बिहार: 24 घंटे में 3 हत्याएं, मोकामा के बाद आरा में पिता-पुत्र को गोलियों से भूना

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  • मोकामा में खूनी संघर्ष: मोकामा के घोसावरी इलाके में जन स्वराज पार्टी के समर्थक दुलारचंद यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई, जिसके बाद राजद (RJD) नेता अनंत सिंह सहित पांच लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है।
  • आरा में डबल मर्डर: आरा जिले के उदवंतनगर थाना क्षेत्र में प्रमोद कुशवाहा और उनके बेटे प्रियांशु कुशवाहा की लाश सड़क किनारे मिली। दोनों की गोली मारकर हत्या की गई है।
  • सीवान में दारोगा की हत्या: इन दोहरी हत्याओं के साथ ही, सीवान में भी एक पुलिस एसआई (सब-इंस्पेक्टर) की बेरहमी से हत्या कर दी गई, जिससे पुलिस महकमे में भी हड़कंप मच गया है।

समग्र समाचार सेवा
पटना/आरा, 31 अक्टूबर: बिहार में पिछले 24 घंटों के भीतर आपराधिक घटनाओं में हुई तीन लोगों की हत्या से राज्य की कानून व्यवस्था पर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। मोकामा में जन स्वराज पार्टी के समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या की आग अभी ठंडी भी नहीं हुई थी कि आरा जिले में पिता-पुत्र को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया गया। इन ताबड़तोड़ हत्याओं ने चुनावी माहौल के बीच पूरे राज्य में दहशत फैला दी है।

🔫 आरा डबल मर्डर: पिता-पुत्र को गोलियों से भूना

शुक्रवार की सुबह आरा जिले में उस वक्त सनसनी फैल गई, जब बेलघाट गांव के पास सड़क किनारे दो शव बरामद किए गए। मृतकों की पहचान प्रमोद कुशवाहा (45 वर्ष) और उनके बेटे प्रियांशु कुशवाहा (22 वर्ष) के रूप में हुई। दोनों उदवंतनगर थाना क्षेत्र के कसाप गांव के रहने वाले थे।

घटनाक्रम: बताया जा रहा है कि प्रमोद कुशवाहा और प्रियांशु कुशवाहा गुरुवार देर शाम एक सगाई समारोह के लिए खरीदारी करने बाजार गए थे, लेकिन देर रात तक घर नहीं लौटे।

शवों की बरामदगी: शुक्रवार सुबह ग्रामीणों ने बेलघाट के पास सड़क किनारे उनके शव देखे और पुलिस को सूचना दी। घटनास्थल पर पहुंची मुफस्सिल थाना पुलिस ने शवों को कब्जे में लिया।

हत्या का कारण अज्ञात: शुरुआती जांच में दोनों की गोली मारकर हत्या की पुष्टि हुई है। पुलिस ने घटनास्थल से खाली कारतूस भी बरामद किए हैं। प्रमोद कुशवाहा पेशे से राजमिस्त्री थे।

जांच: आरा के पुलिस अधीक्षक (SP) ने मामले की गंभीरता को देखते हुए विशेष जांच टीम (SIT) गठित की है। पुलिस हत्या के कारण और अपराधियों की पहचान के लिए हर एंगल से जांच कर रही है, लेकिन अभी तक हत्या की वजह स्पष्ट नहीं हो पाई है।

💥 मोकामा हत्याकांड और राजनीतिक कनेक्शन

आरा की घटना से कुछ ही घंटे पहले, मोकामा के घोसावरी इलाके में राजनीतिक रंजिश के चलते दुलारचंद यादव की हत्या कर दी गई।

गैंगवार का इतिहास: मोकामा का इलाका लंबे समय से गैंगवार और वर्चस्व की लड़ाई के लिए कुख्यात रहा है। मोकामा में अनंत सिंह और अन्य गुटों के बीच खूनी रंजिश चलती रही है।

दुलारचंद हत्याकांड: दुलारचंद यादव जन स्वराज पार्टी के लिए प्रचार कर रहे थे। उनके पोते ने इस हत्या के लिए राजद नेता अनंत सिंह और कर्मवीर सिंह सहित पांच लोगों को नामजद किया है।

मामले की स्थिति: यह घटना बिहार में चल रहे विधानसभा चुनाव के बीच हुई है, जिससे सियासी सरगर्मी बढ़ गई है। पुलिस इस मामले की भी गहनता से जांच कर रही है।

❓ सुशासन पर उठे गंभीर सवाल

बिहार में 24 घंटों के अंदर हुई इन लगातार हत्याओं (सीवान के एसआई सहित कुल चार हत्याएं) ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ‘सुशासन’ के दावों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। विपक्ष लगातार आरोप लगा रहा है कि राज्य में अपराधी बेखौफ हो गए हैं और जंगलराज लौट आया है।

पुलिस की कार्यशैली: इन बड़ी वारदातों के बाद पुलिस की चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था के दावों पर प्रश्नचिह्न लग गया है।

चुनावी माहौल: विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान नज़दीक है, ऐसे में कानून-व्यवस्था का मुद्दा सियासी गलियारों में गरमा गया है। सरकार और प्रशासन के लिए ये वारदातें एक बड़ी चुनौती बन गई हैं।

पुलिस ने जनता को जल्द से जल्द अपराधियों को पकड़ने का आश्वासन दिया है।

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