इंडिया पोस्ट के लिए ‘स्मारकीय परिवर्तन’ का रोडमैप जारी

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का लक्ष्य: इंडिया पोस्ट को टेक्नोलॉजी-चालित लॉजिस्टिक्स पावरहाउस बनाना।

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  • संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इंडिया पोस्ट को ‘बढ़ती से स्मारकीय’ (Incremental to Monumental) परिवर्तन के लिए एक व्यापक रोडमैप प्रस्तुत किया है।
  • लक्ष्य है कि डाक और पार्सल सेवाएँ कुल राजस्व में 75% तक का योगदान दें और अगले 5 वर्षों में पार्सल कारोबार से ₹25,000 करोड़ का राजस्व प्राप्त हो।
  • परिवर्तन की दिशा में 6 नई डिलीवरी सेवाएँ शुरू की जाएंगी और 18 डाकघरों को ‘नेक्स्ट-जनरेशन पोस्ट ऑफिस’ के रूप में विकसित किया जाएगा।

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 30 अक्टूबर: केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इंडिया पोस्ट बिज़नेस मीट 2025-26 (Q2) के दौरान घोषणा की कि डाक विभाग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘विकसित भारत’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के दृष्टिकोण के अनुरूप एक स्मारकीय परिवर्तन से गुज़रने के लिए तैयार है। यह परिवर्तन इंडिया पोस्ट को एक पारंपरिक डाक नेटवर्क से बदलकर एक अत्याधुनिक, टेक्नोलॉजी-चालित लॉजिस्टिक्स संगठन बनाने पर केंद्रित है।

सिंधिया ने जोर दिया कि अब लक्ष्य केवल छोटे-छोटे सुधार (Incremental improvements) नहीं हैं, बल्कि एक जबरदस्त और दूरगामी परिवर्तन लाना है। इस परिवर्तन का मुख्य स्तंभ प्रौद्योगिकी, नवाचार और समावेशिता होंगे।

राजस्व में बड़ी वृद्धि और निजी क्षेत्र की भागीदारी

मंत्री ने वित्तीय वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही (Q2) के प्रदर्शन की समीक्षा की, जहाँ विभाग ने ₹4,200 करोड़ के लक्ष्य के मुकाबले ₹3,324 करोड़ का राजस्व हासिल किया, जो लगभग 80% है। हालांकि, सिंधिया ने वार्षिक लक्ष्य पूरा करने के लिए गति बढ़ाने पर बल दिया।

राजस्व का मुख्य स्रोत: मंत्री ने निर्देश दिया कि आने वाले वर्षों में पार्सल और मेल सेवाएँ कुल राजस्व में कम से कम 75% का योगदान करें।

बड़ा लक्ष्य: इंडिया पोस्ट का लक्ष्य अगले पाँच वर्षों में पार्सल कारोबार से ₹25,000 करोड़ का राजस्व प्राप्त करना है।

निजी क्षेत्र का सहयोग: सिंधिया ने कहा कि अगले पांच वर्षों में व्यापार मिश्रण में 20:80 का सार्वजनिक-निजी अनुपात होना चाहिए, जिसमें टिकाऊ विकास के लिए निजी क्षेत्र के सहयोग पर अधिक जोर दिया जाएगा।

‘नेक्स्ट-जनरेशन’ डाकघर और नई सेवाएँ

आधुनिकीकरण की अपनी योजना के तहत, इंडिया पोस्ट ने बुनियादी ढांचे के उन्नयन और नागरिक-केंद्रित सेवाओं को बेहतर बनाने पर ध्यान केंद्रित किया है:

नई डिलीवरी सेवाएँ: पार्सल और मेल ऑपरेशंस को समर्थन देने के लिए अगले साल की शुरुआत में 6 नई डिलीवरी सेवाएँ शुरू की जाएंगी।

नेक्स्ट-जनरेशन पोस्ट ऑफिस: देश के 7 राज्यों में 18 डाकघरों को ‘नेक्स्ट-जनरेशन पोस्ट ऑफिस’ के रूप में विकसित किया जाएगा। इन्हें पहुँच, डिज़ाइन और सेवा उत्कृष्टता के नए मानक स्थापित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह पहल पूरे नेटवर्क में भविष्य के बदलावों के लिए एक मॉडल के रूप में काम करेगी।

बुनियादी ढाँचा: मार्च 2026 तक प्रमुख मार्गों के साथ सड़क परिवहन बुनियादी ढांचे को अपग्रेड करने का निर्देश दिया गया है, जिसमें पूर्वोत्तर राज्यों में कनेक्टिविटी सुधार पर विशेष बल दिया गया है।

प्रदर्शन निगरानी और जवाबदेही

सिंधिया ने प्रदर्शन निगरानी और जवाबदेही को मजबूत करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उन्होंने कम प्रदर्शन करने वाले 12 सर्किलों (जैसे ओडिशा, केरल, बिहार) को दिल्ली और तेलंगाना जैसे शीर्ष प्रदर्शन करने वाले सर्किलों से सर्वोत्तम कार्यप्रणाली सीखने और लक्षित हस्तक्षेप करने के लिए कहा।

मंत्री ने ज़ोर देकर कहा कि यह परिवर्तन केवल महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित करने के बारे में नहीं है, बल्कि संगठन के भीतर पारिवारिक भावना, सहयोग और साझा उद्देश्य की भावना को बढ़ावा देने के बारे में भी है।

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