छठ पूजा 2025 संपन्न: उगते सूर्य को दिया गया अर्घ्य

देशभर के घाटों पर उमड़ा आस्था का सैलाब; व्रतियों ने 36 घंटे का कठिन निर्जला व्रत तोड़ा, पीएम मोदी और सीएम नीतीश ने दी शुभकामनाएं।

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  • उगते सूर्य को अर्घ्य: चार दिवसीय छठ महापर्व का समापन 28 अक्टूबर 2025, मंगलवार को व्रती महिलाओं द्वारा सूर्य देव को ‘उषा अर्घ्य’ देने के साथ हुआ।
  • 36 घंटे का व्रत पूर्ण: सूर्य को अर्घ्य देने के बाद व्रतियों ने 36 घंटे का कठिन निर्जला व्रत तोड़ा, जिसके बाद प्रसाद वितरण और पारण की परंपरा निभाई गई।
  • नेताओं की भागीदारी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान और अन्य प्रमुख राजनेताओं ने भी छठ महापर्व के अवसर पर देशवासियों को बधाई दी और पूजा में भाग लिया।

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली/पटना/लखनऊ, 28 अक्टूबर: सूर्य उपासना का महापर्व छठ पूजा 2025 आज उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही देशभर में श्रद्धा और उल्लास के वातावरण में संपन्न हो गया। 25 अक्टूबर को नहाय-खाय के साथ शुरू हुआ चार दिवसीय यह अनुष्ठान, अंतिम दिन ‘उषा अर्घ्य’ के बाद पूरा हुआ। इस महत्वपूर्ण अवसर पर देशभर के छठ घाटों पर अपार जनसैलाब उमड़ पड़ा। व्रती महिलाओं ने अपने परिवार की सुख-समृद्धि और संतान की दीर्घायु की कामना करते हुए छठी मैया और भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित किया।

36 घंटे का निर्जला व्रत संपन्न

छठ महापर्व का सबसे कठिन चरण 36 घंटे का निर्जला उपवास होता है, जो मंगलवार सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही समाप्त हो गया। अर्घ्य के बाद व्रतियों ने जल ग्रहण किया और प्रसाद ग्रहण कर पारण किया। इस दौरान छठ घाटों पर पारंपरिक गीत और भक्तिमय माहौल छाया रहा। फल, ठेकुआ, और नारियल से सजे सूप (बांस के बर्तन) के साथ व्रती सूर्यदेव की उपासना में लीन दिखीं।

पटना से दिल्ली तक आस्था का सैलाब

इस महापर्व की भव्यता बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के अलावा देश के प्रमुख महानगरों में भी देखने को मिली। पटना में गंगा तटों, जैसे दीघा घाट और कुर्जी घाट पर आस्था का सैलाब उमड़ा। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में यमुना तटों, जैसे हाथी घाट और वासुदेव घाट पर भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। इसके अलावा, मुंबई, कोलकाता, रांची, और लखनऊ जैसे शहरों में भी स्थानीय घाटों पर भव्य छठ पूजा का आयोजन किया गया। इन महानगरों में छठ पूजा भारत की सांस्कृतिक विविधता और अखंडता का प्रतीक बन गई।

इससे ठीक एक दिन पहले, रविवार की शाम को व्रतियों ने अस्ताचलगामी (डूबते) सूर्य को अर्घ्य अर्पित कर अपनी श्रद्धा प्रकट की थी।

राजनीतिक हस्तियों ने दी शुभकामनाएं और किया पूजन

छठ महापर्व के समापन पर देश की कई प्रमुख राजनीतिक हस्तियों ने अपनी शुभकामनाएं दीं और पूजा अनुष्ठानों में भाग लिया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स (पहले ट्विटर) पर पोस्ट कर छठ के शुभ समापन पर देशवासियों का अभिनंदन किया और छठी मैया से सभी के जीवन में आलोकित रहने की प्रार्थना की।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना स्थित अपने आवास पर उगते सूर्य को उषा अर्घ्य अर्पित किया।

केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने भी पटना आवास से पूजा की और विकसित बिहार के साथ-साथ सभी परिवारों में समृद्धि की कामना की।

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी पटना में आयोजित छठ अनुष्ठान में भाग लिया।

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव भी उज्जैन में छठ पूजा में शामिल हुए और इसे सनातन संस्कृति की रक्षा का प्रतीक बताया।

इन प्रमुख नेताओं की भागीदारी ने पर्व के धार्मिक महत्व के साथ-साथ इसके सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व को भी रेखांकित किया।

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