- बिहार चुनाव के पहले चरण में रिकॉर्ड 64.66% मतदान के बाद अब दूसरे चरण (94 सीटों) के लिए प्रचार अभियान तेज हो गया है।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, तेजस्वी यादव और राहुल गांधी सहित शीर्ष नेताओं ने जनता के बीच अपनी-अपनी पार्टियों के लिए चुनावी हुंकार भरी।
- रैलियों में NDA ने ‘जंगलराज बनाम विकास’ और महागठबंधन ने ‘बेरोज़गारी और पलायन’ के मुद्दों को मुख्य केंद्र में रखा है।
समग्र समाचार सेवा
पटना, 07 नवंबर: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण में हुए रिकॉर्ड तोड़ मतदान (लगभग 65%) के उत्साह को भुनाने के लिए अब सभी राजनीतिक दल दूसरे चरण के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक रहे हैं। इस चरण में 13 जिलों की कुल 94 विधानसभा सीटों पर मतदान होना है, जो सत्ता की चाबी तय करने में निर्णायक भूमिका निभाएगा। शुक्रवार को NDA और महागठबंधन दोनों के शीर्ष नेताओं ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में रैलियाँ और जनसभाएँ कर जनता को साधने की कोशिश की।
इस चरण के प्रचार अभियान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जो NDA के लिए मुख्य चेहरा हैं, ने कई रैलियों को संबोधित किया और डबल इंजन की सरकार के फायदों को गिनाया। वहीं, महागठबंधन की ओर से तेजस्वी यादव और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने संयुक्त रूप से चुनावी मंच संभाला और युवाओं, किसानों तथा मज़दूरों के मुद्दों पर ज़ोरदार हमला बोला।
मोदी का हमला: ‘जंगलराज’ और भ्रष्टाचार का मुद्दा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी रैलियों में सीधे तौर पर RJD के 15 साल के शासन को ‘जंगलराज’ कहकर संबोधित किया। उन्होंने जनता को याद दिलाया कि कैसे उस दौरान कानून-व्यवस्था चरमरा गई थी और राज्य में विकास रुक गया था। मोदी ने कहा, “पहले चरण के रिकॉर्ड मतदान ने यह साबित कर दिया है कि बिहार की जनता एक बार फिर सुशासन और विकास के साथ खड़ी है, और वे उस ‘जंगलराज’ को वापस नहीं आने देंगे।”
मोदी ने अपनी सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों और केंद्र की जनकल्याणकारी योजनाओं को गिनाया। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व की प्रशंसा की और NDA की एकजुटता पर बल दिया। उनका मुख्य फोकस यह साबित करना रहा कि NDA ही बिहार को स्थिरता और विकास दे सकता है, जबकि विपक्ष केवल अराजकता और भ्रष्टाचार वापस लाएगा।
तेजस्वी और राहुल की जोड़ी: बेरोज़गारी पर तीखा प्रहार
महागठबंधन की ओर से तेजस्वी यादव की जनसभाओं में भारी भीड़ देखने को मिल रही है। उन्होंने अपने चुनाव प्रचार को पूरी तरह से बेरोज़गारी, पलायन और किसानों की समस्या पर केंद्रित रखा है। तेजस्वी ने अपनी हर रैली में 10 लाख नौकरियों के वादे को दोहराया और NDA सरकार पर युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी तेजस्वी के साथ मंच साझा किया और केंद्र तथा राज्य दोनों सरकारों पर हमला बोला। राहुल गांधी ने कहा कि मोदी सरकार और NDA सरकार दोनों ही केवल पूंजीपतियों के लिए काम कर रही हैं, और उन्हें गरीबों, किसानों और मज़दूरों की कोई चिंता नहीं है। उन्होंने कहा कि यह चुनाव केवल सरकार बदलने का नहीं, बल्कि युवाओं के भविष्य को सुरक्षित करने का चुनाव है। महागठबंधन का प्रचार अभियान सीधे तौर पर NDA के विकास के दावों को बेरोज़गारी और पलायन के आंकड़ों के साथ चुनौती दे रहा है।
दूसरे चरण की सीटों का गणित
दूसरे चरण में जिन 94 सीटों पर मतदान होना है, वे राजनीतिक रूप से काफी महत्वपूर्ण हैं। इन सीटों में कई मुस्लिम-यादव बाहुल्य क्षेत्र (RJD का गढ़) और पिछड़े-अति पिछड़े समुदाय (NDA का वोट बैंक) वाले क्षेत्र शामिल हैं। रिकॉर्ड तोड़ पहले चरण के मतदान के बाद, दूसरे चरण में सभी दलों की कोशिश है कि वे अपने पारंपरिक वोट बैंक के साथ-साथ महिला वोटर्स और युवा वोटर्स को भी अधिक से अधिक संख्या में मतदान केंद्र तक ला सकें। दोनों गठबंधनों के शीर्ष नेताओं की यह ताबड़तोड़ रैलियां यह दर्शाती हैं कि यह चुनाव हर चरण में कड़ा और कांटे की टक्कर वाला बना हुआ है।