यूपीएससी छात्र मर्डर केस: फॉरेंसिक छात्रा ने रची थी शातिर साज़िश
लिव-इन पार्टनर ने पूर्व प्रेमी के साथ मिलकर दिया हत्या को अंजाम, क्राइम सीरीज देखकर बनाया था 'हादसा' दिखाने का प्लान।
- सनसनीखेज खुलासा: दिल्ली पुलिस ने यूपीएससी अभ्यर्थी रामकेश मीणा हत्याकांड को सुलझा लिया है; लिव-इन पार्टनर समेत तीन गिरफ्तार।
- हत्या की वजह: आरोपी प्रेमिका अमृता चौहान को शक था कि मृतक के पास उसकी आपत्तिजनक तस्वीरें और वीडियो वाली हार्ड डिस्क है।
- शातिर साज़िश: फॉरेंसिक साइंस की छात्रा अमृता ने हत्या को एसी में ब्लास्ट से हुई दुर्घटना दिखाने के लिए गैस, घी और शराब का इस्तेमाल किया।
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 26 अक्टूबर: देश की राजधानी दिल्ली के गांधी विहार इलाके में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्र रामकेश मीणा की हत्या के मामले में दिल्ली पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है। इस हत्याकांड में मृतक की लिव-इन पार्टनर, अमृता चौहान (21), और उसके दो साथियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के अनुसार, इस जघन्य अपराध को एक सोची-समझी साजिश के तहत अंजाम दिया गया था, जिसकी योजना फॉरेंसिक साइंस की छात्रा मुख्य आरोपी अमृता ने बनाई थी।
फॉरेंसिक छात्रा का ‘क्राइम सीरीज’ वाला प्लान
रामकेश मीणा की मौत 6 अक्टूबर को उनके फ्लैट में आग लगने की घटना के रूप में सामने आई थी। तब माना जा रहा था कि एसी में विस्फोट से यह हादसा हुआ। हालांकि, पुलिस की गहन जांच और सीसीटीवी फुटेज ने पूरे मामले से पर्दा हटा दिया। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार मुख्य आरोपी अमृता चौहान फॉरेंसिक साइंस की छात्रा है और उसने कथित तौर पर क्राइम सीरीज देखकर इस हत्याकांड को हादसा दिखाने का शातिर प्लान बनाया था।
अमृता को शक था कि रामकेश मीणा के पास एक हार्ड डिस्क है, जिसमें उसकी कुछ आपत्तिजनक तस्वीरें और वीडियो मौजूद हैं। इन वीडियो को डिलीट करने से मना करने पर अमृता ने अपने पूर्व प्रेमी, एलपीजी वितरक सुमित कश्यप (27), और उसके दोस्त संदीप कुमार (29) के साथ मिलकर हत्या की साज़िश रची। तीनों आरोपी उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले के रहने वाले हैं।
ऐसे दिया गया खौफनाक वारदात को अंजाम
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, 6 अक्टूबर की रात को अमृता और सुमित कश्यप रामकेश के फ्लैट में दाखिल हुए और उनका गला घोंटकर हत्या कर दी। इसके बाद, हत्या को दुर्घटना साबित करने के लिए उन्होंने मृतक के शव पर घी, तेल और शराब जैसे ज्वलनशील पदार्थ डाले। इस योजना को अंतिम रूप देने के लिए, सुमित कश्यप ने घर में रखे एलपीजी सिलेंडर का रेगुलेटर पाइप काटकर सिलेंडर ऑन कर दिया।
सीसीटीवी फुटेज में अमृता और सुमित कश्यप को चेहरा ढके हुए इमारत में घुसते और तड़के बाहर निकलते हुए देखा गया। उनके जाने के कुछ ही देर बाद कमरे में विस्फोट हुआ और आग लग गई। इस घटना को एसी में ब्लास्ट के रूप में प्रस्तुत करने की कोशिश की गई, लेकिन पुलिस ने फोरेंसिक और तकनीकी साक्ष्यों, जैसे मोबाइल लोकेशन और कॉल डिटेल रिकॉर्ड के आधार पर अमृता और उसके साथियों को 18 अक्टूबर को मुरादाबाद से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपियों के पास से रामकेश की हार्ड डिस्क, एक ट्रॉली बैग, मृतक की शर्ट और दो मोबाइल फोन बरामद किए हैं। इस मामले में पुलिस आगे की जांच कर रही है।