बंपर मतदान की वजह SIR नहीं, जन सुराज है

जन सुराज के अध्यक्ष पप्पू सिंह का दावा: बढ़े हुए वोटर्स ने बच्चों के भविष्य और भ्रष्टाचार खत्म करने के लिए वोट किया।

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  • बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में रिकॉर्ड लगभग 65% मतदान दर्ज होने पर जन सुराज पार्टी ने एक नया दावा पेश किया है।
  • जन सुराज के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू सिंह (उदय सिंह) ने कहा कि बंपर वोटिंग की वजह SIR (चुनाव प्रणाली में सुधार) या किसी अन्य पार्टी का प्रभाव नहीं है।
  • पप्पू सिंह के अनुसार, बढ़े हुए वोटर्स ने जन सुराज पार्टी के समर्थक हैं, जिन्होंने पलायन रोकने और भ्रष्टाचार खत्म करने के लिए मतदान किया है।

समग्र समाचार सेवा
पूर्णिया, 07 नवंबर: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में लगभग 65% रिकॉर्ड-तोड़ मतदान ने सभी राजनीतिक दलों को अपने-अपने दावे पेश करने का मौका दिया है। जहाँ NDA गठबंधन इसे अपनी लहर बता रहा है, वहीं RJD इसे बदलाव की बयार मान रही है। इसी बीच, प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी ने मतदान के इस उच्च प्रतिशत पर एक महत्वपूर्ण और भिन्न दावा पेश किया है।

जन सुराज के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू सिंह (उदय सिंह) ने शुक्रवार को पूर्णिया स्थित अपने आवास पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीधे तौर पर NDA के दावों को चुनौती दी। उन्होंने कहा कि यह बंपर वोटिंग न तो भारतीय जनता पार्टी (BJP) के पक्ष में हुई है, और न ही इसका कारण कथित ‘SIR’ (चुनाव प्रणाली में सुधार) है, जिसका दावा NDA कर रहा है।

पप्पू सिंह का दावा: महिलाओं ने जन सुराज को चुना

पप्पू सिंह ने ज़ोर देकर कहा कि बढ़े हुए मतदाता वास्तव में जन सुराज पार्टी के समर्थक हैं। उन्होंने तर्क दिया कि बिहार की जनता, विशेषकर महिलाओं ने, सोच-समझकर और बदलाव के इरादे से वोट किया है।

उन्होंने कहा, “बिहार की महिलाएं अब समझ चुकी हैं कि नई सोच के साथ चलने वाला जन सुराज ही उनकी हक की लड़ाई लड़ सकता है।” पप्पू सिंह ने दावा किया कि महिलाओं ने NDA या किसी अन्य पार्टी के बजाय जन सुराज को वोट दिया है।

मतदान की वजहों को स्पष्ट करते हुए उन्होंने कहा:

महिलाओं ने अपने बच्चों के भविष्य को देखते हुए वोट किया है।

उनका मुख्य उद्देश्य बच्चों का पलायन रोकना और भ्रष्टाचार का खात्मा करना है।

महिलाएं अब जागरूक हैं और वे किसी के बहकावे में नहीं आतीं; भले ही कोई उन्हें 10 हजार रुपये दे (भाजपा के संदर्भ में), वे उसे लेने में कोई बुराई नहीं मानतीं, लेकिन वोट अपने बच्चों के रोजगार और बेहतर भविष्य के लिए ही करती हैं।

NDA के दावों पर पलटवार और चुनावी संदेश

पप्पू सिंह ने इस दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल के उस बयान पर भी तीखा हमला किया, जिसमें उन्होंने बंपर मतदान के आधार पर NDA की बंपर जीत का दावा किया था। पप्पू सिंह ने इसे खोखला दावा बताते हुए खारिज कर दिया।

उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के उस बयान पर भी निशाना साधा, जिसमें उन्होंने मतदान प्रतिशत बढ़ने का कारण ‘SIR’ (सिस्टमैटिक इलेक्शन रिफॉर्म) को बताया था। पप्पू सिंह ने स्पष्ट किया कि मतदान प्रतिशत में इज़ाफ़ा SIR की वजह से नहीं, बल्कि जन सुराज के समर्थकों के कारण हुआ है, जिन्होंने बिहार में सकारात्मक बदलाव लाने के भरोसे के साथ मतदान किया है।

जन सुराज पार्टी के इस दावे से स्पष्ट है कि बिहार की राजनीति में तीसरा मोर्चा खुद को केवल एक विकल्प नहीं, बल्कि बदलाव की मुख्य धुरी के रूप में स्थापित करने की कोशिश कर रहा है। यह दावा युवाओं और महिलाओं को आकर्षित करने की पार्टी की रणनीति का हिस्सा है, जो पलायन, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे बुनियादी मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करता है। इस तरह के बयान चुनावी बहस को पुराने गठबंधन बनाम नए विकल्प की ओर मोड़ रहे हैं, जहाँ जन सुराज उच्च मतदान को अपने पक्ष में भुनाने का प्रयास कर रही है।

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