यमुना साफ है तो 1 लीटर पानी पीकर दिखाएं CM और मंत्री
सौरभ भारद्वाज ने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और प्रवेश वर्मा को दी खुली चुनौती; झाग हटाने के लिए केमिकल के इस्तेमाल पर सवाल
- आम आदमी पार्टी (AAP) के दिल्ली प्रदेश संयोजक सौरभ भारद्वाज ने यमुना की सफाई को लेकर बीजेपी सरकार पर पाखंड करने का आरोप लगाया है।
- उन्होंने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और मंत्री परवेश वर्मा को सार्वजनिक रूप से एक लीटर यमुना का पानी पीकर दिखाने की खुली चुनौती दी है।
- भारद्वाज ने दावा किया कि झाग को हटाने के लिए वही एंटी-फोमिंग केमिकल इस्तेमाल हो रहा है, जिसे बीजेपी ने पहले ‘जहर’ बताया था।
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 21 अक्टूबर: दिल्ली में छठ महापर्व से ठीक पहले यमुना नदी की सफाई एक बार फिर सियासी अखाड़ा बन गई है। आम आदमी पार्टी (AAP) के वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज ने बीजेपी सरकार के यमुना साफ होने के दावों को झूठा बताते हुए एक तीखी चुनौती दी है। भारद्वाज ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और मंत्री परवेश वर्मा सच में मानते हैं कि यमुना साफ हो गई है, तो वे उनके साथ चलकर कालिंदी कुंज का एक लीटर पानी पीकर दिखाएं।
केमिकल के इस्तेमाल पर दोहरा मापदंड
सौरभ भारद्वाज ने बीजेपी पर दोहरे रवैये का गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि यमुना में झाग (foam) बनना स्वाभाविक है, क्योंकि दिल्ली सरकार ने न तो हरियाणा से कोई नया समझौता किया है और न ही नजफगढ़ नाले को बंद किया है। उन्होंने सवाल किया कि जब तक नाले का गंदा पानी नदी में गिरता रहेगा, तब तक झाग कैसे नहीं बनेगा?
उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार झाग को खत्म दिखाने के लिए उसी एंटी-फोमिंग एजेंट (defoaming agent) का छिड़काव कर रही है, जिसका इस्तेमाल अरविंद केजरीवाल सरकार के समय किया जाता था।
भारद्वाज ने पुराने घटनाक्रम को याद दिलाते हुए कहा, “जब केजरीवाल सरकार झाग हटाने के लिए यह केमिकल डालती थी, तब परवेश वर्मा इसे जहर बताते थे और कहते थे कि लोग मर जाएंगे। आज वही केमिकल दिल्ली जल बोर्ड के जरिए इस्तेमाल हो रहा है, और बीजेपी कह रही है कि यमुना साफ हो गई है।” उन्होंने बीजेपी नेताओं को चुनौती देते हुए कहा कि “झूठ मत बोलिए। आप कहिए कि हम वही कर रहे हैं, जो अरविंद केजरीवाल करते थे।”
प्रदूषण पर सवाल और चुनौती
भारद्वाज ने स्पष्ट किया कि केमिकल के छिड़काव से केवल झाग कम होता है, प्रदूषण नहीं। उन्होंने कहा, “थोड़ा लिख पढ़ लें। डिफोमिंग एजेंट झाग घटाता है, गंदगी नहीं मिटाता।”
उन्होंने जोर देकर कहा कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता यह दावा करके जनता को गुमराह कर रही हैं कि यमुना का प्रदूषण खत्म हो गया है। उन्होंने अपनी चुनौती दोहराते हुए कहा, “अगर मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और मंत्री परवेश वर्मा कालिंदी कुंज का एक लीटर पानी पी लें, तो हमें पता चल जाएगा कि यमुना कितनी साफ़ हुई है। अगर वे पानी पीते हैं, तो मैं मान जाऊंगा कि यमुना प्रदूषण मुक्त है।”
यह सियासी घमासान इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि छठ महापर्व नजदीक है, जिसके दौरान लाखों श्रद्धालु यमुना के घाटों पर स्नान और पूजा-अर्चना करते हैं। बीजेपी और AAP, दोनों ही पार्टियां यमुना की सफाई को लेकर खुद को ज्यादा गंभीर साबित करने की कोशिश में लगी हैं।