31 अक्टूबर के बाद बंद हो जाएगा आपका FASTag, टोल देना पड़ेगा कैश में, बचना है तो तुरंत करें KYV वेरिफिकेशन

NHAI ने फास्टैग यूज़र्स के लिए KYV प्रक्रिया को 31 अक्टूबर तक अनिवार्य किया; वेरिफिकेशन न कराने पर टैग अपने-आप निष्क्रिय हो जाएगा और कैश से देना होगा टोल

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  • 31 अक्टूबर 2025 तक KYV प्रक्रिया पूरी न करने वालों का FASTag बंद हो जाएगा।
  • फास्टैग बंद होने पर टोल का भुगतान कैश में करना होगा, जो दोगुना महंगा होगा।
  • KYV का उद्देश्य सिस्टम में पारदर्शिता लाना और फर्जीवाड़े पर रोक लगाना है।
  • प्रक्रिया ऑनलाइन है, बैंक की वेबसाइट या ऐप से आसानी से पूरी की जा सकती है।

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 30 अक्टूबर: अगर आप अपनी गाड़ी पर FASTag का इस्तेमाल करते हैं, तो अब सावधान हो जाइए। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने घोषणा की है कि 31 अक्टूबर 2025 तक अगर गाड़ी मालिकों ने Know Your Vehicle (KYV) वेरिफिकेशन नहीं कराया, तो उनका फास्टैग अपने-आप निष्क्रिय हो जाएगा।

इसका सीधा मतलब है, फास्टैग ब्लॉक होने के बाद आपको टोल प्लाजा पर कैश से भुगतान करना होगा, और यह भुगतान दोगुना तक हो सकता है। सरकार का कहना है कि यह कदम पारदर्शिता बढ़ाने और फर्जीवाड़ा रोकने के लिए उठाया गया है, ताकि सिस्टम में सुधार लाया जा सके।

🔹 क्यों जरूरी हुआ KYV वेरिफिकेशन

NHAI ने पाया कि देशभर में कई वाहन मालिक एक ही फास्टैग को अलग-अलग गाड़ियों में इस्तेमाल कर रहे थे। कुछ लोग तो फास्टैग को जेब में रखकर टोल पार कर लेते थे, जिससे डेटा और सिस्टम दोनों में गड़बड़ियां हो रही थीं।

ऐसे मामलों को रोकने के लिए अब फास्टैग को सीधे वाहन की पहचान (RC) से जोड़ा जा रहा है। KYV के तहत हर फास्टैग सिर्फ उसी गाड़ी पर इस्तेमाल किया जा सकेगा, जिसके नाम पर वह जारी हुआ है। इससे यह सुनिश्चित होगा कि छोटी गाड़ियों पर भारी वाहनों के टैग या दूसरे वाहन के टैग का दुरुपयोग न हो सके।

🔹 KYV करने की प्रक्रिया कैसी है?

सरकार ने इस प्रक्रिया को बेहद आसान रखा है ताकि आम लोग इसे बिना किसी परेशानी के पूरा कर सकें। गाड़ी मालिकों को बस कुछ जरूरी दस्तावेज़ ऑनलाइन जमा करने होंगे, जैसे —

गाड़ी का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (RC)

पहचान पत्र (आधार, पैन या पासपोर्ट)

गाड़ी की तस्वीरें (सामने और साइड से, ताकि नंबर प्लेट और फास्टैग स्पष्ट दिखे)

इसके बाद आपको उस बैंक की वेबसाइट या मोबाइल ऐप पर जाना होगा, जिससे आपका फास्टैग जारी किया गया था। वहां “Know Your Vehicle” या “Update KYV” का विकल्प मिलेगा। उस पर क्लिक करके दस्तावेज़ अपलोड करें और ओटीपी वेरिफिकेशन पूरा करें।

एक बार यह प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद आपका फास्टैग “Active and Verified” दिखने लगेगा।

🔹 क्या होगा अगर वेरिफिकेशन नहीं किया?

अगर किसी वाहन मालिक ने तय समय तक KYV नहीं कराया, तो उसका फास्टैग अपने-आप निष्क्रिय हो जाएगा, भले ही उसमें बैलेंस क्यों न बचा हो। हाल में कई जगहों से शिकायतें आई हैं कि अधूरे वेरिफिकेशन के कारण गाड़ियों को टोल प्लाजा पर रोका जा रहा है।

इससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में NHAI ने दो दिन का अलर्ट जारी किया है और लोगों से अपील की है कि वे समय रहते वेरिफिकेशन पूरा करें।

🔹 सरकार का तर्क और लोगों की प्रतिक्रिया

सरकार का दावा है कि KYV से पूरे टोल सिस्टम में पारदर्शिता आएगी। चोरी या बेची गई गाड़ियों को ट्रैक करना आसान होगा और गलत टैग यूज़ की घटनाएं रुकेंगी। साथ ही यह प्रक्रिया एक बार करने के बाद तब तक वैध रहेगी जब तक गाड़ी का मालिक नहीं बदलता।

वहीं, आम जनता का कहना है कि यह प्रक्रिया थोड़ी झंझट भरी जरूर है, लेकिन जरूरी भी है। ठीक वैसे ही जैसे बैंकों में KYC कराना पड़ता है। कई लोगों का मानना है कि अगर इस नियम से सिस्टम पारदर्शी होता है तो थोड़ी मेहनत वाजिब है।

🔹 NHAI की अपील

NHAI ने कहा है कि वाहन मालिक KYV प्रक्रिया 31 अक्टूबर से पहले ही पूरी कर लें, ताकि किसी भी वाहन को टोल प्लाजा पर रोका न जाए। साथ ही उन्होंने बताया कि सभी बैंकों के फास्टैग पोर्टल्स पर KYV सुविधा एक्टिव है।

निष्कर्ष:

अगर आप नहीं चाहते कि सफर के बीच टोल पर रोक लगे या डबल चार्ज देना पड़े, तो आज ही अपने बैंक की वेबसाइट या ऐप से KYV प्रक्रिया पूरी करें। यह न केवल नियमों के पालन के लिए जरूरी है बल्कि आपकी यात्रा को भी बिना बाधा के बनाए रखेगा।

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