सीएम नीतीश पहुंचे चिराग के घर: क्या मिट गई 2020 की कड़वाहट?

छठ महापर्व के 'खरना' पर मुख्यमंत्री ने चिराग पासवान के आवास पर ग्रहण किया प्रसाद; सियासी गलियारों में एकजुटता और भविष्य के समीकरणों पर चर्चा तेज।

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  • छठ पर मुलाकात: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रविवार (26 अक्टूबर, 2025) शाम को केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान के आवास पर छठ महापर्व के ‘खरना’ का प्रसाद ग्रहण करने अचानक पहुंचे।
  • गर्मजोशी भरा स्वागत: चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री का स्वागत झुककर पैर छूकर आशीर्वाद लेते हुए किया, जो दोनों नेताओं के बीच पूर्व की तल्खी को देखते हुए एक बड़ी राजनीतिक घटना मानी जा रही है।
  • NDA की एकजुटता का संदेश: यह मुलाकात बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से ठीक पहले हुई है, जिसे राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में पूरी एकजुटता के संदेश के रूप में देखा जा रहा है।

समग्र समाचार सेवा
पटना, 26 अक्टूबर: बिहार की राजनीति में वर्षों से चली आ रही एक बड़ी तल्खी के पिघलने का संकेत रविवार शाम को मिला। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने छठ महापर्व के दूसरे दिन ‘खरना’ के मौके पर केंद्रीय मंत्री और लोजपा (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान के आवास पर जाकर सबको चौंका दिया। यह राजनीतिक घटनाक्रम इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि 2020 विधानसभा चुनाव के दौरान चिराग पासवान ने नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली जेडीयू के खिलाफ उम्मीदवार उतारकर उनकी पार्टी को बड़ा नुकसान पहुंचाया था, जिसके बाद से दोनों नेताओं के बीच रिश्ते सहज नहीं रहे थे।

चिराग का सम्मान, नीतीश का सहज भाव

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आगमन की खबर मिलते ही चिराग पासवान तुरंत उन्हें रिसीव करने के लिए घर के बाहर पहुंचे। जैसे ही मुख्यमंत्री अपनी गाड़ी से उतरे, चिराग पासवान ने झुककर उनके पैर छूए और आशीर्वाद लिया। चिराग के इस सम्मानपूर्ण व्यवहार ने सियासी गलियारों में पुरानी बातों को भुलाकर नई शुरुआत की अटकलों को हवा दे दी। बताया जा रहा है कि इस दौरान मुख्यमंत्री ने सहजता से कहा, “क्या जी… हम तो ऐसे ही दर्शन करने के लिए चले आए।” चिराग ने मुख्यमंत्री का शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया और खरना का प्रसाद ग्रहण कराया। इस दौरान चिराग के परिवार के सदस्यों के साथ मुख्यमंत्री ने ग्रुप फोटो भी खिंचवाई।

चुनावी माहौल में मुलाकात के मायने

बिहार में 2025 के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले यह मुलाकात NDA गठबंधन के लिए एक मजबूत संदेश है। चिराग पासवान पहले ही कई मौकों पर नीतीश कुमार को NDA का ‘दूल्हा’ (नेता) बताकर अपने समर्थन की पुष्टि कर चुके हैं। 2024 लोकसभा चुनाव में भी दोनों नेताओं ने मिलकर चुनाव लड़ा था। इस नवीनतम मुलाकात को NDA की ओर से एकजुटता और विपक्ष द्वारा महागठबंधन में दरार पैदा करने की कोशिशों का करारा जवाब माना जा रहा है।

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस मुलाकात से चिराग पासवान और नीतीश कुमार दोनों ने बिहार चुनाव से पहले अपने राजनीतिक मतभेदों को पीछे छोड़कर गठबंधन धर्म निभाने का स्पष्ट संकेत दिया है। यह कदम राज्य के वोटरों, खासकर युवा और दलित मतदाताओं के बीच NDA की पकड़ को और मजबूत कर सकता है, जहां चिराग पासवान का प्रभाव माना जाता है। इस दौरान, विपक्षी महागठबंधन द्वारा लगातार नीतीश कुमार की सेहत और नेतृत्व पर सवाल उठाए जा रहे थे, जिसका जवाब भी इस मुलाकात से मिल गया है।

NDA के ‘विजन’ पर फोकस

चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री के दौरे के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि विपक्षी दल अफवाहें फैलाते हैं कि मुख्यमंत्री परेशान हैं या जदयू और लोजपा में दरार है, लेकिन मुख्यमंत्री के उनके घर आने से छठ महापर्व और भी आनंदमय हो गया है। उन्होंने दोहराया कि NDA एकजुट है और ‘डबल इंजन की सरकार’ के विकास के एजेंडे के साथ जनता के बीच जाएगी।

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