आपका वोट फेल नहीं जाए’: PM मोदी ने साधा फर्स्ट टाइम वोटर

सहरसा रैली में पीएम ने सुनाई पहली बार मतदान करने की कहानी; NDA को वोट देने की अपील

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  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सहरसा की चुनावी जनसभा में बिहार के फर्स्ट टाइम वोटरों (पहली बार मतदान करने वाले) से सीधे संवाद किया।
  • उन्होंने अपनी पहली वोटिंग का अनुभव साझा करते हुए कहा कि उनका पहला वोट फेल नहीं गया, क्योंकि उन्होंने सरकार बनाने वाले गठबंधन को वोट दिया था।
  • पीएम मोदी ने बिहार के युवाओं से NDA को वोट देकर विकसित बिहार के सपने को पूरा करने की अपील की।

समग्र समाचार सेवा
सहरसा, 03 नवंबर: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ज़ोर-शोर से प्रचार कर रहे हैं। अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान, सोमवार को सहरसा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए, पीएम मोदी ने खासकर उन नौजवान बेटे-बेटियों पर ध्यान केंद्रित किया, जो इस बार पहली बार मतदान करने जा रहे हैं।

पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, “मेरे कई नौजवान बेटे-बेटियां पहली बार वोट डालने वाले हैं। मैं उनसे आग्रह करता हूँ कि आपका पहला वोट हमें ताकत दे। आपका वोट विकसित बिहार के लिए होना चाहिए।”

उन्होंने युवाओं को अपने पहले वोट का अनुभव सुनाते हुए कहा, “जब मैंने पहली बार वोट डाला था तो मन में इच्छा थी कि मेरा वोट फेल नहीं जाना चाहिए। मैंने हवा का रुख देखा और तब वोट किया और मेरे वोट से सरकार बने इसका ख्याल रखा। मैं इसमें सफल भी रहा।”

प्रधानमंत्री ने फर्स्ट टाइम वोटरों को सलाह दी कि वे भी हवा का रुख देखकर और जिस गठबंधन की सरकार बनने वाली हो, उसे ही वोट दें। उन्होंने दृढ़ता से कहा कि बिहार में इस बार एनडीए की सरकार बनने वाली है, इसलिए उनका वोट एनडीए को मजबूती देने के लिए होना चाहिए। उनका स्पष्ट आह्वान था कि आपका पहला वोट सरकार बनाने वाला होना चाहिए, न कि बेकार जाने वाला।

विकसित बिहार का सपना और कोसी क्षेत्र का विकास

पीएम मोदी ने केवल वोट की अपील तक ही अपनी बात सीमित नहीं रखी, बल्कि उन्होंने विकसित बिहार के लिए अपने विज़न को भी सामने रखा। उन्होंने कहा कि उनका सपना है कि बिहार का युवा बिहार में ही काम करे और राज्य का नाम रोशन करे। उन्होंने ज़ोर दिया कि बिहार को विकसित राज्यों की श्रेणी में लाना है, जिसके लिए फिर एक बार एनडीए की सरकार लानी ज़रूरी है।

प्रधानमंत्री ने कोसी क्षेत्र की एक बड़ी समस्या, बाढ़, का भी ज़िक्र किया। उन्होंने कहा कि सहरसा, सुपौल, मधेपुरा, अररिया हर साल बाढ़ से परेशान होते थे, लेकिन पिछली सरकारों ने कुछ नहीं किया। उन्होंने दावा किया कि एनडीए सरकार ने कोसी की बाढ़ से बचाने के लिए कई काम किए हैं। बाढ़ के दूरगामी समाधान पर काम चल रहा है, जिसके तहत कोसी और मेची नदियों को जोड़ने की परियोजना बनाई गई है।

उन्होंने बताया कि 11 हजार करोड़ की यह परियोजना 2 लाख हेक्टेयर भूमि को सिंचाई के लिए पानी देगी, साथ ही मछली पालकों और मखाना किसानों को भी बहुत फायदा होगा। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, “मेरा सपना है कि दुनिया के कोने-कोने में मखाना को वहां के खानपान में पहुंचाना है।”

मछली उत्पादन को प्रोत्साहन देने के लिए अलग से मंत्रालय बनाने और मत्स्य संपदा स्कीम लागू करने की भी उन्होंने जानकारी दी, जिससे बिहार अब मछली का खरीददार नहीं, बल्कि दुकानदार बन गया है और दूसरे राज्यों को भी मछली भेज रहा है। उन्होंने मछली पालक साथियों को 9 हज़ार रुपये सालाना की मदद देने की भी बात दोहराई।

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