कौशांबी में दिल दहला देने वाली वारदात: रेप पीड़िता के नवजात की हत्या, मां और भाई पर आरोप
19 वर्षीय युवती से चचेरे भाई ने महीनों तक किया रेप, गर्भवती होने पर परिवार ने ट्यूमर बताकर छिपाया सच — जन्म के दो दिन बाद मासूम की हत्या
-
19 साल की रेप पीड़िता ने 19 अक्टूबर को दिया बच्चे को जन्म
-
पोस्टमॉर्टम में सामने आया—गला दबाने और पटकने से हुई नवजात की मौत
-
पुलिस ने रेप आरोपी चचेरे भाई को गिरफ्तार किया
-
हत्या के आरोप में मां और सगा भाई अब भी फरार
समग्र समाचार सेवा
कौशांबी (उत्तर प्रदेश), 23 अक्टूबर: कौशांबी ज़िले से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने इंसानियत को झकझोर कर रख दिया। यहां एक 19 साल की युवती, जो अपने ही चचेरे भाई की दरिंदगी की शिकार थी, ने 19 अक्टूबर को एक बच्चे को जन्म दिया। लेकिन यह जन्म उस मासूम के लिए ज़िंदगी नहीं, मौत बन गया, क्योंकि जन्म के कुछ ही घंटे बाद ही उसकी हत्या कर दी गई।
पुलिस जांच में जो सच्चाई सामने आई, उसने सबको हैरान कर दिया। शुरुआती जांच में पता चला है कि युवती की मां और सगे भाई ने ही उस नवजात की हत्या की, और फिर शव को तालाब में फेंक दिया। बताया जा रहा है कि रेप का आरोपी चचेरा भाई, कुलदीप तिवारी, गिरफ्तार हो चुका है, जबकि मां और भाई अभी फरार हैं।
कैसे हुआ पूरा मामला
यह दर्दनाक घटना सराय अकिल थाना क्षेत्र के एक गांव की है।
पीड़िता ने बताया कि पड़ोस में रहने वाला उसका 21 वर्षीय चचेरा भाई कई महीनों तक उसे धमकाकर शारीरिक शोषण करता रहा। जब लड़की गर्भवती हो गई, तो घरवालों ने लोकलाज के डर से गर्भपात कराने की कोशिश की, लेकिन डॉक्टरों ने जान का खतरा बताकर मना कर दिया। इसके बाद परिवार ने गांव में बात छिपाने के लिए गर्भ को “ट्यूमर” बताना शुरू कर दिया।
हत्या की क्रूर साजिश
19 अक्टूबर को युवती ने एक बेटे को जन्म दिया। गांव वालों के मुताबिक, परिवार के लोगों ने नवजात को गला दबाकर मार डाला और ज़मीन पर पटक दिया। किसी को भनक न लगे इसलिए रात के अंधेरे में शव को गांव के बाहर तालाब में फेंक दिया गया।
21 अक्टूबर को गांव वालों ने तालाब में बच्चे का शव उतराता देखा और पुलिस को सूचना दी। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में गला दबाने और सिर पर चोट से मौत की पुष्टि हुई।
पुलिस की कार्रवाई
एसपी कौशांबी राजेश कुमार के निर्देश पर पुलिस ने रेप आरोपी कुलदीप तिवारी को अतरसूईया पुलिया के पास से गिरफ्तार किया और जेल भेज दिया। वहीं, मां और भाई की तलाश में पुलिस की टीमें दबिश दे रही हैं।
सीओ चायल अभिषेक सिंह के अनुसार, “मामला बेहद संवेदनशील है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर हत्या की धारा जोड़ी गई है और बाकी आरोपियों की तलाश जारी है।”
यह सिर्फ एक आपराधिक घटना नहीं, बल्कि समाज के उस घुटनभरे डर की कहानी है जहां ‘लाज’ के नाम पर इंसानियत की हत्या कर दी जाती है।
एक बेटी जिसने खुद पीड़ा झेली, उसकी गोद से उसके मासूम बच्चे को भी छीन लिया गया, क्योंकि समाज की नजरों में ‘इज़्ज़त’ एक नवजात की जान से भी ज्यादा भारी थी।