‘बच्चा है तेजस्वी, चुनाव बाद झुनझुना पकड़ाएंगे’
बिहार की सियासत में तेज प्रताप का आक्रामक बयान, छोटे भाई को दी नसीहत
- तेज प्रताप यादव ने अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव को फिर ‘बच्चा’ बताया और कहा कि चुनाव बाद उन्हें झुनझुना पकड़ाएंगे।
- यह बयान तब आया जब तेजस्वी यादव उनके महुआ विधानसभा क्षेत्र में आरजेडी उम्मीदवार के लिए प्रचार करने गए थे।
- जवाब में तेज प्रताप ने तेजस्वी के गढ़ राघोपुर में रैली की और जनता को असली ‘मालिक’ बताया, न कि पार्टी या परिवार को।
समग्र समाचार सेवा
पटना, 04 नवंबर: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण के मतदान से ठीक पहले, राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के संस्थापक लालू प्रसाद यादव के दोनों बेटों के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। जनशक्ति जनता दल (JJD) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और महुआ विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार तेज प्रताप यादव ने अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव पर तीखा हमला बोला है।
जब पत्रकारों ने तेज प्रताप से पूछा कि तेजस्वी यादव उनके खिलाफ महुआ में प्रचार कर रहे हैं, तो उन्होंने बिना देर किए जवाब दिया, “करने दीजिए, अभी वो बच्चा है। चुनाव के बाद उसको झुनझुना पकड़ाएंगे।” तेज प्रताप ने इससे पहले भी तेजस्वी को ‘दुधमुंहा बच्चा’ बताते हुए कहा था कि उनके अभी ‘दूध के दांत नहीं टूटे’ हैं।
यह बयान ऐसे समय में आया है जब तेजस्वी यादव (जो महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हैं) वैशाली जिले की महुआ सीट पर अपनी पार्टी के उम्मीदवार मुकेश रौशन के समर्थन में प्रचार करने पहुंचे थे, जिसके बाद लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप नाराज हो गए।
पार्टी से बड़ी जनता होती है: तेज प्रताप
तेजस्वी यादव ने महुआ की जनसभा में इशारों-इशारों में तेज प्रताप पर तंज कसते हुए कहा था कि ‘पार्टी से बड़ा कोई नहीं होता है’ और ‘पार्टी ही मां-बाप है’। छोटे भाई के इस बयान पर पलटवार करते हुए तेज प्रताप ने उन्हें ‘नादान’ करार दिया और लोकतंत्र की परिभाषा समझाई।
तेज प्रताप यादव ने कहा, “हमारे छोटे और नादान भाई ने कहा कि पार्टी से बड़ा कोई नहीं होता, लेकिन हम उन्हें यह कहना चाहेंगे कि पार्टी से बड़ी हमारी जनता मालिक होती है। लोकतंत्र में सबसे बड़ी केवल जनता होती है, न कोई पार्टी और न कोई परिवार।” उन्होंने महुआ को अपनी ‘राजनीतिक कर्मभूमि’ बताते हुए कहा कि यह उनके लिए पार्टी और परिवार से भी अधिक महत्वपूर्ण है।
राघोपुर में पलटवार की रणनीति
छोटे भाई द्वारा अपने चुनाव क्षेत्र में प्रचार किए जाने से नाराज तेज प्रताप ने तत्काल पलटवार करने की रणनीति अपनाई। उन्होंने यह घोषणा की कि यदि तेजस्वी उनके क्षेत्र में प्रचार कर सकते हैं, तो वह भी तेजस्वी के गढ़ राघोपुर में प्रचार करने जाएंगे।
उन्होंने अपनी इस योजना को अमलीजामा पहनाते हुए राघोपुर विधानसभा क्षेत्र में चुनावी रैली को संबोधित किया। तेज प्रताप ने राघोपुर की जनता से वादा किया कि वह यहां मेडिकल कॉलेज का निर्माण करवाएंगे, यह आरोप लगाते हुए कि वहां के मौजूदा विधायक (तेजस्वी यादव) ने कोई काम नहीं किया।
तेज प्रताप यादव की इन टिप्पणियों ने साफ कर दिया है कि लालू परिवार की अंदरूनी कलह बिहार चुनाव में एक बड़ा मुद्दा बनी हुई है, जहां दोनों भाई राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं के चलते एक-दूसरे के खिलाफ खड़े हैं। जनशक्ति जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में, तेज प्रताप ने दावा किया है कि उनकी पार्टी के 20 उम्मीदवार चुनाव जीतेंगे और अगली सरकार की चाबी उन्हीं के हाथ में होगी, जिसके बाद वह बिहार के मुख्यमंत्री बनेंगे।