वर्ल्ड कप जीत पर BJP का ममता बनर्जी पर तंज
'8 बजे घर आने को कहा था, ये तो 12 बजे तक खेलीं'; जीत पर भी सियासी बवाल
- भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने दक्षिण अफ्रीका को हराकर पहला आईसीसी विश्व कप जीतकर इतिहास रच दिया है।
- इस ऐतिहासिक जीत के बाद, जहां पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने टीम को बधाई दी, वहीं राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा ने उनके पुराने बयान पर तीखा तंज कसा।
- भाजपा ने कहा कि ममता बनर्जी ने लड़कियों को रात 8 बजे तक घर आने के लिए कहा था, जबकि भारतीय वीरांगनाएँ रात 12 बजे तक खेलकर देश के लिए गौरव लाईं।
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली/कोलकाता, 03 नवंबर: हरमनप्रीत कौर की अगुआई वाली भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने रविवार को वनडे विश्व कप फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को 53 रन से हराकर देश के लिए पहली आईसीसी ट्रॉफी जीती। इस शानदार उपलब्धि पर पूरे देश में जश्न का माहौल है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी सोशल मीडिया पर टीम को बधाई देते हुए उनके संघर्ष और नियंत्रण की प्रशंसा की और उन्हें देश की प्रेरणा बताया।
हालांकि, सीएम की इस बधाई के तुरंत बाद ही राज्य में सियासी बयानबाजी शुरू हो गई। भाजपा ने ममता बनर्जी की पुरानी, लेकिन विवादित टिप्पणी को उठाते हुए उन पर पलटवार किया। भाजपा ने कटाक्ष करते हुए कहा, “हे भगवान, वह तो 12 बजे तक खेल रहीं थीं, लेकिन आपने तो उन्हें 8 बजे तक घर आने के लिए कहा था।” इस तंज ने एक राष्ट्रीय खेल उपलब्धि को राज्य की राजनीति से जोड़ दिया।
8 बजे घर आने वाले बयान का विवादित संदर्भ
भाजपा का यह तंज मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के एक पुराने बयान से जुड़ा है, जो उन्होंने ओडिशा की एक छात्रा से कथित सामूहिक बलात्कार की घटना के बाद दिया था। यह घटना दुर्गापुर स्थित एक निजी मेडिकल कॉलेज में हुई थी। उस समय ममता बनर्जी ने टिप्पणी की थी कि खासकर दूसरे राज्यों से पश्चिम बंगाल में पढ़ाई करने आईं छात्राओं से छात्रावासों के नियमों का पालन करने की अपेक्षा की जाती है।
उन्होंने सलाह दी थी कि “उन्हें देर रात बाहर निकलने से बचना चाहिए, हालांकि उन्हें जहां चाहें जाने का मौलिक अधिकार है।” इस बयान की तब व्यापक आलोचना हुई थी, क्योंकि इसे महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के बजाय, उन्हें ही देर रात बाहर न निकलने की नसीहत देने के रूप में देखा गया था।
भाजपा ने अब वर्ल्ड कप फाइनल मैच की समाप्ति के समय को इस पुराने बयान से जोड़कर मुख्यमंत्री पर निशाना साधा है। उनका उद्देश्य यह रेखांकित करना है कि खेल के मैदान में महिलाएं देर रात तक डटकर मुकाबला कर सकती हैं, और मुख्यमंत्री की पुरानी टिप्पणी महिला सशक्तीकरण के विपरीत थी।
भारत की वीरांगनाओं का स्वर्णिम प्रदर्शन
क्रिकेट के मैदान पर, भारतीय महिला टीम ने अपने प्रदर्शन से सभी आलोचनाओं को दरकिनार करते हुए इतिहास रच दिया। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए शेफाली वर्मा (78 गेंद में 87 रन) और दीप्ति शर्मा (58 रन) के शानदार अर्धशतकों की बदौलत 7 विकेट पर 298 रन का मजबूत स्कोर खड़ा किया। सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना ने भी 45 रन और विकेटकीपर बल्लेबाज ऋचा घोष ने 34 रन का अहम योगदान दिया।
जवाब में, दक्षिण अफ्रीका की टीम दीप्ति शर्मा की कातिलाना गेंदबाजी के सामने लड़खड़ा गई। कप्तान लौरा वोलवार्ट के बेहतरीन शतक (101 रन) के बावजूद, दक्षिण अफ्रीका की पूरी टीम 45.3 ओवर में 246 रन पर सिमट गई। दीप्ति शर्मा ने अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए केवल 39 रन देकर पांच महत्वपूर्ण विकेट झटके। शेफाली वर्मा ने भी गेंद से कमाल दिखाया और दो विकेट हासिल किए।
इस तरह, दीप्ति शर्मा ने बल्ले और गेंद दोनों से ऑलराउंड प्रदर्शन कर भारत को अपनी पहली आईसीसी ट्रॉफी दिलाई और देश को महिला क्रिकेट में एक नया स्वर्णिम अध्याय प्रदान किया। यह जीत न केवल खेल की है, बल्कि यह देश की महिलाओं के साहस और क्षमता का भी प्रतीक है।