रामनगरी अयोध्या बनेगी राष्ट्रीय मुक्केबाज़ी का अखाड़ा
7 से 10 नवंबर तक 'के.एस.ई. कप' में देशभर के मुक्केबाज दिखाएंगे दम; विजेता जाएंगे दुबई विश्व चैम्पियनशिप चयन शिविर में।
- अयोध्या में 7 से 10 नवम्बर 2025 तक “के.एस.ई. कप सीनियर पुरुष बॉक्सिंग चैम्पियनशिप” का आयोजन होगा।
- विजेताओं को अंतरराष्ट्रीय IBA मेन्स एलिट वर्ल्ड बॉक्सिंग चैम्पियनशिप, दुबई (पुरस्कार राशि: $8.32 मिलियन) के चयन शिविर में भाग लेने का अवसर मिलेगा।
- प्रतियोगिता में 19 से 40 वर्ष के मुक्केबाज 13 वजन वर्गों में भाग लेंगे; स्वर्ण विजेता को ₹11,000 और रजत विजेता को ₹5,100 मिलेंगे।
समग्र समाचार सेवा
अयोध्या, 30 अक्टूबर: रामनगरी अयोध्या जल्द ही राष्ट्रीय खेल मानचित्र पर एक महत्वपूर्ण स्थान बनाने जा रही है। इंडियन एमेच्योर बॉक्सिंग फेडरेशन (IABF) द्वारा आयोजित “के.एस.ई. कप सीनियर पुरुष बॉक्सिंग चैम्पियनशिप 2025” की मेजबानी अयोध्या करेगा। यह राष्ट्रीय प्रतियोगिता आगामी 7 से 10 नवम्बर तक सेठ एम.आर. जयपुरिया स्कूल में आयोजित की जाएगी। इस आयोजन में देशभर के राज्यों, केंद्रशासित प्रदेशों और विभिन्न बोर्डों की टीमें भाग लेंगी, जिससे अयोध्या की धरती पर राष्ट्रीय स्तर के मुक्केबाज़ों का ज़ोरदार जमावड़ा देखने को मिलेगा।
फेडरेशन के महासचिव राकेश ठाकरान ने प्रेस कांफ्रेंस में इस आयोजन की जानकारी देते हुए कहा कि इस चैंपियनशिप का प्राथमिक उद्देश्य देश के युवा मुक्केबाज़ों को राष्ट्रीय मंच प्रदान करना है, ताकि वे अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सकें। उन्होंने विशेष रूप से बताया कि यह प्रतियोगिता मात्र एक घरेलू टूर्नामेंट नहीं है, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करने का द्वार भी खोलेगी।
दुबई विश्व चैम्पियनशिप का सीधा टिकट
प्रतियोगिता को राष्ट्रीय बॉक्सिंग के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण बनाते हुए महासचिव राकेश ठाकरान ने घोषणा की कि विजेता मुक्केबाज़ों को अंतर्राष्ट्रीय बॉक्सिंग एसोसिएशन (IBA) द्वारा आयोजित मेन्स एलिट वर्ल्ड बॉक्सिंग चैम्पियनशिप, दुबई (2 से 13 दिसम्बर 2025) के लिए आयोजित होने वाले राष्ट्रीय चयन शिविर में सीधे भाग लेने का अवसर मिलेगा। दुबई में होने वाली इस प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय चैम्पियनशिप की कुल पुरस्कार राशि 8.32 मिलियन अमेरिकी डॉलर है, जो मुक्केबाज़ों के लिए एक बड़ा प्रोत्साहन है। इस प्रकार, अयोध्या में होने वाले इस मुकाबले के परिणाम का असर सीधे भारतीय मुक्केबाज़ी के अंतर्राष्ट्रीय परिदृश्य पर पड़ेगा।

अयोध्या बन रहा खेलों का नया केंद्र
उत्तर प्रदेश उपाध्यक्ष एवं आयोजन समिति के अध्यक्ष विशाल गुप्ता, जो विधायक अयोध्या के ज्येष्ठ पुत्र हैं, ने अयोध्या को खेलों का नया केंद्र बनाने की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा, “मुक्केबाज़ी युवाओं में अनुशासन, आत्मविश्वास और आत्मशक्ति की भावना को मजबूत करती है। अयोध्या की आध्यात्मिक भूमि पर इस तरह के आयोजन से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा।” उन्होंने अयोध्या आने वाले प्रत्येक खिलाड़ी और अधिकारी का गर्मजोशी से स्वागत करने का आश्वासन दिया।
प्रतियोगिता का कार्यक्रम और नियम
प्रतियोगिता की संरचना विस्तार से बताते हुए ठाकरान ने कहा कि इसका प्रारंभ 7 नवम्बर शुक्रवार को टीमों के आगमन, पंजीकरण, मेडिकल जांच, वज़न माप और ड्रॉ से होगा। मुख्य कार्यक्रम इस प्रकार हैं:
उद्घाटन समारोह: 8 नवम्बर को सुबह 11 बजे।
मुकाबले: 8 और 9 नवम्बर को प्रारंभिक, क्वार्टर फाइनल और सेमीफाइनल मुकाबले होंगे।
फाइनल और समापन: 10 नवम्बर को फाइनल मुकाबलों के साथ समापन समारोह होगा।
इस चैम्पियनशिप में 19 वर्ष से अधिक और 40 वर्ष से कम (जन्म 1 जनवरी 1985 से 31 दिसम्बर 2006 के बीच) आयु वर्ग के खिलाड़ी भाग लेंगे। मुकाबले 3 राउंड × 3 मिनट के होंगे, जिनके बीच 1 मिनट का अंतराल रहेगा। इसमें 13 वज़न वर्ग (46 किग्रा से +92 किग्रा तक) निर्धारित किए गए हैं। सभी मुकाबले IABF के चिकित्सा और एंटी-डोपिंग नियमों के तहत ही आयोजित किए जाएंगे।
पुरस्कार राशि और संगठनात्मक तैयारी
खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रत्येक भार वर्ग में स्वर्ण पदक विजेता को ₹11,000 और रजत पदक विजेता को ₹5,100 की पुरस्कार राशि प्रदान की जाएगी। यह पुरस्कार केवल उन मुक्केबाज़ों को मिलेगा जो कम से कम एक मुकाबला जीतेंगे। आयोजन समिति ने सभी मुक्केबाज़ों और टीम अधिकारियों के लिए मुफ़्त आवास और भोजन की सुविधा भी सुनिश्चित की है। इसके अतिरिक्त, आवश्यक दस्ताने और बैंडेज भी आयोजक समिति की ओर से ही उपलब्ध कराए जाएंगे।
संगठनात्मक मजबूती और आगामी रणनीति के उद्देश्य से, डॉ. राकेश मिश्र (राष्ट्रीय अध्यक्ष, इंडियन एमेच्योर बॉक्सिंग फेडरेशन) 10 नवंबर को अयोध्या पहुंचकर प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में शामिल होंगे, जैसा कि प्रदेश महासचिव उपेन्द्र पांडेय ने जानकारी दी।
अयोध्या में होने वाली यह राष्ट्रीय चैम्पियनशिप न केवल मुक्केबाज़ी खेल के स्तर को नई ऊँचाई देगी, बल्कि अयोध्या को राष्ट्रीय खेल मानचित्र पर एक महत्वपूर्ण पहचान भी दिलाएगी।