ज़ुबीन गर्ग की आख़िरी फ़िल्म ‘रोई रोई बिनाले’ ने तोड़ा रिकॉर्ड, असम में हर शो हाउसफुल, देशभर में गूंजा जादू
सुबह 4:25 बजे पहली स्क्रीनिंग से शुरू हुई ऐतिहासिक रिलीज़, 46 शहरों में प्रदर्शन, 800 से अधिक शो होंगे देशभर में
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असम में ज़ुबीन गर्ग की आख़िरी फ़िल्म ‘रोई रोई बिनाले’ के सभी शो हाउसफुल, अगले हफ्ते के टिकट भी पूरी तरह सोल्ड आउट।
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देशभर के 46 शहरों में रिलीज़, उत्तर-पूर्व में 91 स्क्रीन पर 585 से अधिक दैनिक शो तय।
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मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने फ़िल्म से मिलने वाले GST हिस्से को कलागुरु आर्टिस्ट फाउंडेशन को दान करने की घोषणा की।
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फ़िल्म में ज़ुबीन गर्ग ने दृष्टिहीन रॉकस्टार का किरदार निभाया, दर्शकों की आँखों में छलके आँसू, आख़िरी बार देखा अपना प्रिय सितारा।
समग्र समाचार सेवा
गुवाहाटी, 31 अक्टूबर:असम के संगीत सम्राट और लोगों के दिलों पर राज करने वाले कलाकार ज़ुबीन गर्ग भले ही अब इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन उनकी आख़िरी फ़िल्म ‘रोई रोई बिनाले’ ने सिनेमाघरों में धमाल मचा दिया है। आज सुबह 4:25 बजे रिलीज़ हुई इस फ़िल्म को असम समेत देशभर में ज़बरदस्त प्रतिक्रिया मिल रही है। हर शो हाउसफुल जा रहा है और असम में आने वाले पूरे हफ्ते के लिए टिकट पहले ही सोल्ड आउट हो चुके हैं।
फ़िल्म की रिलीज़ 46 शहरों में हुई है। उत्तर-पूर्व भारत में यह 91 स्क्रीन पर चल रही है, जिनमें से 85 असम में हैं। अगले सात दिनों में 585 से ज़्यादा शो तय किए गए हैं। वहीं, देशभर में 92 स्क्रीन पर रोज़ाना 150 से अधिक शो चल रहे हैं, जिनमें लखनऊ, पुणे, देहरादून, पटना, भुवनेश्वर, कोच्चि, जयपुर, गोवा और इंदौर जैसे शहर शामिल हैं।
फ़िल्म के निर्देशक राजेश भुयान ने कहा,
“यह ज़ुबीन की नहीं, लोगों की फ़िल्म है। उनके चाहने वाले बारिश में भीगते हुए सुबह 4 बजे थिएटर पहुंचे। भारतीय सिनेमा में ऐसा जोश बहुत कम देखने को मिलता है,यही ज़ुबीन गर्ग का जादू है।”
पहली बार किसी असमिया फ़िल्म की स्क्रीनिंग इतनी बड़ी संख्या में देश के अलग-अलग हिस्सों में हुई है। जमशेदपुर, धनबाद, झांसी, कटक, भुवनेश्वर, कोच्चि, जयपुर, गोवा और इंदौर जैसे शहरों में भी यह फ़िल्म दिखाई जा रही है।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने घोषणा की है कि फ़िल्म से मिलने वाले राज्य सरकार के GST हिस्से को कलागुरु आर्टिस्ट फाउंडेशन को दान किया जाएगा। यह धनराशि कलाकारों की चिकित्सीय सहायता, बाढ़ राहत कार्यों, और आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों की शिक्षा में उपयोग की जाएगी।
गुवाहाटी में सुबह-सुबह ही सिनेमाघरों के बाहर लंबी कतारें लग गईं। अनुराधा सिनेमा हॉल में दर्शक फ़िल्म देखकर भावुक नज़र आए, कई लोगों की आँखों में आँसू थे, जिन्होंने अपने चहेते कलाकार को आख़िरी बार बड़े पर्दे पर देखा।
फ़िल्म के निर्माता श्यामंतक गौतम ने कहा,
“यह प्रतिक्रिया उम्मीद से कहीं ज़्यादा है। हर स्क्रीन हाउसफुल चल रही है। देशभर में 800 से अधिक शो होंगे और हमें विदेशों से भी स्क्रीनिंग के अनुरोध मिल रहे हैं।”
हर उम्र के दर्शक थिएटर पहुंचे, बच्चों से लेकर बुज़ुर्गों तक, सभी अपने प्रिय गायक को आख़िरी बार देखने उमड़ पड़े।
‘रोई रोई बिनाले’ एक भावनात्मक संगीतमय ड्रामा है, जिसमें ज़ुबीन गर्ग की मूल आवाज़ की रिकॉर्डिंग्स को उसी रूप में रखा गया है, ताकि यह फ़िल्म उनके लिए एक श्रद्धांजलि बन सके। फ़िल्म में ज़ुबीन ने एक दृष्टिहीन रॉकस्टार की भूमिका निभाई है।
ज़ुबीन गर्ग, जिन्होंने ‘या अली’, ‘मायाबिनी’, ‘मन बावरा’ और ‘मोन जाय’ जैसे मशहूर गीत दिए, का निधन 19 सितंबर को सिंगापुर में हुआ था। उस समय उनकी उम्र 52 वर्ष थी।
उनकी यह आख़िरी फ़िल्म अब साबित कर रही है कि ज़ुबीन की आवाज़ और उनके संगीत का जादू हमेशा लोगों के दिलों में जिंदा रहेगा।
 
			