‘नीतीश कुमार का रिमोट BJP के हाथ में’: राहुल गांधी
बिहार चुनाव: महागठबंधन की रैली से राहुल का NDA पर बड़ा हमला, कहा- सीएम सिर्फ चेहरा हैं, सरकार तीन-चार लोग चलाते हैं।
- राहुल गांधी ने कहा- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सिर्फ ‘चेहरा’ हैं, बिहार सरकार का ‘रिमोट कंट्रोल’ BJP के हाथ में है।
- उन्होंने आरोप लगाया कि तीन-चार लोग सरकार को नियंत्रित करते हैं, जिनका सामाजिक न्याय से कोई लेना-देना नहीं है।
- कांग्रेस नेता ने रोजगार, स्वास्थ्य और शिक्षा के मुद्दों पर सरकार को घेरा और ‘मेड इन बिहार’ का नारा दिया।
समग्र समाचार सेवा
मुजफ्फरपुर, 30 अक्टूबर: बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर, लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद राहुल गांधी ने बुधवार को महागठबंधन की एक चुनावी रैली से NDA सरकार पर जोरदार हमला बोला। मुजफ्फरपुर में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव के साथ मंच साझा करते हुए राहुल गांधी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सीधे निशाने पर लिया।
उन्होंने अपने भाषण के दौरान कहा कि बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सिर्फ एक चेहरा हैं, लेकिन सरकार का असली रिमोट कंट्रोल भारतीय जनता पार्टी (BJP) के हाथों में है। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि बिहार की सत्ता को तीन-चार लोग नियंत्रित कर रहे हैं, जिन्हें राज्य के सामाजिक न्याय और युवाओं के भविष्य से कोई सरोकार नहीं है।
सामाजिक न्याय और रोजगार पर उठाए सवाल
राहुल गांधी ने अपने संबोधन में सामाजिक न्याय के मुद्दे को प्रमुखता से उठाया। उन्होंने दावा किया कि BJP सामाजिक न्याय के बिल्कुल खिलाफ है और यही कारण है कि केंद्र सरकार जातिगत जनगणना नहीं करवा रही है। उन्होंने कहा कि उन्होंने लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जातिगत जनगणना कराने को कहा, लेकिन उन्होंने इस पर एक शब्द भी नहीं बोला।
उन्होंने बिहार की 20 साल पुरानी सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि इस अवधि में शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के लिए पर्याप्त काम क्यों नहीं हुआ? राहुल गांधी ने बेरोजगार युवाओं की समस्या को रेखांकित करते हुए कहा कि बिहार के लोग रोजगार के लिए दूसरे राज्यों में जा रहे हैं, जो कि राज्य के लिए शर्मनाक है। उन्होंने वादा किया कि महागठबंधन की सरकार आने पर ‘मेड इन चाइना’ नहीं, बल्कि ‘मेड इन बिहार’ होगा, जिससे बिहार के युवाओं को यहीं पर रोजगार मिल सकेगा।
‘वोट के लिए मोदी नाच भी सकते हैं’
राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि पीएम मोदी को छठ पूजा या यमुना से कोई लेना-देना नहीं है, वे सिर्फ वोट के लिए कुछ भी कर सकते हैं। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा, “अगर आप नरेंद्र मोदी जी से कहेंगे कि हम आपको वोट देंगे, आप यहां नाचिए, तो वह मंच पर नाच लेंगे।”
राहुल गांधी ने देश में आर्थिक असमानता का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि देश में दो हिंदुस्तान हैं- एक अरबपतियों का और दूसरा गरीबों का। उन्होंने आरोप लगाया कि नोटबंदी और जीएसटी ने छोटे व्यवसायों को बर्बाद कर दिया, जबकि पीएम मोदी अपने कुछ अरबपति दोस्तों के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने जनता से महागठबंधन को वोट देने की अपील की, ताकि बिहार में बिहार की आवाज़ वाली सरकार बन सके।
महागठबंधन का ‘मेड इन बिहार’ विज़न
राहुल गांधी ने साफ किया कि महागठबंधन सिर्फ सरकार बदलने नहीं, बल्कि बिहार को बचाने के लिए चुनाव लड़ रहा है। उन्होंने कहा कि बिहार में अपार क्षमता है, और महागठबंधन इसे वास्तविकता में बदलेगा। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में भी बड़े बदलाव का वादा करते हुए कहा कि उनकी सरकार बिहार में देश की सबसे अच्छी यूनिवर्सिटी बनाएगी। राहुल गांधी ने महागठबंधन की ‘वोट अधिकार यात्रा’ का भी जिक्र किया, जो जनता की ताकत और क्षमता को दर्शाती है।
यह रैली साफ संकेत देती है कि महागठबंधन ने जातिगत न्याय, रोजगार और शिक्षा को बिहार चुनाव में अपना प्रमुख एजेंडा बनाया है, और वे सत्ता विरोधी लहर को भुनाने के लिए नीतीश-भाजपा गठबंधन पर लगातार हमलावर रहेंगे।
 
			