ब्रिटेन में BJP प्रवासी विंग पर गंभीर आरोप: खालिस्तानी प्रभाव का संदेह
OFBJP UK के उपाध्यक्ष दर्शन ग्रेवाल पर राष्ट्रविरोधी तत्वों से साठगाँठ कर संयोजक कुलदीप शेखावत को बदनाम करने का आरोप; समुदाय में गहरी चिंता।
- गंभीर आरोप: OFBJP UK के उपाध्यक्ष दर्शन ग्रेवाल पर खालिस्तानी समूहों से जुड़े होने और संयोजक कुलदीप सिंह शेखावत को निशाना बनाने का आरोप लगा है।
- भारत की छवि को खतरा: प्रवासी भारतीय समुदाय ने इन घटनाओं को भारत की एकता और वैश्विक प्रतिष्ठा को कमजोर करने का प्रयास बताया है।
- जाँच की मांग: ब्रिटेन और यूरोप में खालिस्तानी प्रभाव के विरुद्ध मुख्यधारा के प्रवासी संगठनों द्वारा सतर्कता बढ़ाने और मामले की जाँच की माँग उठी है।
डॉ.कुमार राकेश
लंदन, 26 अक्टूबर: यूनाइटेड किंगडम में कार्यरत ओवरसीज़ फ्रेंड्स ऑफ भारतीय जनता पार्टी (OFBJP) यूके की संगठनात्मक अखंडता पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। भारतीय प्रवासी समुदाय के भीतर से उपजे इन आरोपों के केंद्र में OFBJP यूके के उपाध्यक्ष श्री दर्शन ग्रेवाल हैं। विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, श्री ग्रेवाल पर आरोप है कि वे भारत-विरोधी गतिविधियों में शामिल माने जाने वाले खालिस्तानी समूहों के प्रभाव में काम कर रहे हैं।
वरिष्ठ नेता को बदनाम करने का प्रयास
आरोप है कि श्री दर्शन ग्रेवाल ने कथित तौर पर श्री कुलदीप सिंह शेखावत, जो OFBJP यूके एवं यूरोप के संयोजक हैं, को बदनाम करने और उन्हें संगठनात्मक रूप से निशाना बनाने की गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग लिया है। यह आरोप विशेष रूप से संवेदनशील इसलिए है क्योंकि ये गतिविधियाँ उन व्यक्तियों के साथ मिलकर की गई हैं जो कथित तौर पर राष्ट्रविरोधी नेटवर्क से जुड़े हैं।
श्री कुलदीप सिंह शेखावत एक वरिष्ठ और अत्यंत सम्मानित सामुदायिक नेता हैं। वह पिछले कई वर्षों से यूरोप और भारत दोनों में भारतीय जनता पार्टी और विशाल प्रवासी भारतीय समुदाय के बीच संबंधों को सशक्त बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए जाने जाते हैं। रिपोर्टों से पता चलता है कि वह एक सुनियोजित दुष्प्रचार (Disinformation) और आंतरिक तोड़फोड़ (Sabotage) के प्रयासों का प्राथमिक लक्ष्य बने हैं।
प्रवासी समुदाय में चिंता की लहर
इन चौंकाने वाली रिपोर्टों ने प्रवासी भारतीय समुदाय और राजनीतिक पर्यवेक्षकों के बीच गहरी चिंता उत्पन्न कर दी है। समुदाय का मानना है कि इस प्रकार की घटनाएँ जानबूझकर उन संगठनों के भीतर विभाजन पैदा करने की कोशिश हैं, जो दशकों से भारत की एकता, संस्कृति और वैश्विक प्रतिष्ठा को बढ़ाने के लिए समर्पित रूप से कार्य कर रहे हैं।
एक प्रवासी नेता ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, “OFBJP जैसे संगठन भारत के हितों का प्रतिनिधित्व करने वाले हैं। अगर इसके भीतर के महत्वपूर्ण पदों पर बैठे लोग देश के दुश्मनों के प्रभाव में आकर काम करते हैं, तो यह सीधे तौर पर भारत की अंतर्राष्ट्रीय छवि को नुकसान पहुंचाता है। यह हमारे समुदाय की एकजुटता के लिए एक बड़ा खतरा है।”
राजनीतिक नेताओं ने की कड़ी निंदा
विभिन्न राजनीतिक और सामुदायिक नेताओं ने मुख्यधारा के प्रवासी संगठनों में किसी भी प्रकार की विभाजनकारी या उग्रवादी विचारधाराओं की घुसपैठ की कड़ी निंदा की है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि ऐसे प्रयास न केवल भारत की छवि को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर कमजोर करते हैं, बल्कि विदेशों में रह रहे भारतीय मूल के लोगों के बीच सद्भाव और एकता को भी खतरे में डालते हैं।
नेताओं का तर्क है कि खालिस्तानी तत्वों का उद्देश्य केवल हिंसा भड़काना नहीं है, बल्कि प्रमुख भारतीय संगठनों में घुसपैठ करके अंदरूनी कलह पैदा करना और भारत-समर्थक आवाजों को दबाना भी है। श्री शेखावत जैसे अनुभवी और प्रभावी नेता को निशाना बनाना इसी व्यापक रणनीति का हिस्सा प्रतीत होता है।
खालिस्तानी प्रभाव के विरुद्ध बढ़ती सतर्कता
यह पूरा मामला अब संबंधित प्राधिकरणों और सामुदायिक निकायों का ध्यान आकर्षित करने की संभावना रखता है। यूनाइटेड किंगडम और व्यापक यूरोप में खालिस्तानी प्रभाव और भारत-विरोधी प्रचार के विरुद्ध सतर्कता और प्रभावी कार्रवाई की माँग लगातार बढ़ रही है। कई सामुदायिक समूह अब यह सुनिश्चित करने के लिए संगठनात्मक सुरक्षा और पृष्ठभूमि की जाँच को मजबूत करने पर विचार कर रहे हैं कि उनके संगठन किसी भी राष्ट्र-विरोधी या चरमपंथी तत्व से मुक्त रहें।
यह घटना दर्शाती है कि विदेशी धरती पर भारत के राजनीतिक और सामुदायिक हितों की रक्षा के लिए प्रवासी संगठनों को आंतरिक खतरों के प्रति भी उतना ही सतर्क रहने की आवश्यकता है, जितना कि बाहरी हमलों के प्रति। इस मामले में आगे की जाँच और संगठनात्मक शुद्धि की आवश्यकता महसूस की जा रही है ताकि OFBJP UK की विश्वसनीयता और उसके मूल उद्देश्य को बहाल किया जा सके।