तकनीक से तैयार बताया है, लेकिन गुटबाजी के आरोप तेज हो गए हैं।
समग्र समाचार सेवा
इंदौर, मध्य प्रदेश, 07 नवंबर: मध्य प्रदेश कांग्रेस की राजनीति में एक बार फिर गुटबाजी का दौर जोर पकड़ता दिख रहा है। इंदौर में शहर कांग्रेस के दो प्रमुख नेताओं, शहर कांग्रेस अध्यक्ष चिंटू चौकसे और पूर्व शहर अध्यक्ष सुरजीत सिंह चड्ढा के बीच फोन पर हुई बातचीत का एक कथित ऑडियो क्लिप वायरल होने से राजनीतिक गलियारों में भूचाल आ गया है।
यह विवादित ऑडियो क्लिप ऐसे समय में सामने आया है जब पार्टी आलाकमान संगठन में कसावट और अनुशासन लाने के लिए प्रयासरत है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह बातचीत कथित तौर पर सितंबर के अंत से अक्टूबर माह के पहले सप्ताह के बीच हुई थी। ऑडियो की शुरुआत एक बैठक को लेकर होती है, जो बाद में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के सीतलामाता बाजार में आने के मुद्दे पर चली जाती है।
दिग्विजय सिंह पर भड़के चौकसे, अपशब्दों का इस्तेमाल
ऑडियो क्लिप में, चिंटू चौकसे कथित तौर पर दिग्विजय सिंह द्वारा डांटे जाने पर अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए भड़क जाते हैं। रिकॉर्डिंग में चिंटू चौकसे को दिग्विजय सिंह के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल करते हुए सुना जा सकता है। यह नाराजगी मुख्य रूप से दिग्विजय सिंह के उस दौरे के इर्द-गिर्द घूमती है, जब वह सीतलामाता बाजार में मुस्लिम कर्मचारियों को दुकानों से हटाने के मुद्दे पर गए थे। ऑडियो में सुरजीत सिंह चड्ढा कथित तौर पर यह कहते सुने जा रहे हैं कि उन्होंने दिग्विजय सिंह से बाजार जाने के बजाय प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुद्दा उठाने को कहा था।
इस घटनाक्रम ने मध्य प्रदेश कांग्रेस में गुटबाजी को एक बार फिर उजागर कर दिया है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह ऑडियो कांग्रेस के भीतर पुरानी बनाम नई पीढ़ी और शीर्ष नेताओं के गुटों के बीच चल रहे अंदरूनी संघर्ष को दर्शाता है।
नेताओं ने बताया ‘फर्जी’ और ‘डीपफेक’
ऑडियो क्लिप सार्वजनिक होने के बाद, दोनों नेताओं, चिंटू चौकसे और सुरजीत सिंह चड्ढा ने तत्काल इसका खंडन किया है। दोनों ने इस क्लिप को फर्जी (Fake) बताया और दावा किया कि यह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और डीपफेक तकनीक का उपयोग करके तैयार किया गया है।
चिंटू चौकसे ने कहा कि उनकी ऐसी कोई बातचीत सुरजीत सिंह चड्ढा से नहीं हुई है और उन्हें इस क्लिप की कोई जानकारी नहीं है। वहीं, सुरजीत सिंह चड्ढा ने भी इसे AI से बनी क्लिप बताया और कहा कि उन्होंने न तो कोई चर्चा की, न ही किसी अपशब्द का प्रयोग किया।
इस ऑडियो विवाद के सामने आने के बाद, पार्टी के भीतर और बाहर दोनों जगह हंगामा खड़ा हो गया है। बीजेपी ने इस मामले को लेकर कांग्रेस पर तंज कसा है और कहा है कि यह कांग्रेस की अंदरूनी कलह का प्रमाण है। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व, विशेष रूप से अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, इस गंभीर अनुशासनात्मक मामले पर क्या कार्रवाई करते हैं और क्या वे इस गुटबाजी को रोकने में सफल होते हैं।